12वीं के बाद बारह रास्ते
May 11, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम Archive

12वीं के बाद बारह रास्ते

by
May 9, 2016, 12:00 am IST
in Archive
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

दिंनाक: 09 May 2016 16:46:33

 

बारहवीं करने के बाद छात्रों के सामने अनेक विकल्प हैं, लेकिन उन्हें इन सबकी जानकारी होनी चाहिए। छोटी जगहों पर रहने वाले छात्र जानकारी के अभाव के चलते पिछड़ जाते हैं

 

यशपाल गुप्ता

जब छात्र एवं छात्राएं अपनी 12वीं की परीक्षा उत्तीर्ण करते हैं तो उनके पास भविष्य को आगे बढ़ाने के लिए बहुत सारी संभावनाएं होती हैं। आज वैश्वीकरण का युग है और इस युग में आप जिस भी क्षेत्र में विशेषज्ञता हासिल कर लेंगे उसी में बेहिचक आगे बढ़ सकते हैं। परन्तु पर्याप्त जानकारी न होने के कारण ज्यादातर छात्रों को सही मार्गदर्शन नहीं मिल पाता। खासकर कस्बों और गांवों के छात्रों को। इस हालत में वे छात्र भटक जाते हैं। वे अपने भविष्य को संवारने के लिए सही पाठ्यक्रम का चुनाव नहीं कर पाते है। इन सभी को सही मार्गदर्शन की जरूरत होती है। यदि समय पर बच्चों को सही जानकारी मिल जाए तो बहुत हद तक रोजगार की समस्या से मुक्ति मिल सकती है।

वैसे तो यह छात्रों के विषय और रुचि पर निर्भर करता है कि वे किस विकल्प में अपने कैरियर की संभावनाएं तलाशते हैं। अगर छात्रों ने विज्ञान वर्ग में 12वीं की परीक्षा उत्तीर्ण की है तो वे इंजीनियरिंग एवं मेडिकल क्षेत्र में अपना भविष्य बना सकते हैं और इसी प्रकार अगर छात्रों ने कॉमर्स वर्ग के साथ 12 वीं की परीक्षा उत्तीर्ण की है तो वे अपने भविष्य को बीकॉम और व्यापार करने के क्षेत्र में ले जा सकते हैं। इसके अलावा भी बहुत से वर्गों में छात्र एवं छात्राएं 12 वीं की परीक्षा उत्तीर्ण करते हैं और आगे अपने सुनहरे भविष्य की संभावनाएं तलाशते हैं। उसी के सन्दर्भ में नीचे एक चार्ट प्रस्तुत किया गया है, जो कि सभी संभावनाओं को दर्शाता है जिसमें सभी छात्र अपना भविष्य बना सकते हैं।

उपरोक्त दर्शाए गए विकल्पों में से इंजीनियरिंग एक बहुचर्चित व बहुआयामी विकल्प है। इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद छात्र-छात्राओं के पास केवल नौकरी का ही विकल्प नहीं रहता वरन् वे अपना उद्योग भी विकसित कर सकते हैं। इंजीनियरिंग के क्षेत्र में सरकारी और निजी क्षे़़त्र दोनों में नौकरियों के अथाह अवसर है। छात्र अपनी दक्षता व क्षमता से इस क्षेत्र में कई नए आयाम स्थापित कर सकते हैं। ऐसा ही एक उदाहरण इसी वर्ष मुरादाबाद इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के कम्प्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में पढ़ाई कर रहे छात्र आकाश कुमार ने प्रस्तुत किया है। आकाश कुमार ने शिशु मन्दिर से 12 वीं की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद इंजीनियरिंग में कम्प्यूटर साइंस को अपने करियर के रूप में चुना उसे क्योंकि आरंभ से ही कम्प्यूटर का बहुत शौक था। उसने अपनी रुचि को अपने करियर को ऊंचाइयों तक पहुंचाने में लगाया और आज वह माइक्रोसॉफ्ट जैसी विश्व की सर्वश्रेष्ठ कंपनी से 56 लाख रुपए सालाना वेतन प्राप्त कर रहा है।

अपनी रुचि से करियर चुनने में आपके खुद के करियर की अथाह संभावनाएं स्वत: ही खुल जाती हैं। बस जरूरत है अपनी कुशलता एवं रुचि को पहचानने की। कुशल मार्गदर्शन एवं प्रशिक्षण से कोई भी छात्र अपनी मेहनत के दम पर आकाश जितनी ऊंचाइयों को छू सकता है तथा अपने परिवार व समाज का नाम रोशन कर सकता है।   

 

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

Bhagwan Narsingh Jayanti

भक्त प्रह्लाद की रक्षा के लिए भगवान विष्णु बने नृसिंह(नरसिंह)

बौद्ध दर्शन

बौद्ध दर्शन: उत्पत्ति, सिद्धांत, विस्तार और विभाजन की कहानी

Free baloch movement

बलूचों ने भारत के प्रति दिखाई एकजुटता, कहा- आपके साथ 60 मिलियन बलूच लोगों का समर्थन

समाधान की राह दिखाती तथागत की विचार संजीवनी

प्रतीकात्मक तस्वीर

‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर भारतीय सेना पर टिप्पणी करना पड़ा भारी: चेन्नई की प्रोफेसर एस. लोरा सस्पेंड

British MP Adnan Hussain Blashphemy

यूके में मुस्लिम सांसद अदनान हुसैन को लेकर मचा है बवाल: बेअदबी के एकतरफा इस्तेमाल पर घिरे

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

Bhagwan Narsingh Jayanti

भक्त प्रह्लाद की रक्षा के लिए भगवान विष्णु बने नृसिंह(नरसिंह)

बौद्ध दर्शन

बौद्ध दर्शन: उत्पत्ति, सिद्धांत, विस्तार और विभाजन की कहानी

Free baloch movement

बलूचों ने भारत के प्रति दिखाई एकजुटता, कहा- आपके साथ 60 मिलियन बलूच लोगों का समर्थन

समाधान की राह दिखाती तथागत की विचार संजीवनी

प्रतीकात्मक तस्वीर

‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर भारतीय सेना पर टिप्पणी करना पड़ा भारी: चेन्नई की प्रोफेसर एस. लोरा सस्पेंड

British MP Adnan Hussain Blashphemy

यूके में मुस्लिम सांसद अदनान हुसैन को लेकर मचा है बवाल: बेअदबी के एकतरफा इस्तेमाल पर घिरे

पाकिस्तान के साथ युद्धविराम: भारत के लिए सैन्य और नैतिक जीत

Indian DRDO developing Brahmos NG

भारत का ब्रम्हास्त्र ‘Brahmos NG’ सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल अब नए अवतार में, पांच गुणा अधिक मारक क्षमता

Peaceful Enviornment after ceasfire between India Pakistan

भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर के बाद आज क्या हैं हालात, जानें ?

Virender Sehwag Pakistan ceasfire violation

‘कुत्ते की दुम टेढ़ी की टेढ़ी ही रहती है’, पाकिस्तान पर क्यों भड़के वीरेंद्र सहवाग?

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies