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विजयादशमी के अवसर पर संघ की स्थापना हुई थी। अत: इस दिन शस्त्र पूजन के साथ ही देशभर में संघ स्वयंसेवकों ने आकर्षक पथ-संचलन निकाले। यहां प्रस्तुत हैं कुछ स्थानों पर संपन्न पथ संचलनों की चित्रमय रपट।
जयपुर
जयपुर में 22 अक्तूबर को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्थापना दिवस पर अनेक कार्यक्रम अयोजित किए गए। अखिल भारतीय सह सेवा प्रमुख श्री अजीत महापात्र ने स्वयंसेवकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि जिस प्रकार जीजा बाई ने छत्रपति शिवाजी के जन्म से पहले ही हिन्दवी राज्य का संकल्प मन में कर लिया था, उसी प्रकार संघ की स्थापना से पूर्व हिन्दू समाज को एकजुट करने का जो संकल्प डॉ़ हेडगेवार ने लिया था वह आज साकार रूप में है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि और राजस्थान लोकसेवा आयोग के सलाहकार श्री कन्हैयालाल ने कहा कि संघ का कार्य व्यक्ति निर्माण करना है। जब भी देश पर संकट आया है संघ का स्वयंसेवक हमेशा तैयार खड़ा दिखा है। शहर में पथ संचलन से पूर्व 21 स्थानों पर मुख्य अतिथियों द्वारा शस्त्र-पूजन किया गया। सभी स्थानों पर स्वयंसेवकों ने शारीरिक प्रदर्शन किए। संघ के प्रान्त प्रचार प्रमुख महेन्द्र सिंघल ने बताया कि जयपुर प्रान्त में 140 स्थानों पर पथ संचलन के कार्यक्रम सम्पन्न हुए।
बून्दी
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्थापना दिवस पर बून्दी के रेंगर सामुदायिक भवन परिसर में शस्त्र-पूजन हुआ और स्वयंसेवकों ने शारीरिक प्रदर्शन किया। इसके बाद शहर के मुख्य मागार्ें से पथ संचलन निकाला गया। मुख्य वक्ता कोटा विभाग सेवा शिक्षण प्रमुख राजेन्द्र शर्मा ने कहा कि विजयादशमी हमारी शक्ति का आराधना दिवस है। संगठित शक्ति ही अपनी पहचान छोड़ती है। देश की एकता के लिए सामाजिक समरसता का भाव बनाए रखें। इस अवसर पर अनेक संगठनों के कार्यकर्ता उपस्थित थे।
फरीदाबाद
फरीदाबाद महानगर में विजयादशमी के अवसर पर 24 स्थानों पर शस्त्र-पूजन एवं पथ-संचलन के कार्यक्रम हुए। एक कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह-प्रांत कार्यवाह प्रताप सिंह मलिक ने कहा कि संघ हिन्दू समाज को संगठित करने का पुनीत कार्य कर रहा है और पूरा देश आज संघ को आशा भरी निगाहों से देख रहा है। त्रिखा कॉलोनी स्थित दशहरा पार्क में आयोजित कार्यक्रम में सह महानगर कार्यवाह अरुण परिहार ने जातिवाद एवं छुआछूत पर जोरदार प्रहार करते हुए कहा कि किसी भी सभ्य समाज में जातिभेद व छुआछूत के लिए कोई स्थान नहीं होना चाहिए। सेक्टर 56 में आयोजित कार्यक्रम में महानगर संघचालक डॉ़ अरविन्द सूद ने स्वयंसेवकों से आग्रह किया कि प्रत्येक स्वयंसेवक को समाज के एक सजग प्रहरी की भूमिका में रहना चाहिए। गांव सागरपुर में आयोजित कार्यक्रम में महानगर कार्यवाह राकेश त्यागी ने स्वयंसेवकों को सम्बोधित करते हुए गो पालन पर जोर दिया और लोगों से स्वच्छ भारत अभियान में बढ़-चढ़ कर भाग लेने का आह्वान किया।
मुरादाबाद
मुरादाबाद महानगर में सात जगहों पर शस्त्र-पूजन कार्यक्रम संपन्न हुए। इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि डॉ. हेडगेवार ने 90 वर्ष पूर्व 1925 में विजयादशमी के दिन 5-7 स्वयंसेवकों के साथ संघ की स्थापना की थी। आज संघ विश्व का सबसे बड़ा सामाजिक संगठन बन गया है। संघ ने समाज के सभी लोगों को साथ लेकर भारत को परम वैभव तक ले जाने का बीड़ा उठाया है। पर यह तभी संभव होगा जब हम लोग सभी तरह के आपसी मतभेदों और सामाजिक बुराइयों को छोड़कर एक साथ आएंगे, जाति के नाम पर किसी के साथ भेदभाव नहीं करेंगे, समाज में समरसता लाएंगे। वक्ताओं ने लोगों से यह भी कहा कि आज के दिन हम सब यह प्रण लें कि न तो किसी के साथ भेदभाव करेंगे और न ही समाज में किसी अन्याय को बर्दाश्त करेंगे।
बांदा
बांदा में विजयादशमी उत्सव में बड़ी संख्या में संघ के स्वयंसेवकों और आम लोगों ने भाग लिया। हिन्दू जागरण मंच, कानपुर प्रान्त की प्रान्त महामंत्री अर्चना मिश्र के नेतृत्व में लोगों ने शस्त्र-पूजन किया। इस अवसर पर अर्चना मिश्र ने कहा कि जब तक भारत में शक्ति (दुर्गा) और शस्त्र पूजन घर-घर में होता रहेगा तब तक कोई भी आततायी भारत की ओर आंख उठाकर देखने की हिम्मत नहीं करेगा।
मन्दसौर
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना के 90 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में स्वयंसेवकों ने मन्दसौर नगर में विशाल एवं ऐतिहासिक पथ संचलन निकाला। इसमें 12 हजार से अधिक गणवेशधारी स्वयंसेवक कदमताल मिलाते हुए शहर के विभिन्न मागार्ें से निकले। इन स्वयंसेवकों का स्वागत 250 से अधिक स्थानों पर पुष्पवर्षा द्वारा और कालीन बिछाकर नगरवासियों ने किया।
लगभग 3 किमी़ लम्बे विशाल पथ संचलन को एक स्थान पर देखने के लिए लगभग 45 मिनट का समय लगा।
पथ संचलन शुभारंभ के पूर्व नूतन स्टेडियम में भारत माता के चित्र पर विश्व हिन्दू परिषद् के प्रांत संगठन मंत्री श्री सोहनसिंह सोलंकी, भागवताचार्य श्री भीमाशंकर शास्त्री तथा विभाग सह संघचालक श्री गुरुचरण बग्गा, नगर संघचालक श्री सत्यनारायण सोमानी ने माल्यार्पण किया।
इस अवसर पर श्री सोलंकी ने कहा कि भारत में कभी रावण की जीत नहीं हुई, कभी अधर्म व असत्य नहीं जीता और न ही कभी दानव जीता। हिन्दुस्थान में सदैव सत्य की जीत हुई है। हमारा देश वषार्ें तक मुगलों व अंग्रेजों का गुलाम रहा फिर भी असत्य की हार हुई और सत्य की
जीत हुई।
उन्होंने कहा कि संघ की शाखा में देशभक्ति की घुट्टी पिलाई जाती है जो कभी नहीं उतरती। बौद्धिक के पश्चात् हजारों स्वयंसेवकों का अनुशासित पथ संचलन नूतन स्टेडियम से प्रारंभ हुआ। -प्रतिनिधि
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