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नेपाल के भूकंप पीडि़तों के दु:ख-दर्द को बांटने के लिए अनेक हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों के कार्यकर्ता दिन-रात काम कर रहे हैं। हिन्दू स्वयंसेवक संघ (नेपाल), जनकल्याण प्रतिष्ठान, प्राज्ञिक विद्यार्थी परिषद् ( नेपाल), विश्व हिन्दू परिषद् ( नेपाल), पशुपति शिक्षा प्रसार समिति ( नेपाल), जनजाति कल्याण आश्रम (नेपाल) आदि संगठनों के लगभग 1000 कार्यकर्ता राहत और बचाव कार्य कर रहे हैं। ये कार्यकर्ता अपनी जान हथेली पर रख कर उन दुर्गम स्थानों पर भी पहुंच रहे हैं, जहां अभी तक सरकारी राहतकर्मी नहीं पहुंच पाए हैं। भूकंप आने के 3 घंटे के अन्दर ही ये कार्यकर्ता सक्रिय हो गए थे। काठमाण्डू के शान्तिनगर, अनामनगर, गोशाला, कालिकास्थान सहित देश के विभिन्न स्थानों पर स्वयंसेवकों ने तत्कालिक राहत के रूप में चिउड़ा, गुड़, दालमोठ, पेय जल, प्लास्टिक टेन्ट आदि का वितरण किया। ये कार्यकर्ता काठमाण्डू, भक्तपुर, काभ्रे, ललितपुर, नुवाकोट, रसुवा, रामेछाप, सिन्धुपालैचोक से लेकर अनेक पहाड़ी जिलों तक राहत सामग्री लेकर पहुंच चुके हैं। इन कार्यकर्ताओं के कायार्ें से लोग इतने प्रभावित हुए हैं कि लोग उन्हें सेवादूत कहने लगे हैं।
पिछले दिनों भारत से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सहसरकार्यवाह श्री दत्तात्रेय होसबाले नेपाल आए और उन्होंने धादिंग और भक्तपुर जिले में भूकंप पीडि़तों के बीच राहत सामग्री बांटी। यह देखकर स्थानीय लोग भावविभोर हो गए कि सरकार से पहले संघ के अधिकारी राहत सामग्री लेकर उन तक पहंुचे।
25 अप्रैल की शाम से ही हिन्दू स्वयंसेवक संघ के केन्द्रीय कार्यालय 'केशव धाम', काठमाण्डू में सहायता केन्द्र स्थापित कर राहत अभियान का संचालन किया जा रहा है। भूकंप से प्रभावित दुनियाभर के लोगों ने संघ कार्यालय द्वारा स्थापित 'हेल्प लाईन' नम्बरों पर सम्पर्क कर काठमाण्डू सहित देश के विभिन्न स्थानों पर तीर्थाटन, ट्रैकिंग और पर्यटन के तौर पर नेपाल घूमने आए अपने परिजनों के साथ सम्पर्क कराने का आग्रह और खोजबीन कर सूचना देने का निवेदन भी किया। उन सभी सम्पर्ककर्ताओं की सूची बनाकर नेपाल की सरकारी राहत टीम और भारत सरकार की राहत टीम से सम्पर्क कर भूकंप में फंसे लोगों के बारे में जानकारी दी गई। इसके कारण 6 हजार से अधिक लोगों को बचाने में सफलता मिली। काठमाण्डू सहित देश के विभिन्न स्थानों में फंसे 10 हजार से अधिक लोगों को संघ के कार्यकर्ताओं ने निकाल कर उन्हें सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया। इतना ही नहीं 100 शवों के बारे में जानकारी हासिल कर उन्हें उनके परिजनों को सौंपा गया। काठमाण्डू स्थित त्रिभुवन विश्वविद्यालय अस्पताल में रोजाना शव पहंुचाए जा रहे हैं। शवों की पहचान की जा रही है। संघ के कार्यकर्ताओं की एक टोली इस अस्पताल में कार्यरत है। इस टोली के दो दल बनाए गए हैं। एक टोली के कार्यकर्ता शवों पर रासायनिक लगाने में डॉक्टरों की सहायता कर रहे हैं, शवों को कहीं ले जाने की पूरी व्यवस्था कर रहे हैं। दूसरी टोली के कार्यकर्ता घायलों को अस्पताल में भर्ती करा रहे हैं, दवाइयां दिला रहे हैं और जिनका इलाज पूरा हो रहा है उन्हें उनके घर पहुंचा रहे हैं। भूकंपग्रस्त अन्य इलाकों के लिए भी कार्यकर्ताओं की 50 टोलियां कार्य कर रही हैं।
30 अप्रैल को हिन्दू स्वयंसेवक संघ, नेपाल के प्रचार विभाग ने प्रेसवार्ता आयोजित कर कार्यकर्ताओं द्वारा किए गए कायार्ें की जानकारी दी गई। इस अवसर पर श्री दत्तात्रेय होसबाले ने कार्यकर्ताओं द्वारा किए गए कायार्ें की सराहना की और राहत और बचाव कार्य तेज करने की सलाह भी दी।
– काठमाण्डू से राकेश मिश्र
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