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भारत व बेलारूस ने रक्षा क्षेत्र में एक साथ काम करने पर सहमति जताई है। यह सहमति भारतीय राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी व बेलारूस के राष्ट्रपति एजी लुकाशेंको के बीच चली बैठक में बनी। दोनों देशों ने एक दूसरे के साथ आगे बढ़ने के लिए सत्रह सूत्रीय 'रोडमैप' बनाया है। दो दिवसीय दौरे पर यहां आए प्रणव मुखर्जी का राजसी महल (मैजेस्टिक पैलेस) में राष्ट्रपति लुकाशेंको ने भव्य स्वागत किया। समारोह के बाद राष्ट्रपति ने लुकाशेंको के साथ कई बैठकें कीं। जिनमें दोनों के बीच विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई। इस दौरान राष्ट्रपति ने दोनों देशों के बीच व्यापार बढ़ाने की संभावनाओं पर व्यापक चर्चा की, खनन, शिक्षा व भारी मशीनरी के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर विशेष चर्चा हुई।
बैठक के बाद दोनों देशों ने समझौता ज्ञापनों के साथ ही भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) समेत कई अन्य समझौतों पर हस्ताक्षर किए। विज्ञान और प्रौद्योगिकी, ऊर्जा, खनन व पोटाश उर्वरक के क्षेत्र में मिलकर काम करने पर भी सहमति बनी। यही नहीं, बेलारूस भारत की इलेक्ट्रॉनिक परिवहन व्यवस्था को भी एक नया आकार देने में मदद करेगा। कृषि के क्षेत्र में भी सहयोग बढ़ाने की कोशिश की गई है। छात्रों की एक दूसरे के यहां अदला बदली व पर्यटन को विस्तार देने पर सहमति बनी है। राष्ट्रपति ने बेलारूस स्टेट यूनिवर्सिटी में महात्मा गांधी की प्रतिमा का अनावरण भी किया। उन्हें यहां मानद डिग्री दी गई। ल्ल
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