झारखंड मुक्ति मोर्चा के कुछ विधायकों का आरोप है कि हेमंत सोरेन की सरकार को गिराने के लिए उनकी भाभी और विधायक सीता सोरेन षड्यंत्र रच रही हैं।
अब यह बात तो किसी से छुपी नहीं रह गई है कि झारखंड के सबसे बड़े राजनीतिक परिवार में सब कुछ ठीक नहीं रह गया है। यह परिवार है पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन का। कहा जा रहा है कि इन दिनों शिबू सोरेन बीमार हैं। इसके बावजूद उन्हें अपने छोटे पुत्र और राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और अपने बड़े बेटे स्व. दुर्गा सोरेन की पत्नी सीता सोरेन के बीच सुलह कराने के लिए सामने आना पड़ता है। लेकिन देवर हेमंत और भाभी सीता के बीच की दरार इतनी बढ़ गई है कि शिबू सोरेन भी इसे नहीं पाट पा रहे हैं। इस कारण जब—तब इस परिवार के बीच मनमुटाव है, इस तरह की खबरें आती रहती हैं।
हालांकि हेमंत सोरेन सीधे अपनी भाभी सीता सोरेन पर कुछ आरोप नहीं लगाते हैं, लेकिन यह कहा जाता है कि वे इस तरह की बातें अपनी पार्टी के विधायकों के जरिए कहवा देते हैं। यही कारण है कि अब कुछ दिनों से झारखंड मुक्ति मोर्चा के अनेक विधायक कह रहे हैं कि सीता सोरेन राज्य सरकार को गिराने के लिए षड्यंत्र रच रही हैं। उन पर यह भी आरोप है कि वे भाजपा से मिली हुई हैं। हालांकि सीता ने इन आरोपों को खारिज किया है। उनका कहना है कि उनकी आवाज को बंद कराने के लिए उन पर इस तरह के आरोप लगाए जा रहे हैं।
इस बीच 1 अप्रैल को सीता सोरेन ने राज्यपाल रमेश बैस से भेंट की। इसके बाद उन्होंने,” राज्य में जमीन की लूट मची हुई है। विधानसभा के बजट सत्र के दौरान उन्होंने अपनी बातों से सरकार को अवगत भी कराया, लेकिन उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसलिए राज्यपाल को अपनी सारी बात बता दी है।”
दरअसल, सीता सोरेन बराबर झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेतृत्व के विरुद्ध बयानबाजी करती रहती हैं। कुछ समय पहले भी अपनी ही सरकार की नीतियों के खिलाफ विधानसभा के द्वार पर धरने पर बैठ गई थीं। इससे राज्य सरकार की भारी किरकिरी हुई थी। सीता सोरेन के अनुसार झारखंड की वर्तमान सरकार जल, जंगल और जमीन की सुरक्षा नहीं कर पा रही है। इसके साथ ही वह कहती रहती हैं कि इस सरकार में जनजातीय समाज के अधिकारों का भी हनन हो रहा है। सीता सोरेन राज्य में हो रही तस्करी के विरुद्ध भी आवाज उठाती रही हैं। कुछ समय पहले सीता सोरेन की दोनों बेटियों जयश्री और राजश्री ने ‘दुर्गा सोरेन सेना’ का गठन किया है। इसके बाद से ही झारखंड में चर्चा है कि सीता सोरेन नई पार्टी बनाने वाली हैं। लेकिन सीता सोरेन इस बात से इनकार करती रही हैं। उनका कहना है कि झारखंड की चीख और पुकार को सुनकर ‘दुर्गा सोरेन सेना’ का गठन किया गया है।
कई महीने से सीता सोरेन ‘दुर्गा सोरेन सेना’ के माध्यम से अपनी राजनीतिक जमीन को उर्वरा बनाने का काम कर रही हैं। लोगों का माना है कि शायद यही बात हेमंत सोरेन को पसंद नहीं है। इसलिए उन्होंने अपने कुछ विधायकों के जरिए सीता पर आरोप लगवाया है कि वे राज्य सरकार को अस्थिर करना चाहती हैं।
दस वर्षों से पत्रकारिता में सक्रिय। राजनीति, सामाजिक और सम-सामायिक मुद्दों पर पैनी नजर। कर्मभूमि झारखंड।
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