रूस-यूक्रेन युद्ध की विभीषिका के बीच अमेरिका की बाइडेन सरकार आएदिन रूस पर एक से एक कड़े प्रतिबंध घोषित कर रही है। लेकिन इधर अमेरिका के राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा भी सुनाई दी कि भारत पर भी प्रतिबंध लगाने चाहिए क्योंकि वह रूस से एस-400 रक्षा उपकरण का सौदा कर रहा है। ऐसी चर्चाओं पर टेक्सास के सीनेटर टेड क्रूज भारत के पक्ष में उतर आए हैं। उन्होंने बाइडेन प्रशासन को सावधान करते हएु कहा है कि भारत पर कोई भी प्रतिबंध लगाना बेवकूफी भरा कदम होगा।
सीनेटर क्रूज ने सीनेट की विदेश संबंध कमेटी में साफ कहा कि ऐसी खबरें हैं कि बाइडेन प्रशासन 'एडमिनिस्ट्रेशन काउंटरिंग अमेरिकाज एडवर्सरीज थ्रू सेंक्शंस एक्ट' के अंतर्गत भारत के विरुद्ध प्रतिबंध लगाने की सोच रहा है। टेड ने कहा कि उन्हें लगता है कि ऐसा कदम उठाना मूर्खता ही होगी।
टेड क्रूज का कहना है कि गत एक सप्ताह में बाइडेन प्रशासन की नजरों में भारत-अमेरिका के बीच रिश्तों में कुछ खटास आई है। उल्लेखनीय है कि भारत कई क्षेत्रों में अमेरिका को महत्वपूर्ण सहयोग दे रहा है। टेक्सास के सीनेटर का कहना है कि इधर कुछ साल से भारत-अमेरिका गठजोड़ बहुत पुख्ता हुआ है, लेकिन बाइडेन प्रशासन के आने के बाद से इसे कुछ ठेस लगी है।
2018 में अमेरिका में लागू किए गए 'काउंटरिंग अमेरिकाज एडवर्सरीज थ्रू सेंक्शंस एक्ट' का मुख्य मकसद है ईरान, उत्तर कोरिया तथा रूस की आक्रामकता का सामना करना। इस कानून के अंतर्गत अमेरिकी सरकार को अधिकार मिल जाता है कि वह रूस के साथ बड़े हथियारों का सौदा करने वाले देशों के विरुद्ध कदम उठाए।
अमेरिका में 2018 में लागू किए गए 'काउंटरिंग अमेरिकाज एडवर्सरीज थ्रू सेंक्शंस एक्ट' का मुख्य मकसद है ईरान, उत्तर कोरिया तथा रूस की आक्रामकता का सामना करना। इस कानून के अंतर्गत अमेरिकी सरकार को अधिकार मिल जाता है कि वह रूस के साथ बड़े हथियारों का सौदा करने वाले देशों के विरुद्ध कदम उठाए।
यहां बता दें कि भारत अपनी जरूरतों के कुल हथियारों का एक बड़ा हिस्सा रूस से ही खरीदता है। गत वर्ष 7 दिसंबर को भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रूस की अपनी यात्रा के दौरान 6 लाख एके-203 राइफलों का सौदा किया है, जो अभी पूरा होना है। इतना ही नहीं, अभी रूस से एस-400 मिसाइलें भी आनी हैं। पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने फोन पर हुई वार्ता में बताया था कि यूक्रेन युद्ध से एस-400 की आपूर्ति में कोई बाधा नहीं आएगी। लेकिन वर्तमान हालात को देखते हुए, इस उपकरण की खेप कब पहुंचेगी, यह कहा नहीं जा सकता।
टिप्पणियाँ