अपनी बात : दुनिया ने माना लोहा
May 10, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम Archive

अपनी बात : दुनिया ने माना लोहा

by
Jun 13, 2016, 12:00 am IST
in Archive
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

दिंनाक: 13 Jun 2016 14:12:50

मशहूर राजस्थानी कहावत है, सेल धमीड़ा जो सहै, सो जागीरी खाय यानी जो भाले की चोटें सहता है, सत्ता में तूती उसी की बोलती है। ग्यारह बरस पहले गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के विरोधी उन पर दुर्भावना से प्रेरित राजनीतिक लांछनों की बर्छियां फेंक रहे थे। आज प्रधानमंत्री मोदी की अगुआई में भारत का डंका पूरी दुनिया में बज रहा है।
जिस अमेरिकी संसद ने कभी उनके अमेरिका आने पर रोक लगाने का प्रस्ताव स्वीकृत किया था, अब वही संसद नरेंद्र मोदी द्वारा भारत का पक्ष दृढ़ता से रखने पर तालियों में डूब गई।
अदम्य जिजीविषा और अनवरत संघर्ष के बूते परिस्थितियों को अपने पक्ष में मोड़ने की यह कहानी दुनिया के उस सबसे ऊर्जावान देश की है जिसका नेतृत्व आज मोदी कर रहे हैं। दरअसल, यह व्यक्ति के पीछे सवा अरब भारतीयों की शक्ति और आकांक्षाओं की हिलोर है।
वर्तमान भारतीय प्रधानमंत्री की यह चौथी अमेरिका यात्रा थी जिसमें उन्होंने पहली बार अमेरिकी संसद को संबोधित किया। यदि यात्राओं को मेल-जोल का कदम गिना जाए, तो कहा जा सकता है कि इन चार कदमों में भारत ने अमेरिका के साथ संबंधों का भारी अंतर पाट लिया है। पूरब और पश्चिम की सबसे बड़ी लोकतांत्रिक व्यवस्थाएं अब औपचारिकताओं से ऊपर उस स्तर पर समन्वय बैठाती दिखती हैं जहां बड़े-छोटे और बाजार-ग्राहक से आगे की महत्वपूर्ण बातें तेजी से निर्णयों और नई सहमतियों का रूप ले सकती हैं। यह सब अपने आप नहीं हुआ। भारत के महत्वाकांक्षी सौर एवं वैकल्पिक ऊर्जा कार्यक्रम पर्यावरण संरक्षण की वैश्विक चिंताओं के प्रति गहरी प्रतिबद्धता के प्रतीक बन गए हैं। सदाशयता और उदारता भारतीय संस्कृति के स्वाभाविक गुण हैं इसलिए नेपाल, मालदीव और अफगानिस्तान जैसे पड़ोसियों के लिए आड़े समय में तत्परता से की गई बड़ी मदद को भी सिर्फ 'कूटनीति' के तराजू में तौलना गलत होगा। इसके अलावा आर्थिक अपराधों से लेकर आतंकवाद जैसे दबे मुद्दों पर विश्व की चिंताओं को स्वर देने का काम पिछले दो वर्ष के दौरान भारत ने अभूतपूर्व कुशलता से किया है। ये सब ऐसी खरी बातें हैं जिनसे पूरे देश की छवि निखरी है।
दरअसल, विश्व राजनीति का यह वह सबसे दिलचस्प दौर है जहां भारत अपनी पूरी ऊर्जा और सांस्कृतिक पहचान के साथ स्थापित होने के लिए खड़ा होता दिखता है।
किन्तु इस मोड़ पर कुछ पक्ष ऐसे भी हैं जिन्हें भारत का यह उभार चिंतित कर रहा है। चीन के अलावा पाकिस्तान का सत्तातंत्र शक्तिशाली विश्व बिरादरी में भारत की इस बढ़ती साख से खासा बौखलाया हुआ है। हाल ही में लंदन से दिल का ऑपरेशन कराकर लौटे प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के लिए यह किसी सदमे से कम नहीं है कि खुद उनकी ही पार्टी संसद में स्थगन प्रस्ताव लाकर उनसे भारत की बढ़ती कूटनीतिक और सामरिक ताकत को रोकने की तैयारियों के बारे में पूछ रही है! उधर, चीन का आरोप है कि अमेरिका भारत के जरिए एशिया-प्रशांत क्षेत्र को अस्थिर करना चाहता है?
वैसे, भारत की नई चमक से चौंधियाई आंखों के ये सवाल बुनियादी तौर पर गलत और दुनिया में भ्रम फैलाने वाले हैं।
भारत से अलग हुए पाकिस्तान को अब गंभीर होना पड़ेगा। उसे कुनबा पार्टियों और वहाबी उन्माद के पालने से अलग पहचान बनानी होगी और एक सभ्य देश की तरह व्यवहार करते हुए सोचना होगा कि सिर्फ भारत विरोध से देश नहीं चल सकता। भारत से दूरी और चीन से नजदीकी का टोटका पाकिस्तानी राजनीतिकों को भले जनता को भरमाने के लिए कारगर लगे, हकीकत यही है कि इससे आम पाकिस्तानी की जिंदगी में कोई बड़ा फर्क नहीं पड़ा और जनता को बैर की राजनीति से चिढ़ होने लगी है। पाकिस्तान के प्रमुख अखबारों की संपादकीय टिप्पणियों और टीवी बहसों में जनता और बुद्धिजीवियों का यह गुस्सा अब बहुत साफ झलकने लगा है।
चीन ने माना है कि भारत और अमेरिका के संबंध अभूतपूर्व मुकाम पर हैं। साथ ही उसे यह भी याद रखना चाहिए कि आर्थिक साझेदारी की दृष्टि से भारत-चीन संबंधों का भी यह महत्वपूर्ण दौर है। उसे यह भी समझना होगा कि दुनिया उनके जैसी एकपक्षीय व्यवस्था (जिसे वहां एक विशिष्ट लोकतंत्र की उपमा दी जाती है) से नहीं चलती, और इसलिए एशिया-प्रशांत, या कहिए, पूरी दुनिया को किसी एक देश की इच्छानुसार संतुलित नहीं किया जा सकता। साम्यवाद से पूंजीवाद का अनोखा 'यू-टर्न' मारने वालों द्वारा भारत को गुटनिरपेक्षता की राह पर डटे रहने की सलाह अपनी जगह, परंतु किसी नीति को भारत ने त्यागा, या नहीं त्यागा…या फिर उसकी उपयोगिता का मूल्यांकन कैसा रहा, ये सब विषय भारतीय प्रभुसत्ता के नितांत भीतर के विषय हैं। वैसे इस या उस पक्ष में शामिल होने से बड़ी बात यह है कि दूसरे पक्ष से द्रोह-द्वेष कभी भारत की नीति और स्वभाव नहीं रहा। पास-पड़ोस में शांति, स्थिरता और संतुलन के पैरोकार तिब्बत की दमित जनाकांक्षाओं और चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे को किस नजर से देखते हैं, उन्हें यह भी दुनिया के सामने स्पष्ट करना चाहिए।
बहरहाल, भारत रूमानी किन्तु अव्यावहारिक परिभाषाओं के जालों, गुटों के झुरमुटों और भ्रम भरी दोस्तियों से परे ठोस कदमों से उस राह पर बढ़ रहा है जो उसके लिए आज के दौर में सबसे जरूरी है।
जिसने अरसे तक बहुत चोटें खाईं, आज उस देश की तूती बोल रही है।

