पश्चिम बंगाल स्थित उत्तर 24 परगना जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास से पांच बांग्लादेशी महिलाओं और एक बच्चे को गैर कानूनी रूप से सीमा पार करने के दौरान बीएसएफ के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के जवानों ने हिरासत में लिया। खबरों के अनुसार 68वीं वाहिनी की सीमा चौकी जीतपुर के जवानों ने इन सभी को 19 अप्रैल को पकड़ा था। पकड़ी गई महिलाओं की पहचान फरदुसी खातून, हलीमा अख्तर, अनिता, सपना, रत्ना और उसकी चार वर्षीय पुत्री के रूप में हुई। पूछताछ के दौरान फरदुसी खातून और हलीमा अख्तर ने बताया कि वे काम की तलाश में भारत आ रही थी।
दलालों ने लिए रुपए
बीएसएफ द्वारा जारी बयान के अनुसार महिलाओं को सीमा पार कराने के लिए दलालों ने इनसे 13,000 से 20,000 तक रुपये लिए थे। बीएसएफ ने बाद में इनमें से तीन महिलाओं को बिना कोई कार्रवाई किए मानवीयता और सद्भावना के चलते बार्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) को सौंप दिया। वहीं, अन्य दो महिलाओं और एक बच्चे को पुलिस थाना बागदाह को सौंप दिया है। 68वीं वाहिनी बीएसएफ के कमांडिंग आफिसर योगिंदर अग्रवाल ने मीडिया को बताया कि बीएसएफ भारत-बांग्लादेश सीमा पर घुसपैठ रोकने के लिए कड़े कदम उठा रही है। यही कारण है कि लगातार लोग पकड़े जा रहे है। पकड़े गए लोगों के अपराध की गंभीरता को देखते हुए और दोनों देशों के बार्डर गार्डिंग फोर्स के आपसी सहयोग और सद्भवाना के चलते उनमें से कुछ को बार्डर गार्ड बांग्लादेश को सौंपा जा रहा है।
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