रामनवमी के अवसर पर रविवार को जम्मू के गांधी नगर के रामपुरा मोहल्ले में दुर्गा माता के मंदिर की छत पर शरारती तत्वों ने हरे रंग का झंडा लगा दिया, जिस पर 786 लिखा हुआ था। मंदिर की छत पर हरा झंडा लगे होने की सूचना मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। एसएचओ गांधी नगर पंकज शर्मा फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी के अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचे और वहां से सबूतों को जुटा लिया है।
जानकारी के अनुसार रविवार शाम दुर्गा मां के मंदिर की छत पर कुछ दुकानदारों ने हरे रंग के झंडे को लगा हुआ देखा। मंदिर की छत पर हरा झंडा लगने होने की खबर इलाके में आग की तरह फैल गई और वहां लोग एकत्रित हो गए। पुलिस कर्मी भी मौके पर पहुंचे और वहां लगे झंडे को उतर दिया। मंदिर के अंदर दोनों तरफ सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं। फुटेज को पुलिस खंगाल रही है ताकि मंदिर में हरे रंग का झंडा लगाने वाले व्यक्ति की पहचान की जा सके।
हाल ही में तोड़ी गई थी मूर्ति
जम्मू के सिदडा स्थित लक्ष्मी नरसिंह मंदिर में शुक्रवार देर रात मंदिर में तोड़फोड़ की गई। पांच मूर्तियों को क्षतिग्रस्त किया गया। शरारती तत्वों ने मंदिर में बने कमरे के ताले को तोड़ने की कोशिश की थी। उसमें आरी के निशान भी मिले हैं। स्थानीय लोगों के अनुसार पिछले कुछ सालों से मंदिर में तोड़फोड़ की यह तीसरी घटना है। भागवान श्री गणेश जम्मू के इष्ट देवता कालीवीर की प्रतिमा समेत अन्य प्रतिमाओं को नुकसान पहुंचाया गया। आठ मूर्तियों में से पांच तोड़ दी गईं, जबकि दो को क्षतिग्रस्त किया गया।
स्थानीय लोगों के मुताबिक यह मंदिर करीब 25 साल पुराना है। वहीं, चैंबर आफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री, जम्मू ने मंदिर में हुई तोड़फोड़ पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। मंदिर में तोड़फोड़ की कड़ी निंदा करते हुए पुलिस से सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। चैंबर प्रधान अरुण गुप्ता ने शनिवार को आपात बैठक बुलाकर इस गंभीर मुद्दे पर चर्चा की।
वहीं, हिंदूनिष्ठ संगठनों ने भी मंदिर का जायजा लिया। उन्होंने पुलिस प्रशासन से आरोपियों की तुरंत धरपकड करने एवं मंदिरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि कश्मीर में टारगेट किलिंग के बाद अब जम्मू में सांप्रदायिक तनाव फैलाने की साज़िश रची जा रही है।
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