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नेपाल में आए भीषण भूकंप के बाद भारत की ओर से सबसे पहले पहुंचाई गई सहायता और पुनर्निर्माण संबंधी मदद की संयुक्त राष्ट्र ने सराहना की है। संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम के सहायक प्रशासक और सहयोग ब्यूरो के निदेशक माग्दी मार्टिनेज सोलिमन ने कहा कि पुनर्निर्माण के प्रयास में भारत और चीन की अच्छी सहभागिता रही है। उन्होंने कहा कि नेपाली हवाई अड्डा वास्तव में भारतीय सेना के विमानों और हेलीकॉप्टरों से पटा पड़ा था। भारत की मदद की नेपाल की ओर से बहुत सराहना की गई। वे नेपाल में तबाही झेलने वाले इलाकों और वहां मौजूद भारी चुनौतियों से जुड़े अपने अभियान के बारे में पत्रकारों से बात कर रहे थे। उल्लेखनीय है कि 25 अप्रैल को भूकंप आने के चार घंटे के भीतर राहत सामग्री के साथ भारत से पहला विमान रवाना कर दिया गया था।
हसीना के कथित रिश्तेदार मंत्रीने कब्जाया हिंदू का मकान
बंगलादेश भले की सेकुलरवाद की कसमें खाता हो, पर सच में ऐसा दिखता नहीं। कट्टरपंथ के खिलाफ लिखने वाले कई ब्लॉगरों की वहां पर हत्या की जा चुकी है। हिंदुओं के साथ आएदिन कोई न कोई घटना होती रहती है। हाल ही में बंगलादेश में वहां की प्रधानमंत्री शेख हसीना के रिश्तेदार ने ही एक हिंदू जमींदार के मकान पर कब्जा कर लिया है।
जानकारी के अनुसार बंगलादेश के फरीदपुर जिले में स्थित झिलटुली राजेंद्र कॉलेज के संस्थापक तथा भजनडांगा के जमींदार सतीशचंद मजूमदार के विशाल मकान के पास में बंगलादेश के मंत्री मुर्शरफ हुसैन का घर है। वह बंगलादेशी प्रधानमंत्री शेख हसीना के नजदीकी व उनके रिश्तेदार बताए जाते हैं। उन्होंने तीन एकड़ में बने मजूमदार के उसी पुश्तैनी मकान पर कब्जा कर लिया है। पिछले दिनों उन्होंने मजूमदार परिवार को जबरन मकान से बाहर निकाल दिया। इस दो मंजिला भवन में एक मंदिर भी है। मंत्री यहीं तक नहीं रुका बल्कि उसने मकान में बने मंदिर को भी तुड़वा दिया।
अरुण मजूमदार व उनकी बेटी को नजदीकी मकान में नजरबंद किया हुआ है। दोनों को किसी से बात करने और मिलने पर मनाही है। बंगलादेश के हिंदूओं की संस्था ने प्रधानमंत्री को एक पत्र लिखकर इस बारे में जानकारी दी, लेकिन एक महीना बीत जाने के बाद भी अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
ब्रिटेन में भारतीय मूल के डॉक्टर ने रीढ़ से अलग हुए सिर को जोड़ा
ब्रिटेन में भारतीय मूल के एक डॉक्टर ने दुर्घटना में रीढ़ से अलग हुए सिर को फिर से जोड़कर इतिहास रच दिया है। चिकित्सा जगत में यह पहली बार हुआ है कि जब किसी डॉक्टर ने सिर को रीढ़ से जोड़ने में सफलता पाई है। जानकारी के अनुसार न्यू कैसल इलाके के रहने वाले टोनी कोवन (29) पिछले साल नौ सितंबर को एक भीषण सड़क दुर्घटना का शिकार हो गए थे। हादसे में उनका सिर रीढ़ की हड्डी से अलग हो गया था। डॉक्टर उनके बचने की उम्मीद छोड़ चुके थे। जब टोनी का सीटी स्कैन किया गया तो पता चला कि उनका मस्तिष्क काम नहीं रहा है।
इसके बाद डॉक्टरों ने जीवन रक्षक प्रणाली को हटाने का निर्णय ले लिया था। टोनी की पत्नी केरेन डाउसन व मां पेप्सी कोवन ने भी मान लिया था कि अब उन्हें बचाया नहीं जा सकता। तभी अचानक टोनी ने आंखें खोलीं। इस बात से डॉक्टर चकित रह गए क्योंकि रीढ़ से पूरी तरह अलग हो चुका उसका सिर सिर्फ ऊतक और मांसपेशी से लटका हुआ था। इसके बाद भारतीय मूल के न्यूरो सर्जन डॉक्टर अनंत कामत की अगुआई वाली टीम ने उनका ऑपरेशन करने का फैसला लिया। हालांकि उन्होंने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि उनके बचने की गुंजाइश न के बराबर है। ऑपरेशन सफल रहा। डॉ. कामत ने 'मेटल प्लेट' और पेच की मदद से टोनी के सिर को रीढ़ से सफलतापूर्वक जोड़ दिया।
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