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श्रीनगर में एक बार फिर से कट्टरवादी नेता सैयद अली शाह गिलानी के पहुंचने पर पाकिस्तानी झंडे लहराए गए। इस मौके पर देशद्रोहियों ने भड़काऊ भाषण देकर कश्मीर का राग अलापा। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने इस संबंध में गिलानी समेत चार लोगों के खिलाफ राष्ट्रद्रोह का मामला दर्ज कर लिया है। इस दौरान निकाले गए जुलूस मंे उपद्रवियों ने पुलिस और सीआरपीएफ के जवानों पर पथराव कर कई वाहनों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया।
गिलानी गत 15 अप्रैल को तीन माह बाद दिल्ली से श्रीनगर पहंुचा था। हवाई अड्डे पर पहंुचते ही मुस्लिम लीग के अध्यक्ष कट्टरवादी मसर्रत आलम और उसके समर्थकों ने पाकिस्तानी झंडे लहराते हुए नारेबाजी शुरू कर दी। इस मौके पर उन्होंने भड़काऊ भाषण भी दिया और पाकिस्तान की खूब सराहना की। इस मौके पर गिलानी ने करीब आधा घंटे तक अपने समर्थकों को भाषण देकर आग उगली और कहा कि उनकी तरफ से मुहिम जारी रहेगी। भाषण में गिलानी ने कश्मीर पंडितों को बसाने के मामले में कहा कि वे जम्मू-कश्मीर में किसी को भी रहने के लिए अलग से कॉलोनी नहीं बनाने देंगे। राज्य पुलिस ने इस घटनाक्रम के बाद ऑल पार्टी हुर्रियत कांफ्रेंस के कट्टरवादी समूह के अध्यक्ष गिलानी, मसर्रत आलम और बशीर अहमद बट सहित चार लोगों के विरुद्ध देशद्रोह, भड़कीला भाषण देने और पाकिस्तानी झंडा लहराने के आरोप में मामला दर्ज कर लिया।
इसके बाद देश विरोधी गतिविधियों की जांच शुरू कर दी गई है। इससे पूर्व घाटी में टाउनशिप का विरोध कर रहे अलगाववादी नेताओं के बयानों पर आपत्ति जताते हुए गत 14 अप्रैल को कश्मीरी पंडितों ने जगटी टाउनशिप को पूरी तरह से बंद रखा। पंडितों ने अलगाववादी नेताओं के विरुद्ध नारेबाजी करते हुए एक रैली भी निकाली। इस दौरान जम्मू-कश्मीर हाईवे को भी बंद कर दिया गया।
इस अवसर पर गिलानी और यासीन मलिक आदि अलगाववादी नेताओं के विरुद्ध जमकर नारेबाजी भी की गई। वहीं केन्द्रीय राज्यमंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह ने कड़े शब्दों में कहा कि इस मुद्दे पर राजनीति न की जाए। – प्रतिनिधि
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