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500 से अधिक द्वीपों के समूह अंदमान एवं निकोबार का जैव वैविध्य और प्राकृतिक सौंदर्य अनुपम
अशोक श्रीवास्तव
भारत के पूर्व में बंगाल की खाड़ी में स्थित अंदमान-निकोबार द्वीप समूह एक अनोखा सांस्कृतिक स्थल है। 500 से अधिक छोटे-बड़े द्वीपों का यह समूह मिली-जुली संस्कृति की जीवंत प्रयोगशाला के रूप में विश्व पटल पर उभर कर आया है। अनुपम सौदर्य और चकित कर देने वाली वनस्पति एवं जीव-जंतु यहां की विशेषता हैं।
यहां सेल्युलर जेल और वाइपर द्वीप के फांसी के तख्ते के अलावा एक सक्रिय ज्वालामुखी, मध्ययुगीन आरा मिल, बहुरंगी मूंगों और ऐसे कई अन्य पर्यटन स्थल हैं। यहां के समुद्री तट तो बेहद मनोहारी हैं, जबकि चिड़िया टापू, माउंट हैरियट और कॉर्बिन्ज कोव टूरिज्म कॉम्प्लेक्स जैसे पिकनिक स्थल भी हैं। वन संग्रहालय, नौसेना का संग्रहालय समुद्रिका, राष्ट्रीय संग्रहालय और मानव विज्ञान संग्रहालय भी देखने लायक हैं। यहां जाने के लिए सबसे बेहतरीन समय दिसंबर से अप्रैल है। प्रकृति प्रेमियों के लिए यह द्वीप समूह स्वर्ग के समान है। प्राकृतिक सौंदर्य की दृष्टि से लंबा द्वीप (लांग आइलैंड) मनोहारी है। इसके रेतीले तट ओर इस द्वीप पर पाई जाने वाली डॉल्फिन पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र हैं। इसके अलावा, वांडूर में महात्मा गांधी मरीन नेशनल पार्क है, जो समुद्र, संकरी खाड़ी और 15 द्वीपों से मिलकर बना है। यह दुर्लभ मूंगों की खूबसूरती एवं अंदमान के समुद्री जीवों के लिए जाना जाता है। साथ ही, पर्यटक स्कूबा डाइविंग और स्नोर्कलिंग का आनंद भी उठाते हैं।
मानव विज्ञान संग्रहालय में अंदमान के आदिम युग के जीवन की झलक मिलती है। निकोबार द्वीप पर पाए जाने वाले फूल एवं पक्षी, समुद्री तट और शांत वातावरण बड़ी संख्या में पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। इंदिरा प्वाइंट ग्रेट निकोबार द्वीप का प्रमुख आकर्षण है। प्राकृतिक सौंदर्य के लिए वैसे तो निकोबार का सबसे बेहतरीन द्वीप कटचाल है, पर कार निकोबार व ग्रेट निकोबार का आकर्षण भी कम नहीं है। निकोबार में ऐसे ढेरों स्थान हैं जहां से प्राकृतिक सौंदर्य को निहारा जा सकता है, किंतु कटचाल की खूबसूरती अतुलनीय है।
174.4 वर्ग किमी में फैला निकोबार का कटचाल द्वीप केंद्र शासित प्रदेश के 572 द्वीपों में से एक है। अपनी बेमिसाल सुंदरता के कारण यह दुनियाभर के पर्यटकों में खासा लोकप्रिय है। कटचाल में वनस्पति और वन्यजीव बहुतायत में हैं। यहां पशु-पक्षियों की कुछ अनूठी प्रजातियों को भी देखा जा सकता है। यह द्वीप विभिन्न प्रकार की मछलियों और मूंगों से भरा हुआ है। इस द्वीप पर गर्मी और सर्दी में भी जा सकते हैं। अंदमान-निकोबार द्वीप समूह में कई छोटे-छोटे द्वीप हैं। कार निकोबार इस द्वीप समूह का मुख्यालय है, जो यहां के प्रमुख आकर्षणों में शामिल है।
पोर्ट ब्लेयर नगर के लगभग दो किलोमीटर अर्धव्यास में देश के विभिन्न प्रांतों के सांस्कृतिक केंद्र हैं। इन केंद्रों में हमेशा सांस्कृतिक कार्यक्रम होते रहते हैं। इस द्वीप समूह पर निग्रीटो जनजाति के जारवा, सेन्टीनल और ओंगे आदिम जनजातियां भी रहती हैं। जारवा और सेन्टीनल आदिम जनजातियां आज भी पाषाण युग में जी रही हैं। इनके निवास स्थान मध्य अंदमान एवं सेन्टीनल द्वीप हैं। ओंगे जनजाति लिटिल अंदमान द्वीप में रहती है। इनके अलावा, मंगोलीय मूल की दो जनजातियां भी इन द्वीपों में निवास करती हैं। निकोबारी निकोबार द्वीप समूह और शौम्पेन ग्रेट निकोबार द्वीप में रहते हैं। ल्ल
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