राजस्थान के भरतपुर जिले में कामां थाना क्षेत्र के नंदेरा गांव में कट्टरपंथियों ने अनुसूचित समाज को बनवारा निकालने से रोका। बनवारा में चल रहे पुरुष और महिलाओं के साथ जमकर मारपीट की और डीजे भी बंद करा दिया। इस संबंध में पीड़ितों ने थाने में शिकायत दी है। पुलिस से 27 अप्रैल को आयोजित होने वाले विवाह समारोह में सुरक्षा की गुहार लगाई है। मिस्सर पत्नी उमरी, सरफू पुत्र उमरी, साबिर पुत्र उमरी, शाहरुख पुत्र वाहिद, मिसीकीना पत्नी वाहीद, सोहिल पुत्र मुबारिक, हासिफ पुत्र अशरू, राहुल पुत्र हुसैन, वारिस पुत्र मुबीन, अलताफ पुत्र अजीम और मुस्तफा पुत्र अख्तर हुसैन के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है।
पीड़ित राजकुमार जाटव ने बताया कि घर में 27 अप्रैल की शादी है। शनिवार को लगन आई थी। सगाई का कार्यक्रम पूरा कर हम लोग बनवारा निकाल रहे थे। इसी दौरान गांव के ही मुसलमानों के कुछ लोग आए और डीजे बजाने से मना करने लगे। हमने उनसे अपील की कि कुछ देर डीजे बजाने दो, लेकिन वे नहीं माने और हमारे साथ मारीपीट शुरू कर दी। इस दौरान बड़ी संख्या में मुस्लिम महिला और पुरुषों की भीड़ भी मौके पर जुट गई थी।
पुलिस के अनुसार नंदेरा गांव निवासी सुमित्रा जाटव ने बताया कि उनके बेटे राजकुमार की शादी सोमवार को है। शनिवार को राजकुमार का लगन आया था। लगन का कार्यक्रम होने के बाद रात 10 बजे राजकुमार का बनवारा निकाला जा रहा था। इस दौरान राजकुमार के परिजन और उसके रिश्तेदार डांस कर रहे थे। तभी गांव के विशेष समुदाय के कुछ लोग हाथों में लाठी डंडा लेकर राजकुमार के घर पहुंचे और राजकुमार के परिजनों को गालियां देने लगे। लोगों ने कहा कि तुम्हारी इतनी हिम्मत कि तुम गांव में बनवारा निकालोगे। इसके बाद उन लोगों ने राजकुमार के परिजनों और महिलाओं के साथ मारपीट शुरू कर दी। महिलाओं ने जो गहने पहन रखे थे उन्हें भी लूट लिया। जाते-जाते धमकी देकर गए कि पुलिस से शिकायत की तो जान से हाथ धोना पड़ेगा।
कामां थानाधिकारी दौलत साहू ने बताया कि थाना इलाके के नंदेरा गांव की रहने वाली महिला सुमित्रा ने शिकायत दी है। पीड़िता के बयानों के आधार पर कुछ लोगों के खिलाफ नामजद मामला दर्ज कर जांच शुरू की है। 27 अप्रैल को होने जा रही शादी को देखते हुए पुलिस के जवानों को तैनात कर दिया गया है।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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