अपने सेवा कार्यों के लिए सुप्रसिद्ध पटना के प्रसिद्ध महावीर मंदिर न्यास ने सीतामढ़ी में जानकी मंदिर और वैशाली के इस्माइलपुर में रामायण विश्वविद्यालय बनाने का निर्णय लिया है।
पटना जंक्शन के पास स्थित प्रसिद्ध महावीर मंदिर कैंसर रोगियों के लिए पटना में एक बड़ा नि:शुल्क अस्पताल चलाता है। अब इस मंदिर के न्यास ने वरिष्ठ नागरिकों की चिकित्सा के लिए एक नई पहल की है। निर्णय लिया गया है कि पटना में एक ऐसा अस्पताल प्रारंभ किया जाएगा, जहां वरिष्ठ नागरिकों का इलाज सीजीएचएस यानी ‘केंद्र सरकार स्वास्थ्य योजना’ की दर पर किया जाएगा। ऐसे रोगियों को अस्पताल लाने के लिए एंबुलेंस की सेवा नि:शुल्क होगी। यह अस्पताल इस वर्ष जुलाई में शुरू हो जाएगा। इस पर एक करोड़ रुपए खर्च होगा।
इसके साथ ही महावीर मंदिर पूर्वी चंपारण जिले के केसरिया में विश्व के सबसे ऊंचे रामायण मंदिर का निर्माण करा रहा है। यही नहीं, यह मंदिर अयोध्या में भक्तों के लिए सीता रसोई चलाता है, जहां भक्त कभी भी बिना शुल्क भोजन करते हैं। अब इस मंदिर ने निर्णय लिया है कि वह सीतामढ़ी में जानकी मंदिर बनवाएगा, जिसमें माता सीता के शिशु स्वरूप की प्रतिमा स्थापित कर प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी।
महावीर मंदिर न्यास के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने बताया कि गत दिनों न्यास की एक बैठक हुई, जिसमें वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए 203.16 करोड़ रुपए का बजट पारित किया गया। उन्होंने यह भी बताया कि महावीर मंदिर के तत्वावधान में माता सीता के प्राकट्य स्थल सीतामढ़ी के पुनौराधाम में जानकी मंदिर का निर्माण कराया जाएगा। भक्तों की मांग को ध्यान में रखते हुए मंदिर में मां जानकी के शिशु स्वरूप की प्रतिमा स्थापित की जाएगी। महावीर मंदिर ने दो करोड़ रु. की लागत से वैशाली के इस्माइलपुर में ‘रामायण विश्वविद्यालय’ भी बनाने का विचार किया है। आचार्य किशोर कुणाल ने बताया कि इसके लिए शिक्षा विभाग को प्रस्ताव भेजा गया है। श्री महावीर स्थान न्यास समिति इस्माइलपुर में 10 एकड़ से अधिक जमीन रामायण विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए देगी। शिक्षा विभाग की स्वीकृति के बाद विश्वविद्यालय निर्माण के लिए आगे की प्रक्रिया प्रारंभ की जाएगी।
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