गत 3 अप्रैल को विश्व हिंदू परिषद के सामाजिक समरसता अभियान की बैठक भगवान वाल्मीकि तीर्थधाम, अमृतसर में आयोजित हुई। महामंडलेश्वर श्री 108 बबलदास जी महाराज के सान्निध्य और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष श्री आलोक कुमार तथा अखिल भारतीय समरसता प्रमुख श्री देवजीभाई रावत की उपस्थिति में संपन्न इस बैठक में मुंबई क्षेत्र, भोपाल क्षेत्र, कोलकाता क्षेत्र, मेरठ क्षेत्र और लखनऊ क्षेत्र के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं ने भााग लिया।
बैठक में श्री आलोक कुमार ने कहा कि समाज में अनुसूचित जाति के बंधुओं के साथ सम्मानजनक, बराबरी और आत्मीयतापूर्ण व्यवहार हो, इसके लिए हम सबको कठिन परिश्रम करना पड़ेगा। उन्होंने यह भी कहा कि यह भूमि भगवान वाल्मीकि जी, अमर बलिदानी सदगुरु श्री तेगबहादुर जी, श्री गुरु गोविंदसिंह जी की तपोभूमि है। यहां लिया गया समरसता का संकल्प अवश्य पूर्ण होगा।
वहीं देवजीभाई रावत ने कहा कि समाज में समरसता स्थापित करने के लिए सेवा कार्यों पर जोर देना होगा। उन्होंने बताया कि आगामी समय में प्रत्येक प्रान्त में दो—तीन महानगरों का चयन कर वहां की सेवा बस्तियों में शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार के लिए कार्य किया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि युवाओं के कौशल का विकास करने के लिए उन्हें प्रशिक्षण दिलाया जाएगा और जिन्हें अपना काम शुरू करने के लिए कर्ज की जरूरत होगी, उन्हें बैंक से कर्ज भी उपलब्ध कराया जाएगा।
बैठक में इस बात पर विशेष जोर दिया गया कि सामाजिक समरसता के लिए मातृशक्ति को साथ लेकर काम करना होगा। इसके साथ ही बाबू जगजीवनराम जयंती, आंबेडकर जयंती, वाल्मीकि जयंती, संत रविदास जयंती के अवसर पर बड़े पैमाने पर कार्यक्रम करने होंगे और इनमें हर वर्ग के लोगों की भागीदारी भी सुनिश्चित करनी होगी।
उल्लेखनीय है कि सामाजिक समरसता विभाग गत कई वर्ष से देश के अलग—अलग भागों में बैठकें कर रहा है। अधिकतर बैठकें किसी वाल्मीकि मंदिर में होती हैं। इन बैठकों में वाल्मीकि समाज के महंतों और महामंडलेश्वरों की उपस्थिति से एक अच्छा संदेश जा रहा है।
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