भोपाल के बहुचर्चित केस में न्यायालय ने बलात्कारी प्यारे मियां को उम्रकैद की सजा सुनाई है। उसके इस घिनौने काम में साथ देने पर उसके मैनेजर, एक डॉक्टर और उसकी सहयोगी लड़की को भी दोषी करार देते हुए सजा सुनाई गई है। नाबालिगों से दुष्कर्म करने के आरोपों के सिद्ध होने के साथ ही अभी अन्य चार मामलों में उसे सजा होनी है।
पब्लिक प्रॉसिक्यूटर पीएन सिंह राजपूत ने सोमवार को बताया कि प्यारे मियां पर चार से अधिक नाबालिगों ने आरोप लगाए थे। इसी मामले में यह निर्णय न्यायालय द्वारा सुनाया गया है। इसके साथ ही कोर्ट ने उसके मैनेजर ओवैस को उम्रकैद, महिला सहयोगी स्वीटी विश्वकर्मा को 20 साल की जेल की सजा तथा बच्चियों का गर्भपात कराने वाले चिकित्सक हेमंत मित्तल को भी पांच साल की सजा सुनाई गई है।
भोपाल जिला अदालत की अपर सत्र न्यायाधीश कविता वर्मा की कोर्ट में कार्रवाई चली। न्यायालय ने प्यारे मियां को दुष्कर्म, जान से मारने की धमकी, गर्भपात कराने समेत अन्य धाराओं में दोषी ठहराया। आईपीसी की धारा 376- दुष्कर्म के लिए उम्रकैद एवं एक लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया। धारा 190- दुष्कर्म के लिए बंधक बनाकर रखना। उम्रकैद और एक लाख रुपए का जुर्माना, धारा 370- देहव्यापार में लिप्त होना। उम्रकैद, पॉक्सो एक्ट की धारा 5एल के तहत उम्रकैद। इस तरह प्यारे मियां को चार बार सजा सुनाई गई है। कोर्ट ने दोषियों पर एक-एक लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया है। वह जबलपुर की जेल में बंद है, उसे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से यह फैसला सुनाया गया। उसके खिलाफ अभी राजधानी भोपाल के तीन अन्य थानों में प्रकरण दर्ज है। वहीं एक प्रकरण इंदौर में चल रहा है, जिसमें कि अभी निर्णय आना शेष है । यह सभी मामले भी दुष्कर्म, आर्म्स एक्ट, धोखाधड़ी जैसे संगीन अपराध से जुड़े हैं। वह खुद को बच्चियों से अब्बा कहलवाता था।
अय्याश तो था ही पशुओं की खाल का भी था शौकीन
यह मामला सबसे पहले दो जुलाई 2020 को भोपाल की रातीबढ़ पुलिस के सामने आया था। रात को रातीबढ़ टीआई सुधेश तिवारी को चार लड़कियां नशे में धुत मिली थीं। उन्होंने बताया था कि प्यारे मियां उन्हें लोगों के पास उनके ऐश के लिए भेजता है। जिसके बाद लड़कियों की शिकायत पर पुलिस ने शाहपुरा में एक फ्लैट पर कार्रवाई की। जहां बड़ी संख्या में शराब और आपत्तिजनक सामग्री मिली थी। इसके बाद ही पुलिस ने प्यारे मियां समेत अन्य आरोपियों पर कार्रवाई की तथा कश्मीर से गिरफ्तार कर भोपाल लाई थी। तब से वह जेल में है। यौन शोषण के साथ ही सामने आया था कि वह पशुओं की खाल का भी शौकीन है, जिसके बाद वन विभाग ने पशु क्रूरता, कोहेफिजा पुलिस ने नाबालिग से दुष्कर्म के मामले एवं अवैध शराब का मामला भी दर्ज किया। इस मामले में एक बच्ची की मौत भी हो चुकी है।
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