पटना में 'गंगा शोध संस्थान' और संग्रहालय का भवन तैयार हो गया है। 336 करोड़ रु की लागत से इस भवन का निर्माण गंगा नदी के किनारे किया गया है। इसमें पुस्तकालय और एमपी थिएटर बनाया गया है। यहां दर्शकों को ऑडियो और वीडियो के जरिए गंगा नदी के बारे में हर जानकारी दी जाएगी। इसके साथ ही गंगा में पाई जाने वाली डॉल्फिन की भी जानकारी आपको यहां मिलेगी। गंगा शोध केंद्र और संग्रहालय के बाहर लोगों के बैठने की अच्छी व्यवस्था की गई है। यहां लोग आराम से बैठकर गंगा नदी को निहार सकते हैं, साथ ही उससे संबंधित जानकारी भी प्राप्त कर सकते हैं। बिहार में इस तरह का यह पहला केंद्र है। उम्मीद है कि इस केंद्र के बारे में लोगों में अपनी नदियों के बारे में जागरूकता आएगी और उन्हें स्वच्छ रखने में बड़ी भूमिका निभाएंगे।
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