पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के रामपुरहाट में तृणमूल कांग्रेस नेता भादू शेख की हत्या के बाद हुई व्यापक हिंसा में कम से कम 10 लोगों की जान चली गई। भादू की हत्या के बाद बकटुई गांव में आग लगा दी गई। अब तक 10 शव बरामद किए जा चुके हैं। 30 से अधिक लोग झुलसे हैं। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
बीरभूम के जिला पुलिस अधीक्षक नगेंद्र नाथ त्रिपाठी मौके पर हैं। उन्होंने बताया कि मंगलवार को सात शव बरामद किए गए हैं। आग कैसे लगी, इसकी जांच के लिए फॉरेंसिक टीम को घटनास्थल पर बुलाया गया है। सोमवार रात गांव के उप प्रधान भादू शेख की हत्या का आगजनी से कोई संबंध है या नहीं, इस बारे में भी जांच हो रही है। उधर, इस घटना के बाद गांव के अधिकतर लोग घर छोड़कर भाग गए गए हैं। आग बुझाने पहुंचे अग्निशमन कर्मियों ने मंगलवार सुबह बताया कि सोमवार रात तीन और मंगलवार को सात शव बरामद किए गए हैं।
बताया गया है कि सोमवार रात शेख पर किसी ने बम से हमला किया था। शेख की घटनास्थल पर मौत हो गई थी। उसके बाद देररात पूरे गांव में आग लगा दी गई। बम हमले में मारे गए तृणमूल कांग्रेस नेता शेख गांव के उप प्रधान थे। आरोप है कि गांव की एक दुकान में बैठकर जब वह चाय पी रहे थे तभी उन पर बम से हमला किया गया।
आरोप है कि घटना के बाद बाइक सवार अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने जमकर तोड़फोड़ की और घरों में आग लगा दी। पूरी रात हिंसा होती रही। आरोप है कि शेख की हत्या का बदला लेने के लिए ही पूरे गांव में आग लगाई गई। हालांकि पुलिस इस बारे में कुछ भी स्पष्ट तौर पर नहीं बता रही। इस बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को घटनास्थल पर जाने के निर्देश दिए हैं। इसके बाद रामपुरहाट विधायक आशीष बनर्जी, लाभपुर विधायक अभिजीत सिंह और राज्य के मंत्री फिरहाद हकीम घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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