झारखंड में महिलाओं के साथ बढ़ते अपराध पर सरकार संवेदनशील नहीं दिखाई दे रही है। अपराधियों को कड़ी सजा देने के बजाय उन्हें संरक्षण और मामले को रफा-दफा करने का प्रयास किया जा रहा है।
हिन्दू संगठन के नेता दीपक सिसोदिया का कहना है कि झारखंड की सरकार ऐसा तभी करती है जब अपराधी मुसलमान और पीड़ित हिन्दू हो। लेकिन जब किसी हिन्दू की बात आती है तो सरकार कभी देर नहीं लगाती। इसके साथ यह देखा जा रहा है कि आवेदन देने वाली महिलाओं और लड़कियों का ही चरित्र को तार-तार करने की कोशिश की जाती है। उनके साथ अपराध करने वाले अपराधी को कड़ी सजा दिलाने के बजाय पीड़ितों को ही परेशान किया जाता है। कभी उनके आवेदन को स्वीकार करने में देरी तो कभी उनके आवेदन को ही बदलने की कोशिश की जाती है।
ऐसा ही मामला 17 मार्च को रामगढ़ के रजरप्पा थाना क्षेत्र में देखने को मिला। यहां जनजातीय समाज की नाबालिग युवती के साथ लव जिहाद और सामूहिक बलात्कार का मामला दर्ज किया गया है। इस मामले को दर्ज कराने में नाबालिग युवती के घरवालों को काफी मशक्कत करनी पड़ी। पुलिस की ओर से युवती के परिवार वालों और युवती को सहयोग नहीं मिल पा रहा है। मामला दर्ज करवाने के लिए युवती के परिजनों को घंटों इंतजार करना पड़ा। देर रात हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं के हंगामे के मामला दर्ज हो पाया है। यहां पर युवती के परिजनों का कहना है कि अभी भी चिकित्सीय जांच के लिए युवती को कई घंटों तक थाने में ही रखा गया है और 24 घंटे के बाद भी युवती की जांच नहीं हो पाई है।
यह है पूरा मामला
जानकारी के अनुसार रजरप्पा थाना क्षेत्र की रहने वाली जनजातीय समाज की एक 16 वर्षीय नाबालिग को आशिक अंसारी ने सोनू बनकर फेसबुक के माध्यम से अपने प्रेम जाल में फंसा लिया। आशिक अंसारी रामगढ़ के तोपा क्षेत्र का रहने वाला है। उसने युवती को बताया था कि वह खुद मुंडा समाज से आता है। इसके बाद आशिक ने नाबालिग युवती को धोखे से बुलाकर उसके साथ दुष्कर्म किया और उसकी वीडियो बना लिया। इसी वीडियो और फोटो वायरल करने की धमकी देकर अपने दोस्तों के साथ मिलकर कई बार युवती का सामूहिक बलात्कार किया। उसके साथ मोहम्मद अशफाक उर्फ गोलू पिता फारूक अंसारी, फैयाज अंसारी उर्फ गुड्डू पिता सिराज अंसारी, युसूफ अंसारी उर्फ छोटू पिता कलीम अंसारी, इश्तियाक अंसारी उर्फ फजन पिता नूर मोहम्मद, हसमत अंसारी पिता हदीस मियां और ओमप्रकाश पिता देवनाथ रविदास शामिल थे। यह सभी लोग कुज्जु थाना क्षेत्र स्थित तोपा कॉलोनी माइन्स के ही रहने वाले हैं। दीपक सिसोदिया के अनुसार इन अपराधियों में ओमप्रकाश भीम आर्मी का सक्रिय सदस्य है।
झारखंड के नेता प्रतिपक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कहा कि विगत एक सप्ताह में झारखंड के रामगढ़ में लव जिहाद के दो मामले सामने आ चुके हैं। 11 मार्च को एक अनुसूचित जाति और कल रजरप्पा में एक नाबालिग आदिवासी लड़की के साथ सामूहिक दरिंदगी हुई। पीड़िता के परिजनों के साथ पुलिस की असंवेदनशीलता और मामले को रफा-दफा करने की भी खबरें आ रही है। राज्य में लगातार ऐसे मामले बढ़ रहे हैं। महिलाओं की सुरक्षा का दम्भ भरने वाले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सरकार में जनजातीय और दलित समाज की बच्चियां भी नहीं सुरक्षित हैं।
सीएम साहब अब तो निद्रा से जागिये
इस घटना की जानकारी मिलते ही रामगढ़ के कई हिंदू संगठनों ने रामगढ़ पुलिस पर दबाव बनाया। रामगढ़ पुलिस की ओर से ताबड़तोड़ छापेमारी की गई जिसमें इन सभी लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया।
रामगढ़ एसडीपीओ किशोर कुमार रजक के अनुसार मामले की जानकारी मिलते ही 4 थानों की पुलिस टीम ने ताबड़तोड़ छापामारी कर छह आरोपियों को गिरफ्तार किया और प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। एक अन्य आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस छापेमारी भी कर रही है।
दो पीड़िताओं ने नहीं दर्ज कराया मामला
बीते 11 मार्च को भी रामगढ़ थाना क्षेत्र की एक हिंदू अनुसूचित जाति की युवती के साथ लव जिहाद का मामला सामने आया था। यहां पर भी पुलिस पहले आवेदन लेने में आनाकानी कर रही थी लेकिन बाद में हिन्दू संगठनों के दबाव के बाद आवेदन लिया गया। इस मामले में हसनैन अंसारी ने अपना नाम अमन महतो बताकर युवती को अपने प्रेमजाल में फंसाया, शारीरिक शोषण किया और उस युवती का वीडियो बनाकर वायरल कर दिया था। इस खबर को भी पाञ्चजन्य ने प्रमुखता से दिखाया था। इसका असर यह हुआ कि 24 घंटे के अंदर फरार हसनैन अंसारी को पकड़कर जेल में डाल दिया गया।
दीपक सिसोदिया ने बताया कि पिछले 7 दिनों में रामगढ़ जिले से लव जिहाद का यह चौथा मामला है। इसमें दो मामले थाने में दर्ज हुए और अन्य दो मामलों में पीड़ित परिवार ने बदनामी के डर से मामला दर्ज कराने से इनकार कर दिया। जल्द ही अगर लव जिहाद कानून नहीं आया तो न जाने कितनी हिन्दू महिलायें और युवतियां इन जिहादियों की शिकार होती रहेंगी।
दस वर्षों से पत्रकारिता में सक्रिय। राजनीति, सामाजिक और सम-सामायिक मुद्दों पर पैनी नजर। कर्मभूमि झारखंड।
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