गत 30 जनवरी को गुजरात एटीएस ने दिल्ली में कमर गनी उस्मानी को गिरफ्तार किया है। एटीएस का दावा है कि उस्मानी तहरीक—ए—फरोग से जुड़ा है। शब्बीर और इम्तियाज ने गुजरात पुलिस को बताया था कि उस्मानी से उन दोनों की मुलाकात मुम्बई में हुई थी। उसी ने कहा था कि जो भी इस्लाम या मुसलमानों के विरुद्ध बोले उसे मार दो। इसके बाद गुजरात एटीएस को दिल्ली भेजा गया और उस्मानी को गिरफ्तार कर लिया गया।
उल्लेखनीय है कि अमदाबाद जिले के धंधुका नगर में 25 जनवरी की शाम को किशन भरवाड़ नामक नवयुवक को उसके घर के पास ही मोटरसाइकिल सवार दो जिहादियों ने गोली मार दी थी। अब तक हुई जांच से पता चला है कि किशन की हत्या उसके द्वारा सोशल मीडिया में डाली गई एक पोस्ट के लिए की गई। बता दें कि 6 जनवरी किशन ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डाली थी, जिसे मजहबी भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली मानकर कुछ स्थानीय मुसलमानों द्वारा पुलिस में आपत्ति दर्ज करवाई गई। इसके बाद किशन ने माफी भी मांग ली थी। लेकिन जिहादी तत्वों ने एक षड्यंत्र के अंतर्गत उसकी हत्या कर दी। इस षड्यंत्र में अमदाबाद, दिल्ली और मुम्बई के कई मौलाना शामिल हैं। जांच जैसे—जैसे आगे बढ़ रही है, इसकी परतें खुलती जा रही हैं।
किशन की हत्या से गुजरात ही नहीं, पूरे देश के शांति—पसंद लोग हैरान हैं, लेकिन सेकुलर छावनी में सन्नाटा है। इस हत्या पर उन लोगों ने एक शब्द नहीं बोला है, जो अपने को सेकुलर कहते हैं और जो देश में बढ़ रही कथित असहिष्णुता को लेकर प्रधानमंत्री से लेकर सर्वोच्च न्यायालय तक को पत्र लिखते हैं। उल्लेखनीय है कि गत 8 जनवरी को अपने को सेकुलर कहने वाले 186 लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखकर कहा था, ''देश में असहिष्णुता बढ़ रही है, अल्पसंख्यकों पर हमले हो रहे हैं, लेकिन आप चुप हैं।'' इन 186 लोगों में आईआईएम, अमदाबाद के तीन और आईआईएम, बेंगलूरु के 13 प्रोफेसर भी शामिल हैं। अब लोग सवाल उठा रहे हैं कि आईआईएम, अमदाबाद से केवल 100 किलोमीटर की दूरी पर हुई किशन की हत्या पर ये लोग चुप क्यों हैं!
किशन की हत्या के दूसरे दिन विश्व हिंदू परिषद ने धंधुका बंद का आवाहन किया, जिसे स्थानीय लोगों का प्रचंड सहयोग प्राप्त हुआ। न केवल धंधुका, बल्कि उसके आसपास के कस्बे राणपुर, बावला, सुरेंद्रनगर और लिमडी में भी बंध का असर रहा। इसके बाद राज्य सरकार ने इस मामले को बहुत ही गंभीरता से लिया। दूसरे ही दिन राज्य के गृह मंत्री ने मृतक के परिवार वालों से भेंट की और उसकी 20 दिन की बच्ची को गोद में लेकर कहा कि किशन को हर हाल में न्याय दिलाया जाएगा।
सरकार की इस दृढ़ता का परिणाम भी दिख रहा है। घटना के कुछ घंटों के बाद ही मुख्य आरोपी शब्बीर और इम्तियाज पकड़े गए। बता दें कि इम्तियाज मोटरसाइकिल चला रहा था और उसके पीछे बैठकर शब्बीर ने किशन पर गोली चलाई थी। दोनों हत्यारे धंधुका के ही रहने वाले हैं। शब्बीर जिहादी सोच वाला है। कहा जा रहा है कि अमदाबाद के मौलाना कमर ने पाकिस्तानी जिहादी खालिद हुसैन रिजवी के भाषण सुनाकर शब्बीर को किशन की हत्या के तैयार किया।
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