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विश्व हिन्दू परिषद्, मेरठ क्षेत्र (मेरठ प्रांत, ब्रज प्रांत और उत्तराखण्ड) का दस दिवसीय शिक्षा वर्ग बुलन्दशहर में 21 जून को सम्पन्न हुआ। वर्ग में क्षेत्र के 45 जिलों के 88 शिक्षार्थियों ने बौद्धिक, शारीरिक और बौद्धिक प्रशिक्षण प्राप्त किया। इस दौरान संगठन के अनेक पदाधिकारियों ने अलग-अलग दिन प्रशिक्षणार्थियों का मार्गदर्शन किया। 11 जून को उद्घाटन सत्र में क्षेत्रीय संगठन मंत्री श्री ईश्वरी प्रसाद ने प्रशिक्षण के महत्व पर प्रकाश डाला। दूसरे दिन विश्व हिन्दू परिषद् के अन्तरराष्ट्रीय संगठन मंत्री श्री दिनेशचन्द्र ने सभी को हिन्दू राष्ट्र की संकल्पना से अवगत कराया। 13 जून को विश्व हिन्दू परिषद् के अन्तरराष्ट्रीय कार्याध्यक्ष डॉ. प्रवीण भाई तोगडि़या ने हिन्दू राष्ट्र, हिन्दू धर्म और हिन्दू समाज की विशेषताओं का वर्णन करते हुए हिन्दू समाज के सोये हुए शौर्य और स्वाभिमान के पुनर्जागरण का आह्वान किया। चौथे दिन विहिप के केन्द्रीय संयुक्त महामंत्री श्री राघवल्लू ने हिन्दुओं के मान-बिन्दुओं तथा विश्व हिन्दू परिषद् के प्रेरणास्रोत श्रीगुरुजी के जीवनादर्शों को बताया। क्षेत्रीय मंत्री श्री देवेश उपाध्याय ने मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के आदर्शों के बारे में बताया।
विहिप के केन्द्रीय सह संगठन महामंत्री श्री विनायकराव देशपाण्डे ने भारत के गौरवशाली इतिहास और महापुरुषों की जीवनी पर प्रकाश डाला। विहिप के केन्द्रीय मंत्री श्री उमाशंकर ने हिन्दू पर्व-त्योहारों के आध्यात्मिक और वैज्ञानिक महत्व को बताया।
केन्द्रीय संयुक्त महामंत्री श्री श्याम गुप्त ने हिन्दू संस्कृति के वैश्विक संचार की जानकारी दी। समापन कार्यक्रम में विहिप के केन्द्रीय मंत्री श्री महावीर ने कार्यकर्ता निर्माण, नियोजन तथा विकास पर बल दिया। इस अवसर पर अनेक वरिष्ठ कार्यकर्ता उपस्थित थे। -प्रतिनिधि
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