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

Operation Sindoor Press briefing : ऑपरेशन सिंदूर पर भारत की प्रेस कॉन्फ्रेंस

#पाकिस्तान : अकड़ मांगे इलाज

भारतीय सेना ने पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों को किया नष्ट

भारतीय सेना ने PAK पर किया कड़ा प्रहार: पाकिस्तानी आतंकी लॉन्च पैड और चौकियां तबाह

प्रतीकात्मक तस्वीर

भारत के पॉवर ग्रिड पर पाकिस्तानी साइबर हमले की खबर झूठी, PIB फैक्ट चेक में खंडन

पुस्तक का लोकार्पण करते डॉ. हर्षवर्धन और अन्य अतिथि

कैंसर पर आई नई किताब

PIB Fact check

PIB Fact Check: सरकार ने नहीं जारी की फोन लोकेशन सर्विस बंद करने की एडवायजरी, वायरल दावा फर्जी

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

Operation Sindoor Press briefing : ऑपरेशन सिंदूर पर भारत की प्रेस कॉन्फ्रेंस

#पाकिस्तान : अकड़ मांगे इलाज

भारतीय सेना ने पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों को किया नष्ट

भारतीय सेना ने PAK पर किया कड़ा प्रहार: पाकिस्तानी आतंकी लॉन्च पैड और चौकियां तबाह

प्रतीकात्मक तस्वीर

भारत के पॉवर ग्रिड पर पाकिस्तानी साइबर हमले की खबर झूठी, PIB फैक्ट चेक में खंडन

पुस्तक का लोकार्पण करते डॉ. हर्षवर्धन और अन्य अतिथि

कैंसर पर आई नई किताब

PIB Fact check

PIB Fact Check: सरकार ने नहीं जारी की फोन लोकेशन सर्विस बंद करने की एडवायजरी, वायरल दावा फर्जी

Pakistan Defence minister Khawaja Asif madarsa

मदरसे में पढ़ने वाले बच्चों को पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने बताया सेकंड लाइन ऑफ डिफेंस

भारतीय सेना के हमले में तबाह हुआ पाकिस्तानी आतंकी ठिकाना

जब प्रश्न सिंदूर का हो, तब उत्तर वज्र होता है

Pahalgam terror attack

आतंक को जवाब: पाकिस्तान के 4 एयरबेस पर फिर सेना ने किया हमला

एक शिविर में प्रशिक्षण प्राप्त करते संस्कृत प्रेमी

15,000 लोगों ने किया संस्कृत बोलने का अभ्यास

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies