यूक्रेन पर रूस की सैन्य कार्रवाई जारी है। दोनों देशों के बीच टकराव दूर करने के लिए वैश्विक स्तर पर प्रयास जारी हैं। वहीं, यूक्रेन में फंसे सभी भारतीयों को वापस लाने के लिए भारत सरकार भी युद्धस्तर पर काम कर रही है। केंद्रीय मंत्रियों को विशेष दूत बनाकर चार देशों में भेजने का निर्णय लिया गया है। वहीं अब भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए भारतीय वायुसेना की मदद ली जाएगी। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने इसके आदेश दिए हैं। भारतीय वायु सेना का सी-17 परिवहन विमान यूक्रेन से भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए कल सुबह 4 बजे रोमानिया के लिए रवाना होगा। विमान दिल्ली के पास हिंडन में होम बेस से उड़ान भरेगा। भारतीय दूतावास ने भी आज सभी भारतीय नागरिकों को यूक्रेन छोड़ने के लिए कहा है। उनसे कहा गया है कि वे ट्रेन के साथ और भी जो साधन हैं, उनसे यूक्रेन से बाहर निकलें।
खार्किव में भारतीय छात्र की मौत
खार्किव में आज गोलाबारी में एक भारतीय छात्र नवीन शेखरप्पा की मौत हो गई। विदेश मंत्रालय ने इस बात की जानकारी दी। नवीन कर्नाटक के हावेरी जिले के रहने वाले थे। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने छात्र के पिता से बात की। नवीन का पार्थिव शरीर भारत वापस लाने के लिए हरसंभव प्रयास किए जाएंगे।
यूनाइटेड नेशन ह्यूमन राइट्स काउंसिल (UNHRC) ने अपात बैठक बुलाने का प्रस्ताव दिया था। इस प्रस्ताव के पक्ष में 29 और विपक्ष में 5 वोट पड़े। भारत समेत 13 देशों ने मतदान में भाग नहीं लिया। UNHRC में कुल 47 सदस्य हैं। हालांकि, रूस के हमले में 70 यूक्रेनी सैनिकों की मौत की खबर सामने आई है।
आज 1000 छात्रों की आवाजाही हो जाएगी सुनिश्चित
24 फरवरी से दूतावास के पास शरण लिए 400 भारतीय छात्र सफलतापूर्वक कीव से ट्रेन के जरिये पड़ोसी देशों में रवाना कर दिए गए। आज कीव से पश्चिमी की ओर 1000 से अधिक छात्रों की आवाजाही सुनिश्चित की गई। कीव में जो छात्र बचे हुए हैं, शेष कुछ छात्रों को कर्फ्यू हटने के बाद छोड़ने की सलाह दी।
प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति से की भेंट
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविन्द से मुलाकात कर रूस और यूक्रेन के बीच सैन्य टकराव से पैदा हुये संकट की जानकारी दी। प्रधानमंत्री ने यूक्रेन से भारतीय नागरिकों को वापस लाने के बारे में उठाये गये तमाम कदमों से भी उन्हें अवगत कराया। केंद्र सरकार यूक्रेन से भारतीय नागरिकों जिनमें अधिकांश छात्र हैं, उनकी सुरक्षित स्वदेश वापसी के लिए “ऑपरेशन गंगा” चला रही है। यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए स्पाइसजेट की विशेष उड़ान आज कोसिसे, स्लोवाकिया के लिए संचालित होगी। केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू भारतीयों की घर वापसी की निगरानी के लिए भारत सरकार के विशेष दूत के रूप में कोसिसे की यात्रा पर हैं।
अविराम चल रहा है ऑपरेशन गंगा, नौवीं उड़ान बुखारेस्ट से रवाना
यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को भारत वापस लाने के लिए ऑपरेशन गंगा अभियान चल रहा है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बताया कि ऑपरेशन गंगा के तहत नौवीं उड़ान 218 भारतीय नागरिकों के साथ बुखारेस्ट से नई दिल्ली के लिए रवाना हो चुकी है। हमारे साथी भारतीयों की सुरक्षा सुनिश्चित होने तक प्रयास अविराम जारी रखेंगे।
यूक्रेन की सीमा से लगे 4 देशों में भारत ने चार केंद्रीय मंत्रियों को विशेष दूत तैनात करने का निर्णय लिया है। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया रोमानिया जाएंगे, किरेन रिजिजू स्लोवाक गणराज्य, हरदीप सिंह पुरी हंगरी और जनरल वीके सिंह पोलैंड जाएंगे।
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