भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश रमेश चंद्र लाहोटी का बुधवार को निधन हो गया। उनके भाई जीके लाहोटी ने बताया कि अचानक तबीयत बिगड़ने पर उन्हें बुधवार शाम दिल्ली के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां कार्डिएक अरेस्ट से उनकी मौत हो गई। वे 81 वर्ष के थे। पूर्व मुख्य न्यायाधीश लाहोटी का अंतिम संस्कार शुक्रवार सुबह 10 बजे दिल्ली में होगा।
पूर्व मुख्य न्यायाधीश रमेश चंद्र लाहोटी के निधन पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने शोक व्यक्त किया। पीएम ने ट्वीट किया, "पूर्व सीजेआई श्री आरसी लाहोटी जी के निधन से आहत हूं। उन्हें न्यायपालिका में उनके योगदान और वंचितों को त्वरित न्याय सुनिश्चित करने पर जोर देने के लिए याद किया जाएगा। उनके परिवार और शुभचिंतकों के प्रति संवेदना। ओम शांति।"
इधर मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भी उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने ट्वीट किया, 'भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश, मध्यप्रदेश के गौरव, आदरणीय रमेश चंद्र लाहोटी का निधन देश और प्रदेश की अपूरणीय क्षति है। ईश्वर से दिव्यात्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान और परिजनों को यह गहन दु:ख सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना करता हूं।'
उल्लेखनीय है कि लाहोटी का जन्म एक नवंबर 1940 को हुआ था। उन्हें अप्रैल 1977 में बार से राज्य उच्च न्यायिक सेवा में सीधे भर्ती करते हुए जिला और सत्र न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था। एक वर्ष तक पद पर रहने के बाद न्यायमूर्ति लाहोटी ने मई 1978 में इस्तीफा दे दिया और मुख्य रूप से उच्च न्यायालय में वकालत करने के लिए बार में लौट आए। लाहोटी को एक जून 2004 को भारत के 35वें प्रधान न्यायाधीश के तौर पर नियुक्त किया गया था। वह एक नवंबर 2005 को सेवानिवृत्त हुए थे।
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