यह कोई छुपा तथ्य नहीं है कि बलूचिस्तान की जनता पाकिस्तान की सरकारों का सालों से दमन सहती आ रही है। उनका जीवन दोयम दर्जे का बना दिया गया है। युवाओं को बेवजह मारा—पीटा जाता है, उन्हें अगवा कर लिया जाता और फिर उनका कोई अता—पता नहीं चलता। आज तक हजारों बलूच छात्र, एक्टिविस्ट 'गायब' हो चुके हैं, लेकिन सरकार की तरफ से कोई जवाब नहीं मिलाता। लेकिन अब बलूच कार्यकर्ताओं और नेताओं ने दुनिया को पाकिस्तान की इन करतूतों के बारे में बताने को एक बार फिर कमर कसी है। पता चला है कि जल्दी ही इंग्लैंड और दक्षिण कोरिया में जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किए जाएंगे।
पाकिस्तानी सेना लगातार बलूचिस्तान के लोगों को सता रही है। प्रधानमंत्री इमरान खान की सरकार के तहत भी बलूचिस्तान के लोग मारे जा रहे हैं। लेकिन अब एक बार फिर पाकिस्तान के राजनीतिक दल बलूच नेशनल मूवमेंट ने बलूचिस्तान में पाकिस्तानी सेना के अत्याचारों के प्रति अंतरराष्ट्रीय बिरादरी को जागरूक करने का बीड़ा उठाया है। मूवमेंट ने आगामी दिनों में इंग्लैंड तथा दक्षिण कोरिया के प्रमुख शहरों में विरोध प्रदर्शनों की एक लंबी श्रृंखला आयोजित करने का फैसला किया है।
पाकिस्तान के राजनीतिक दल बलूच नेशनल मूवमेंट ने बलूचिस्तान में पाकिस्तानी सेना के अत्याचारों के प्रति अंतरराष्ट्रीय बिरादरी को जागरूक करने का बीड़ा उठाया है। मूवमेंट ने आगामी दिनों में इंग्लैंड तथा दक्षिण कोरिया के प्रमुख शहरों में विरोध प्रदर्शनों की एक लंबी श्रृंखला आयोजित करने का फैसला किया है।
एक अंतरराष्ट्रीय अभियान के हिस्से के तौर पर बलूच नेशनल मूवमेंट ने बलूचिस्तान की पीड़ा को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दर्शाने की योजना बनाई है। फिलहाल उनके ये विरोध प्रदर्शन इंग्लैंड की राजधानी लंदन तथा दक्षिण कोरिया के बुसान शहर में होंगे। बलूच नेशनल मूवमेंट ने अपने ट्वीट में लिखा है कि बलूचिस्तान पर गैरकानूनी कब्जे के विरुद्ध 27 मार्च को लंदन के 10 डाउनिंग स्ट्रीट में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री आवास के सामने एक बड़ा विरोध प्रदर्शन होगा।
प्राप्त समाचारों के अनुसार, ये विरोध प्रदर्शन बलूचिस्तान से बलूच कार्यकर्ताओं के 'गायब' होने और संयुक्त अरब अमीरात से हफीज बलूच के प्रत्यर्पण के विरोध में किया जाएगा। बलूच नेशनल मूवमेंट ने आह्वान किया है कि इंग्लैंड में मौजूद सभी बलूच कार्यकर्ता और मानवाधिकार कार्यकर्ता इस विरोध प्रदर्शन में शामिल हों।
उल्लेखनीय है कि अक्तूबर 2021 में भी बलूच नेशनल मूवमेंट ने जर्मनी के बेलफील्ड, नीदरलैंड की राजधानी एम्स्टर्डम तथा बुसान, दक्षिण कोरिया में विरोध प्रदर्शनों का आयोजन किया था। बलूच नेशनल मूवमेंट के प्रवक्ता का कहना है कि पार्टी का अंतरराष्ट्रीय जागरूकता अभियान चल रहा है जो बलूचिस्तान में बलूचों के नरसंहार तथा पाकिस्तान की दमनकारी सत्ता की असलियत उजागर करने पर केंद्रित है।
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