दोषियों पर करेंगे कार्रवाई 
July 13, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम Archive

दोषियों पर करेंगे कार्रवाई 

by
Dec 7, 2015, 12:00 am IST
in Archive
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

दिंनाक: 07 Dec 2015 13:16:54

 

हाल ही में दिल्ली महिला आयोग ने विभिन्न विश्वविद्यालयों समेत 23 शिक्षण संस्थानों में यौन उत्पीड़न की रपट जारी की है। इन संस्थानों में एक तरफ जेएनयू से 51 यौन उत्पीड़न के मामलों की बात सामने आई है तो दूसरी तरफ दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा आंकड़े देरी देने पर तरह-तरह के सवाल उठने लगे हैं। इस संबंध में दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाती मालिवाल से पाञ्चजन्य संवाददाता राहुल शर्मा ने बातचीत की, इस वार्ता के प्रमुख अंश :

दिल्ली महिला आयोग द्वारा 23 शिक्षण संस्थानों में यौन उत्पीड़न के आंकड़ों को लेकर हाल ही में एक रपट जारी की गई है, इस रपट का आधार क्या है?

दिल्ली महिला आयोग द्वारा पहली बार इस तरह की कोई जानकारी शिक्षण संस्थानों से ‘सेक्सुअल हरेसमेंट एट वर्कप्लेस एक्ट 2013’ के तहत मांगी गई थी। इसमें मार्च 2013 से लेकर सितम्बर, 2015 तक के आंकड़े शामिल हैं। आयोग का मानना था कि संस्थानों में किसी न किसी रूप में यौन उत्पीड़न होने की आशंका बनी रहती है।। इसलिए विशेषकर शिक्षण संस्थाओं, जहां बच्चों का भविष्य तय होता है उनकी स्थिति जानना बहुत आवश्यक था।

इसी उद्देश्य को ध्यान में रखकर यह जानकारी शिक्षण संस्थानों से मांगी गई। वहीं कुछ संस्थानों का कहना था कि उनके यहां यौन उत्पीड़न का कोई मामला ही नहीं आया है। ऐसे संस्थानों की भी बारीकी से जांच की जा रही है कि क्या वास्तव में उनकी बात सही है या फिर सच्चाई कुछ और है।

जेएनयू में यौन उत्पीड़न के सबसे अधिक 51 मामले सामने आए हैं। आपकी क्या राय है?

जेएनयू में ‘जीएसकैश’ नामक आंतरिक जांच समिति है और इस समिति में छात्रों का प्रतिनिधित्व भी रहता है जिनका चुनाव किया जाता है। जेएनयू द्वारा पारदर्शिता बरतते हुए 51 मामलों की जानकारी आयोग को दी गई क्योंकि कुछ संस्थानों ने जानकारी देरी से दी तो कुछ संस्थानों में जांच समिति तक नहीं है। यदि समिति है भी तो वह सुचारु रूप से काम नहीं कर रही है।

लेकिन आयोग में केवल 51 मामले होने और उन्हें अपने स्तर पर ही निपटाने की बात से संतुष्ट नहीं होगा। जल्द ही क्रमानुसार जेएनयू और दूसरे संस्थानों में यौन उत्पीड़न की शिकायत करने वाली छात्राओं, महिलाओं और कर्मचारियों से जानकारी ली जाएगी। यदि वे संतुष्ट पाए गए तो ठीक है, वरना अधिनियम के तहत आरोपियों पर कार्रवाई की जाएगी। साथ ही संबंधित मामलों की फाइल का भी अध्ययन किया जाएगा।

शिक्षण संस्थानों में यौन उत्पीड़न के बढ़ते मामलों पर आपका क्या मत है?

मेरा मानना है कि दिल्ली के विभिन्न कॉलेजों से रपट आएगी तो यौन उत्पीड़न के काफी मामले सामने आ सकते हैं। शिक्षण संस्थानों में यौन उत्पीड़न के बढ़ते मामलों का कारण 2013 के उस अधिनियम को मजबूती से लागू न करना है। साथ ही इस अधिनियम का अध्ययन करने पर ज्ञात होता है कि उसमें काफी खामियां हैं जिनमें सुधार की गुंजाइश है।

कानून के लचीलेपन की वजह से ही यौन उत्पीड़न के मामले कम नहीं हो रहे हैं। उसमें सुधार होने के बाद निश्चित ही ऐसा करने वाले इस काम से बचेंगे। अधिनियम सही रूप से कार्यान्वित होने पर इसका पूरा लाभ मिल पाएगा। हैरानी की बात यह है कि अभी तक इस अधिनियम के तहत स्थानीय शिकायत समिति का गठन तक नहीं किया गया।

ल्ल यौन उत्पीड़न की रोकथाम के लिए महिला आयोग क्या कदम उठाएगा?

