पश्चिम बंगाल के हंसखाली बलात्कार मामले के बाद से राज्य की सियासत में तूफान मचा हुआ है। विपक्ष लगातार ममता सरकार पर हमलावर है और महिला असुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर रहा है। अब इस मामले में भाजपा की पांच सदस्यीय फैक्ट-फाइंडिंग टीम ने भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को रिपोर्ट सौंपी है। इस दौरान फैक्ट-फाइंडिंग टीम ने पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने की भी मांग की है। टीम ने रिपोर्ट में राज्य में अनुच्छेद 355, 356 लगाने की सिफारिश की है। वहीं गिरफ़्तार लोगों को किसी अन्य राज्य की जेल में रखने की भी बात पर जोर दिया है।
गौरतलब है कि गत चार अप्रैल को नदिया में नाबालिग लड़की से टीएमसी नेता के बेटे की जन्मदिन पार्टी में सामूहिक दुष्कर्म किया गया थाा। इसके बाद उसकी मौत हो गयी थी। पीड़िता के माता-पिता ने पुलिस में दर्ज करायी शिकायत में यह आरोप लगाया था। बता दें इसी संबंध में भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मामले की पड़ताल के लिए घटनास्थल का दौरा करने के वास्ते पार्टी की महिला सदस्यों की पांच सदस्यीय समिति का गठन किया था। टीम की सदस्यों में पार्टी की उपाध्यक्ष रेखा वर्मा, भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष वनथी श्रीनिवासन,पार्टी नेता खुशबू सुंदर और पश्चिम बंगाल की विधायक श्रीरूपा मित्रा चौधरी शामिल थीं।
जो देखा उसकी रिपोर्ट दी
फैक्ट-फाइंडिंग टीम की सदस्य और विधायक श्रीरूपा मित्रा चौधरी ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि जमीनी स्तर पर जो कुछ भी हमने देखा, उसके बारे में हमने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को एक प्रारंभिक रिपोर्ट सौंप दी है। इसके अलावा हम एक और व्यापक रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं, जो जल्द बनाकर सौंपेंगे। इस दौरान टीम ने राज्य में महिला असुरक्षा को लेकर राज्य प्रशासन और सरकार की आलोचना की है।
टिप्पणियाँ