राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की गुजरात स्थित कर्णावती में तीन दिवसीय अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक का रविवार को समापन हुआ। इस अवसर पर आयोजित पत्रकार वार्ता में संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने बताया कि संघ कार्य का भौगोलिक और अन्य आयामों के जरिए विस्तार किया जाता है। वहीं वर्ष में तीन बार इस विस्तार कार्य की समीक्षा होती है।
सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने बताया कि संघ अपने शताब्दी वर्ष से पूर्व देश के हर इलाके तक अपनी पहुंच बढ़ाना चाहता है। मौजूदा समय में देश के 50 फीसदी मंडलों (ग्रामीण इलाके) में संघ सक्रिय रूप से काम कर रहा है, लेकिन आगामी 2 वर्षों में अन्य इलाकों में भी संघ पहुंच जाएगा। इन क्षेत्रों में सामाजिक समरसता, शिक्षा, स्वास्थ्य, संस्कृति को बढ़ावा देना संघ का उद्देश्य है। ग्रामीण इलाकों के साथ-साथ शहरी बस्तियों में भी संघ कार्य का विस्तार किया जाएगा।
सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने कहा कि संघ ने अपने संगठन को मजबूती देने के लिए यह विस्तार योजना नहीं बनाई है, अपितु राष्ट्रवादी समाज का निर्माण करना संघ का लक्ष्य है। लोगों में संघ के प्रति स्वीकार्यता बढ़ी है। समाज की ओर से संघ पर विश्वास बढ़ रहा है। लोग सक्रिय रूप से संघ कार्य में शामिल होना चाहते हैं। कोरोना महामारी के काल में समाज के बहुत से लोगों ने संघ से संपर्क कर संघ के जरिए सेवाकार्य में योगदान दिया है। संघ का समाज तक पहुंचना कार्यशैली है, वहीं समाज का संघ तक पहुंचना यह लोगों के मन में बढ़ रहे विश्वास, प्रेम और राष्ट्रीयता का प्रतीक है।
सरकार्यवाह ने बताया कि अ.भा. प्रतिनिधि सभा की बैठक में प्रमुख मुद्दों पर चर्चा हुई तथा प्रस्ताव पारित हुए हैं। होसबले ने कहा कि विदेशों में भारत के खिलाफ दुष्प्रचार बहुत होता है। नतीजतन आने वाले समय में संघ सच्चे भारत की असली तस्वीर खड़ी करने के लिए प्रयास करेगा। स्वावलंबी भारत के निर्माण के लिए कार्य किए जाएंगे। कोरोनाकाल में शिक्षा व्यवस्था बहुत प्रभावित हुई है। संघ वंचित विद्यार्थियों के लिए शिक्षा में सहयोग करेगा। समाज की शक्ति बढ़ाने के लिए अगले दो वर्षों तक संघ कार्य के विस्तार पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
टिप्पणियाँ