महिला आयोग अपने स्तर पर कार्य शुरू कर चुका है। एक तरफ विश्वविद्यालय अनुदान आयोग और मानव संसाधन विकास मंत्रालय को इससे अवगत करवाया जा रहा है, वहीं राज्य और केन्द्र सरकार को अपने सुझाव देकर कानून में परिवर्तन कर उसे ठोस तरीके से लागू करने पर कार्य जारी है।

सबसे पहले संबंधित शिक्षण संस्थानों में आयोग के सदस्य छात्राओं, शिक्षकों और पीड़ित महिला कर्मचारियों से मिलकर वास्तविकता की जानकारी लेंगे। आयोग चाहता है कि सीधे संवाद कर यौन उत्पीड़न पीड़िता से जानकारी प्राप्त करे और भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों, उसके लिए ठोस नीति तैयार की जा सके।

क्या इस विषय पर महिला आयोग से छात्राआ या कर्मचारियों ने सीधे संपर्क साधा है?

महिला आयोग द्वारा तो 25 नवम्बर को रपट जारी की गई, जबकि अनेक विश्वविद्यालय, कॉलेज और शिक्षण संस्थानों की छात्राएं और कर्मचारी इससे पहले से स्वयं हमारे कार्यालय में आकर संपर्क कर रहे हैं। इनमें से कुछ छात्राएं ऐसी हैं, जो कि कॉलेज में दी गई शिकायत की प्रति हमें देकर जाती हैं तो कुछ सलाह-मशविरा कर चली जाती हैं। इस रपट के जारी होने के बाद यहां आकर अपनी आपबीती बताने वाली छात्राओं की संख्या में वृद्धि भी हुई है।  

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

नूंह में शोभायात्रा पर किया गया था पथराव (फाइल फोटो)

नूंह: ब्रज मंडल यात्रा से पहले इंटरनेट और एसएमएस सेवाएं बंद, 24 घंटे के लिए लगी पाबंदी

गजवा-ए-हिंद की सोच भर है ‘छांगुर’! : जलालुद्दीन से अनवर तक भरे पड़े हैं कन्वर्जन एजेंट

18 खातों में 68 करोड़ : छांगुर के खातों में भर-भर कर पैसा, ED को मिले बाहरी फंडिंग के सुराग

बालासोर कॉलेज की छात्रा ने यौन उत्पीड़न से तंग आकर खुद को लगाई आग: राष्ट्रीय महिला आयोग ने लिया संज्ञान

इंटरनेट के बिना PF बैलेंस कैसे देखें

EPF नियमों में बड़ा बदलाव: घर खरीदना, इलाज या शादी अब PF से पैसा निकालना हुआ आसान

Indian army drone strike in myanmar

म्यांमार में ULFA-I और NSCN-K के ठिकानों पर भारतीय सेना का बड़ा ड्रोन ऑपरेशन

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

नूंह में शोभायात्रा पर किया गया था पथराव (फाइल फोटो)

नूंह: ब्रज मंडल यात्रा से पहले इंटरनेट और एसएमएस सेवाएं बंद, 24 घंटे के लिए लगी पाबंदी

गजवा-ए-हिंद की सोच भर है ‘छांगुर’! : जलालुद्दीन से अनवर तक भरे पड़े हैं कन्वर्जन एजेंट

18 खातों में 68 करोड़ : छांगुर के खातों में भर-भर कर पैसा, ED को मिले बाहरी फंडिंग के सुराग

बालासोर कॉलेज की छात्रा ने यौन उत्पीड़न से तंग आकर खुद को लगाई आग: राष्ट्रीय महिला आयोग ने लिया संज्ञान

इंटरनेट के बिना PF बैलेंस कैसे देखें

EPF नियमों में बड़ा बदलाव: घर खरीदना, इलाज या शादी अब PF से पैसा निकालना हुआ आसान

Indian army drone strike in myanmar

म्यांमार में ULFA-I और NSCN-K के ठिकानों पर भारतीय सेना का बड़ा ड्रोन ऑपरेशन

PM Kisan Yojana

PM Kisan Yojana: इस दिन आपके खाते में आएगी 20वीं किस्त

FBI Anti Khalistan operation

कैलिफोर्निया में खालिस्तानी नेटवर्क पर FBI की कार्रवाई, NIA का वांछित आतंकी पकड़ा गया

Bihar Voter Verification EC Voter list

Bihar Voter Verification: EC का खुलासा, वोटर लिस्ट में बांग्लादेश, म्यांमार और नेपाल के घुसपैठिए

प्रसार भारती और HAI के बीच समझौता, अब DD Sports और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर दिखेगा हैंडबॉल

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies