आईएनएस कलवरी पूर्णत: स्वदेश निर्मित छह पनडुब्बियों में से एक है। इन पनडुब्बियों का स्टील्थ फीचर यानी छुपने की योग्यता बहुत एडवांस है और ये लंबी दूरी के टॉर्पिडो और एंटी शिप मिसाइल से लैस हैं। भारत जल्द ही नहीं पनडुब्बियां लेने जा रहा हो एआईपी तकनीक से लैस होंगी।
भारत के विरुद्ध पाकिस्तान की सेना और कट्टरपंथी तत्वों में ही नहीं, हर विभाग में इतनी नफरत भरी है कि किसी भी खबर की सचाई जानने की बजाय वे बढ़—चढ़कर उसका दुष्प्रचार करने में लग जाते हैं। यही वजह है कि पाकिस्तान से भारत के विरुद्ध आएदिन फर्जी दुष्प्रचार को हवा दी जाती है। परन्तु, अधिकांश मामलों में उसका झूठ पकड़ा जाता रहा है। कल फिर से पाकिस्तान के एक मेजर जनरल ने दावा किया कि पाकिस्तान ने अपने समंदर में भारत की पनडुब्बी को पकड़ कर रोका है। दुष्प्रचार में माहिर उस देश का कहना है कि रोकी गई भारत की पनडुब्बी का नाम आईएनएस कलवरी है। लेकिन दिलचस्प बात यह है कि पाकिस्तान से किसी भी स्तर पर इस खबर को सच नहीं बताया है।
बाबर इफ्तिखार का दावा है कि पनडुब्बी को गत एक मार्च को रोका गया था। मेजर जनरल बाबर का यह भी दावा है कि पिछले पांच साल में इस तरह की यह चौथी घटना है। बाबर ने शेखी बघारते हुए पाकिस्तान की नौसेना की खुद की पीठ थपथपाई और कहा कि यह मामला बताता है कि किसी पनडुब्बी का पता लगाने में वह कितनी माहिर है। लेकिन मजेदार बात है कि बाबर के इस दावे की पाकिस्तान के किसी जिम्मेदार अधिकारी ने पुष्टि नहीं की है।
इतना ही नहीं, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर पाकिस्तन द्वारा उस पनडुब्बी को रोके जाने का एक वीडियो भी फैलाया गया जिसे वह आईएनएस कलवरी बता रहा है। इतना ही नहीं, पाकिस्तान की फौज के अंतर सेवा जन संपर्क महानिदेशक मेजर जनरल बाबर इफ्तिखार का दावा है कि पनडुब्बी को गत एक मार्च को रोका गया था। मेजर जनरल बाबर का यह भी दावा है कि पिछले पांच साल में इस तरह की यह चौथी घटना है। बाबर ने शेखी बघारते हुए पाकिस्तान की नौसेना की खुद की पीठ थपथपाई और कहा कि यह मामला बताता है कि किसी पनडुब्बी का पता लगाने में वह कितनी माहिर है।
उल्लेखनीय है कि आईएनएस कलवरी पूरी तरह भारत में तैयार की गईं छह पनडुब्बियों में से एक विशिष्ट पनडुब्बी है। ये पनडुब्बियां 'स्टील्थ फीचर' से लैस हैं और इन्हें पकड़ना लगभग नामुमकिन है। इनमें दूर तक मार करने वाली टॉर्पिडो और एंटी शिप मिसाइलें तैनात रहती हैं। इतना ही नहीं, भारत जल्दी ऐसी नई पनडुब्बियों से लैस होने वाला है जिनमें एआईपी तकनीक होगी और जो लंबे वक्त तक पानी में तैरती रहने के काबिल होंगी।
यह जानना भी दिलचस्प होगा कि पिछले साल अक्तूबर महीने में भी पाकिस्तान ने ऐसा ही दावा किया था जो फर्जी निकला था। उसने तब एक वीडियो जारी किया था और आरोप लगाया था कि कराची बंदरगाह के निकट भारतीय पनडुब्बियां देखी गई हैं। लेकिन भारतीय नौसेना ने बाद में इस दावे की हवा निकाल दी थी।
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