यदि इस बार सब कुछ ठीक ठाक रहा तो श्रद्धालु ॐ और आदि कैलाश (ज्युलिकोंग) यात्रा कर कर सकेंगे। कुमायूँ मंडल विकास निगम यात्रा शुरू कर सकता है। ये दोनों आस्था के पर्वत भारत के सीमांत व्यास घाटी में हैं और अब यहां सड़क भी बन गयी है।
ॐ पर्वत अंतिम सीमा चौकी नाभीढांग से दिखता है। मान्यता है कि ये ब्रह्मा का निवास स्थल है, नाभीढांग से आगे लीपू पास होकर मानसरोवर यात्रा जाती है। व्यास घाटी में गूंजी से एक मार्ग ॐ पर्वत और काली मंदिर, व्यास गुफा की ओर जाता है जबकि दूसरा मार्ग कुटी (कुंती) गांव होता हुआ आदि कैलाश की तरफ जाता है। आदि कैलाश के नीचे पार्वती ताल और मन्दिर है। आदि कैलाश को भी शिव की स्थली माना जाता है। इन आस्था पर्वत तीर्थस्थलों की यात्रा का आयोजन कुमाऊं मंडल विकास निगम करता है। निगम के महाप्रबंधक ए बी बाजपेयी ने जानकारी दी है कि कोशिश है इस बार कम से कम 20 यात्री दलों को यात्रा करवायी जाए। इसके लिए यात्रा पड़ावों और प्रबंध व्यवस्थाओं का जायजा लिया जाएगा। सब कुछ ठीक रहा तो जून में यात्रा शुरू की जाएगी।
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