पश्चिम उत्तर प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में क्या एक साजिश के तहत मंदिरों की मूर्तियों को तोड़े जाने की घटनाएं हो रही हैं? ऐसा इस लिए कहा जा रहा है कि पिछले एक हफ्ते में एक दर्जन से ज्यादा ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं। अलीगढ़ के जलाली कस्बे में बैंक वाली गली में शिव मंदिर के राम दरबार मे लगी श्री राम की मूर्ति को कोई खंडित कर गया। सुबह तड़के जब मंदिर पुजारी ने इसे देखा तो उन्होंने मंदिर व्यवस्थापक को इसकी सूचना दी। उसके बाद क्षेत्र के लोगों में रोष व्याप्त हो गया। पुलिस भी मौके पर पहुंची और उन्हें भी लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ा। सीओ शिव प्रताप सिंह ने इस घटना की जांच पड़ताल शुरू कर दी है। मंदिर में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। मंदिर व्यवस्थापक सोमवीर सिंह ने बताया कि घटना की तहरीर पुलिस को दी गयी है। यदि आरोपी नहीं पकड़े गए तो हम आंदोलन के लिए विवश होंगे।
नोएडा के सेक्टर 63 के बहलोलपुर गांव में भी शिव मंदिर की मूर्तियों को क्षतिग्रस्त किया गया है और वहां मांस के टुकड़े भी फेंके गए हैं। इस घटना के बाद वहां भी तनाव की खबर है। दो दिन पहले हापुड़ जिले के बहादुरगढ़ गांव के एक मंदिर में आग लगाकर मूर्तियों को खंडित किया गया था। पिछले हफ्ते अलीगढ़ जिले के ही एक गांव के हनुमान मंदिर की गुम्बद मुमटी को तोड़ने की खबर सुर्खियां बनी थी। मन्दिरों पर असामाजिक तत्वों के हमलों की एकाएक वारदातें पिछले 15 दिनों में बढ़ जाने से ऐसा लग रहा है कि किसी साजिश के तहत तनाव फैलाने की कोशिश की जा रही है। पुलिस-प्रशासन ने ग्रामीण क्षेत्र में हो रही इन घटनाओं को यदि गम्भीरता से नहीं लिया तो एक न एक दिन ये मामले एक बड़े तनाव का रूप ले सकते हैं।
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