पाकिस्तान में सत्ता से बाहर किए गए पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को अब हर ओर से झटका लग रहा है। पाकिस्तान के अवैध कब्जे वाले कश्मीर में भी उनके सिपहसालार प्रधानमंत्री अब्दुल कय्यूम नियाजी को इस्तीफा देना पड़ा है। दरअसल उनके खिलाफ इमरान की पार्टी के ही विधायक अविश्वास प्रस्ताव ला चुके थे।
पाकिस्तान के अवैध कब्जे वाले कश्मीर में इस समय इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इस्लाम (पीटीआई) की सरकार है। पिछले साल यहां हुए चुनाव में 53 में से 32 सीटें पीटीआई ने जीती थीं। तब पीटीआई के नेता अब्दुल कय्यूम खान नियाजी यहां प्रधानमंत्री बने थे। पाकिस्तान में इमरान का किला ढहने के बाद अब पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में भी इमरान के करीबी प्रधानमंत्री के खिलाफ बगावत हो गयी है। पार्टी के 32 में से 25 विधायकों ने नियाजी को हटाने के लिए अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था।
इन स्थितियों में नियाजी के लिए सरकार बचाना कठिन हो गया था। इस पर नियाजी ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के राष्ट्रपति सुल्सान मोहम्मद चौधरी को अपना इस्तीफा भेज दिया है। उन्होंने संविधान के अनुच्छेद 16 (1) के तहत प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने की बात की है।
राष्ट्रपति के सचिव डॉ. आसिफ हुसैन शाह ने नियाजी के इस्तीफे की पुष्टि करते हुए जानकारी दी है कि राष्ट्रपति ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। इससे पहले नियाज़ी ने अविस्वास प्रस्ताव में उनके खिलाफ लगाए गए आरोपों को निराधार करार दिया था। इन स्थितियों को इमरान की पराजय के रूप में देखा जा रहा है।
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