जनवरी 2021 से नवंबर 2021 तक इंस्पेक्टर राजकुमार शर्मा और किरण पाल सिंह ने गैंगस्टर एक्ट में विभागीय कारवाई करने में शिथिलता बरती थी। प्रारंभिक जांच में दोनों इंस्पेक्टर पर लगे आरोप सही पाए गए। जिसके पश्चात दोनों इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया गया।
सहरानपुर जनपद के तेज तर्रार एसएसपी ने अवैध खनन करने के मामले में चार आरोपियों पर लगाए गए गैंगस्टर एक्ट के मामले की जांच में ढिलाई बरतने और आरोपियों माफियाओ को इसका लाभ पहुंचाने के आरोप में दो प्रभारी निरीक्षकों को निलंबित कर दिया है।
दरअसल इस पूरे प्रकरण की जाँच वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर में पुलिस क्षेत्राधिकारी बेहट को सौंपी थी. क्षेत्राधिकारी की रिपोर्ट के बाद उन्होंने यह कड़ी कार्रवाई की है।
एसएसपी आकाश तोमर के अनुसार कि पिछले साल अवैध खनन करने के आरोपी माफिया रशीद, साजिद, सलामत और मुशर्रफ के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई हुई थी। जनवरी 2021 से नवंबर 2021 तक इंस्पेक्टर राजकुमार शर्मा और किरण पाल सिंह ने गैंगस्टर एक्ट में विभागीय कारवाई करने में शिथिलता बरती थी, दोनों इंस्पेक्टर की खनन करने वाले आरोपियों से मिलीभगत की शिकायत आने पर इस मामले की जांच सीओ बेहट को सौंपी थी। सीओ बेहट की प्रारंभिक जांच में दोनों इंस्पेक्टर पर लगे आरोप सही पाए गए। जिसके पश्चात दोनों इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया गया।
एसएसपी आकाश तोमर ने बताया कि पुलिस विभाग में ढीले अफसरों को पहले भी चेताया गया है कि विभागीय कार्यों में लापरवाही से बाज़ आये। उन्होंने ये भी कहा कुछ और पुलिस कर्मियों पर भी विभाग के उच्च अधिकारियों द्वारा गोपनीय जांच की जा रही है। जिसकी रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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