भाजपा नेता और केंद्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह के संसदीय क्षेत्र बिहार के बेगूसराय में हिंदुओं के ऊपर मुस्लिम समुदाय की भीड़ द्वारा ताबड़तोड़ हमला हो रहा है। दो दिन पहले मुफस्सिल थाना क्षेत्र के रजौड़ा में हुई घटना अभी थमी भी नहीं थी कि शनिवार की रात बरौनी में मुस्लिम युवकों ने चाकू मारकर चार लोगों को घायल कर दिया। जिसमें से एक उमेश साह की हालत नाजुक बनी हुई है। घटना की सूचना मिलते ही रविवार को गिरिराज सिंह ने सदर अस्पताल जाकर घायल से मुलाकात किया तथा चिकित्सकों को समुचित इलाज का निर्देश देने के बाद वे घटनास्थल बरौनी पहुंचे एवं लोगों से घटना की जानकारी लेकर आक्रोश जताया है।
पत्रकारों से बात करते हुए गिरिराज सिंह ने कहा कि देश की आजादी के समय मुस्लिमों की आबादी तीन करोड़ से कम थी, आज 30 करोड़ हो गए, हमने गले लगाया। लाखों मस्जिदे बन गई हमने कोई एतराज नहीं जताया, फिर हम हिंदुओं के ऊपर जानलेवा हमला क्यों। हमें संकट बढ़ती हुई मुस्लिम आबादी से नहीं है, संकट है कट्टरवादी सोच से। हिंदुओं को डराने का माहौल बनाने की कोशिश की जा रही है। प्रशासन ने अगर न्याय नहीं दिया तो जनजागरण करके जनता को साथ लेकर वे न्याय लेंगे। किसी भी कीमत पर कट्टरपंथी सोच वाले दंगाइयों को बख्सा नहीं जाएगा। प्रशासन के संवेदनहीन रवैया से लोगों में आक्रोश है, पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए वे हर मोर्चे पर संघर्ष करेंगे। देश के बहुसंख्यक हिंदू समुदाय की सुरक्षा में से खिलवाड़ करने की इजाजत अब किसी वोट के सौदागरों को नहीं दी जाएगी।
गिरिराज सिंह ने कहा कि बिहार के मुखिया नीतीश कुमार और प्रशासन हिन्दू को इस तरह से नहीं सताए, साक्ष्य नहीं मिटाए, क्योंकि साक्ष्य मिटेगा नहीं वह लोगों के दिल में बैठ गया है प्रशासन मामले की लीपापोती करने में जुटी हुई है। प्रशासन ने रजौड़ा में हुई घटना को कैद करने वाले सीसीटीवी का डीवीआर एवं हार्ड डिस्क निकाल लिया है, सब कुछ मिटाने की साजिश चल रही है। समझ में नहीं आ रहा है कि क्या करें, रजौड़ा में मुसलमानों की भीड़ द्वारा जानलेवा हमला की सूचना पाकर वे पीड़ितों से मिलने पहुंचे। रजौड़ा जाकर घटना का जायजा लिया, प्रशासन को निर्देश दिया, लेकिन कल से प्रशासन का रवैया हिंदुओं को तबाह करने वाला है। रजौड़ा के बाद बरौनी में भी मो. मुर्तजा के पुत्रों ने अपने सहयोगी के साथ उमेश साह और उनके पुत्रों को चाकू से गोदकर जान लेने की कोशिश की, पहले भी इन लोगों ने हिंदू समुदाय पर जानलेवा हमला किया था।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और जिला प्रशासन इस मामले में हस्तक्षेप करें, जो दोषी है उसको पकड़ने के बदले हिन्दुओं के घर में घुसकर महिलाओं को तंग किया जा रहा है, अति सर्वत्र वर्जित है। साजिशकर्ता, लूटने, मारने वालों को पुलिस पकड़ नहीं पाई है और घर में जाकर महिलाओं को तंग किया जा रहा है, निर्दोष को परेशान कर रहे हैं। इसके खिलाफ गांधीजी के रास्ते पर चलते हुए अहिंसात्मक लड़ाई लड़ेंगे, किसी भी हालत में चुप नहीं बैठेंगे। प्रशासन गरीब के साथ न्याय करे तो ऐसी घटना नहीं होगी, लोग कानून से डरेंगे। लेकिन यहां तो एक वर्ग के लोगों में कानून का भय समाप्त हो गया है, हिंदू प्रताड़ित हो रहे हैं यह दुर्भाग्यपूर्ण है।
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