यूक्रेन में रूस के सैन्य अभियान के बीच भारतीयों को सुरक्षित स्वदेश लाने के लिए भारत सरकार युद्ध स्तर पर काम कर रही है। इसके लिए ऑपरेशन गंगा चलाया गया है। कोई भ्रम न रहे और सभी तक सटीक जानकारी पहुंचे, इसके लिए सोशल मीडिया पर OpGanga Helpline नाम से पेज क्रिएट किया गया। इसे अपडेट भी किया जा रहा है। बीस हजार से अधिक लोग इससे जुड़ चुके हैं। इसके अलावा विदेश मंत्री एस जयशंकर, विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला, केंद्रीय मंत्री, विदेश प्रवक्ता भी हर पल की जानकारी साझा कर रहे हैं। खार्किव में भारत ने अपने एक बेटे को खो दिया। इसका दर्द सभी को है। होनहार छात्र नवीन शेखरप्पा की मौत से हर भारतवासी आहत है। सभी भारतीय सकुशल वापस आ जाएं इसके लिए वायुसेना की भी मदद ली जा रही है।
इन सबके बीच कुछ नेता भारत की रणनीति पर सवाल उठा रहे हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी एक सवाल उठाया है। उन्होंने केंद्र सरकार से तीन सवाल पूछे हैं। उन्होंने ट्वीट किया कि केंद्र सरकार को बताना होगा- 1- कितने छात्रों को बचाकर ला चुके हैं। 2-कितने अभी भी यूक्रेन में फंसे हुए हैं। 3. हर क्षेत्र के लिए विस्तृत निकास प्लान।
राहुल गांधी के इस राजनीतिक ट्वीट पर लोगों ने उन्हें ट्रोल किया। यहां तक कहा कि क्या आप अपडेट नहीं रहते हैं। क्या समाचार चैनल नहीं देखते। क्या अखबार नहीं पढ़ते। सोशल मीडिया भी नहीं देखते। एक यूजर ने तो यहां तक कहा कि राजा बाबू देर तक सोते हैं। उन्होंने न्यूज एजेंसियां और छपी खबरें उन्हें टैग करते हुए कहा कि यह खबर पढ़ लीजिए। एक यूजर ने राहुल गांधी से यहां तक पूछा कि क्षेत्र के हिसाब से जानकारी क्यों मांग रहे हैं। भारत का हर बेटा भारतीय है। 27 फरवरी से ऑपरेशन गंगा लॉन्च हो चुका है।
राहुल गांधी के इस ट्वीट के करने से पहले ही विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला सारी स्थिति स्पष्ट कर चुके थे। उन्होंने मंगलवार रात मीडिया को बता दिया था कि कितने भारतीय नागरिक यूक्रेन में थे, कितने हैं और उन्हें लाने का क्या प्लान है। लेकिन शायद राहुल गांधी तक यह जानकारी नहीं पहुंच पायी। हर्षवर्धन श्रृंगला ने बताया था कि हमने जब अपनी पहली एडवाइजरी जारी की थी उस समय यूक्रेन में लगभग 20,000 भारतीय छात्र थे, तब से लगभग 12,000 छात्र यूक्रेन छोड़ चुके हैं। बाकी बचे 40% छात्रों में से लगभग आधे संघर्ष क्षेत्र में हैं और आधे यूक्रेन के पश्चिमी बॉर्डर पर पहुंच गए हैं या उसकी तरफ बढ़ रहे हैं। हमारे सभी नागरिकों ने कीव छोड़ दिया है। हमारे पास जो जानकारी है उसके मुताबिक कीव में हमारे और नागरिक नहीं हैं, वहां से हमें किसी ने संपर्क नहीं किया है। भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए बुखारेस्ट और बुडापेस्ट के अलावा अगले 3 दिन में 26 फ्लाइट शेड्यूल हैं।
भारतीय वायुसेना ने संभाली कमानकेंद्रीय मंत्री सोम प्रकाश ने बताया कि ऑपरेशन गंगा के अंतर्गत 9 फ्लाइट भारत पहुंच चुकी हैं, 7 फ्लाइट कल भारत पहुंचेंगी। यूक्रेन में फंसे लोगों के लिए मैंने 2 हेल्पलाइन नंबर(+9173572-00001,+9198154-25173) जारी किए हैं। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बताया कि पिछले 24 घंटे में छह उड़ानें भारत के लिए रवाना हुई हैं, जिनमें पोलैंड से पहली उड़ान भी शामिल है। यूक्रेन से 1,377 और भारतीय नागरिकों को वापस लाया गया। इसके साथ ही सेना की भी मदद ली जा रही है। भारतीय वायुसेना का विमान सी- 17 भी गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस से रोमानिया के लिए सुबह चार बजे उड़ान भर चुका है। कुछ देर बाद रोमानिया और हंगरी के लिए वायुसेना के एक-एक और विमान ने उड़ान भरी है। भारतीय वायुसेना के वाइस चीफ ऑफ एयर स्टाफ एयर मार्शल संदीप सिंह ने कहा कि यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए वायुसेना एक दिन में चार विमान भेज सकती है। एक दौर में 200 लोगों को वापस लाया जाएगा। विश्वास है कि सभी लोग सकुशल वापस आएंगे। सुबह से ही वायुसेना के तीन विमान भेजे जा चुके हैं। |
क्या कहते हैं रूस के राजदूतभारत में रूस के राजदूत डेनिस अलीपोव ने कहा कि हम खार्किव और पूर्वी यूक्रेन के अन्य क्षेत्रों में फंसे भारतीयों के लिए भारतीय अधिकारियों के संपर्क में हैं। हमें रूस के क्षेत्र के माध्यम से वहां फंसे सभी लोगों को आपातकालीन निकासी के लिए भारत के अनुरोध प्राप्त हुए हैं। |
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