पाकिस्तान में इमरान सरकार गिरने के बाद अब पंजाब राज्य की सरकार पर भी उसका असर पड़ा है। पंजाब में इमरान खान के करीबी उस्मान बुजदार मुख्यमंत्री थे। वह वर्ष 2018 में मुख्यमंत्री बने थे, लेकिन अविश्वास प्रस्ताव में इमरान सरकार के पतन के साथ ही उन्हें भी अपने पद से हाथ धोना पड़ गया था। दरअसल इमरान खान ने अपनी सरकार बचाने की मशक्कत में पंजाब के मुख्यमंत्री उस्मान बुजदार का इस्तीफा दिलवाकर परवेज इलाही को मुख्यमंत्री का दावेदार घोषित किया था, पर उनका यह दांव काम नहीं कर सका।
पंजाब में मुख्यमंत्री पद के लिए इलाही के सामने देश के नए प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के बेटे हमजा शहबाज को प्रत्याशी घोषित किया गया है। लाहौर उच्च न्यायालय ने बुधवार को पंजाब के नए मुख्यमंत्री के चुनाव का आदेश दिया था। मुख्य न्यायाधीश अमीर भट्टी ने डिप्टी स्पीकर दोस्त मोहम्मद मजारी को मुख्यमंत्री का चुनाव कराने के निर्देश दिए थे। इसके लिए शनिवार को पंजाब विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया गया था।
मुख्यमंत्री चुनने के लिए बुलाया गया यह विशेष सत्र हंगामे की भेंट चढ़ गया। सत्र शुरू होते ही विपक्षी नेताओं ने डिप्टी स्पीकर पर हमला कर दिया। उन पर लोटे और थप्पड़ों की बौछार कर दी गयी। दावा किया गया कि इमरान खान की पार्टी पीटीआई के नेताओं ने डिप्टी स्पीकर को थप्पड़ों से पीटा।
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