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संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में ड्राइविंग के लिए होने वाली परीक्षा अब हिंदी समेत चार भारतीय भाषाओं में भी दी जा सकेगी। आगामी सितंबर से यह व्यवस्था लागू होगी। दुबई समेत यूएई के अन्य शहरों में बड़ी संख्या में भारतीय ड्राइवर हैं। भाषा में आने वाली दिक्कतों के चलते यहां आने वाले नए ड्राइवरों को यह परीक्षा देने में बड़ी परेशानी होती है। वहां इस पेशे के लिए जाने वाले भारतीय अब हिंदी, मलयालम, तमिल, बंगला में भी परीक्षा दे सकेंगे।
इन भाषाओं में थ्योरी टेस्ट व आठ अनिवार्य व्याख्यानों की परीक्षा दी जा सकेगी। यूएई की 'रोड्स एंड ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी' (आरटीए) अभी सिर्फ तीन भाषाओं-अंग्रेजी, उर्दू व अरबी में ये परीक्षा आयोजित करती है। आगामी सितंबर से यह परीक्षा चार भारतीय भाषाओं के अलावा चीनी, रूसी व फारसी समेत सात और भाषाओं में भी दी जा सकेगी। आरटीए के 'ड्राइवर्स ट्रेनिंग एंड क्वालिफिकेशंस' के निदेशक आरिफ अल मलिक के अनुसार 'स्क्रीन पर दिखाई देने वाली विषय-वस्तु (टेक्स्ट) को 11 भाषाओं में बोलकर भी सुनाया जाएगा। जिसे परीक्षार्थी हैडफोन के जरिए सुन सकेंगे।' यदि कोई व्यक्ति पढ़ नहीं सकता तो उसे प्रश्नों को पढ़कर सुनाया जा सकेगा। इसके बाद वह जवाब के लिए उपलब्ध विभिन्न विकल्पों में से सही जवाब का चयन कर उत्तर दे सकता है। ल्ल
वेटिकन के आर्चबिशप पर यौन शोषण का मुकदमा
वेटिकन ने गत 15 जून को को यौन शोषण के आरोपों से घिरे पूर्व आर्र्चबिशप जोजेफ वेसोलोवस्की पर आपराधिक मुकदमा चलाने का निर्देश दिया है। किसी आर्कबिशप के खिलाफ मुकदमा चलने का यह पहला मामला है। उन पर पैसे देकर बच्चों से यौन संबंध बनाने और अश्लील साहित्य रखने का आरोप है। मुकदमे की सुनवाई के समय आरोपी आर्कबिशप आम आदमी के कपड़ों के साथ सिर पर बेसबॉल कैप पहनेंगे। दोषी ठहराए जाने पर उन्हें वेटिकन की जेल में रहना होगा, जो कोर्ट के बगल में ही है। हालांकि ऐसी भी संभावना व्यक्त की जा रही है कि पहले से हुए अंतरराष्ट्रीय समझौते के तहत उन्हें इटली की जेल में भी रखा जा सकता है। उल्लेखनीय है कि आरोप लगने के बाद न सिर्फ उनके सभी अधिकार छीन लिए गए थे, बल्कि गिरफ्तार भी किया गया था। बाद में वेटिकन के निरीक्षकों ने उनके कंप्यूटर से अश्लील साहित्य भी बरामद किया था। वेटिकन में यह अपनी तरह का पहला मुकदमा होगा। इससे पहले पूर्व पोप के नौकर पोलो ग्राबरेला के खिलाफ मुकदमा चला था। उस पर साल 2012 में पोप बेनेडिक्ट के निजी कागजात चुराने का आरोप था। उसे पहले दोषी ठहराया गया और फिर बाद में माफी दे दी गई।
मारा गया शार्ली एब्दो पर हमले का सूत्रधार
हिंसाग्रस्त यमन में जारी अमरीकी हवाई हमलों को बड़ी सफलता मिली है। यमन में अलकायदा प्रमुख और इस साल फ्रांस में व्यंग्य पत्रिका शार्ली एब्दो पर हुए आतंकी हमले का सूत्रधार नसीर अल वुहायशी मारा गया है। खूंखार आतंकी ओसामा बिन लादेन का करीबी रहा वुहायशी दुनियाभर में अलकायदा का दूसरा प्रमुख नेता था। उसने अमरीकी एयरलाइंस पर बम हमले की योजना बनाई थी। उसने शार्ली एब्दो पर हमले का दावा करने वाले आतंकी संगठन का नेतृत्व किया था। संगठन ने उसकी मौत की पुष्टि अलकायदा अरेबियन पेनिनसुला (एक्यूएपी) ने एक वीडियो जारी कर की है। संगठन के वरिष्ठ नेता खालेद बतार्फी ने एक बयान में कहा कि वुहायशी की मौत हो चुकी है। हालांकि अलकायदा ने यह नहीं बताया कि वुहायशी की कहां और कैसे मौत हुई, लेकिन माना जा रहा है कि वह गत 12 जून को पूर्वी यमन के हाडरामाउंट क्षेत्र के मुकल्ला शहर में एक ड्रोन हमले में मारा गया। उसके मारे जाने के बाद अब संगठन ने बैठक कर पूर्व सेना प्रमुख कासिम अल-रायमी को नया प्रमुख बनाया गया है। अमरीकी अधिकारियों का कहना है कि वुहायशी ने यमन में अलकायदा की सबसे सक्रिय शाखा बनाई थी। संगठन ने यमन में बीते कई वर्षों में सरकारी इमारतों, सेना के शिवरों और हजारों लोगों को निशाना बनाते बड़े हमले किए। अल वुहायशी 2006 में यमन की जेल से फरार हो गया था और उसने ओसामा बिन लादेन के निजी सचिव के रूप में भी पहले काम किया। उसने 2009 में एक्यूएपी की कमान संभाली थी। उल्लेखनीय है कि यमन में राजनीतिक तनाव के बीच इस साल हुई अमरीकी कार्रवाई में एक्यूएपी का छठा प्रमुख नेता मारा गया है। अमरीका ने वुहाइशी की मौत या उससे जुड़ी गोपनीय सूचना देने पर 1 करोड़ डॉलर (64 करोड़ रुपए) का इनाम घोषित किया था। ल्ल
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