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पुणे के पास मारुजी गांव में 3 जनवरी, 2016 को होने वाले 'शिव शक्ति संगम' के लिए पिछले दिनों भूमि-पूजन हुआ। सागर आश्रम के स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह श्री भैयाजी जोशी के कर-कमलों से भूमि-पूजन सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर श्री भैयाजी जोशी ने कहा कि हिन्दू समाज की शक्ति कभी भी विध्वंसक नहीं रही, बल्कि वह सज्जनों को आश्वस्त करने वाली है और दुर्जनों को सज्जन होने के लिए प्रेरणा देने वाली है। ऐसी ही सज्जन शक्ति का दर्शन शिव शक्ति संगम में होगा। सरकार्यवाह ने कहा कि दुर्जनता तभी समाप्त होती है, जब सज्जन शक्ति खड़ी रहती है। समाज में सज्जन शक्ति खड़ी करने का काम संघ पिछले 90 वर्ष से कर रहा है। अब संघ का कार्य किसी विशिष्ट जाति, किसी एक प्रांत और केवल शहरों तक सीमित न रहकर समाज के सभी वर्गों तक पहुंच गया है। यही संगठित शक्ति देश के समक्ष विद्यमान सभी समस्याओं का उत्तर है। स्वामी स्वरूपानंद ने कहा कि जात-पात में विखंडित हुए हिन्दू समाज को एकत्र लाने और राष्ट्र का उत्थान कराने के लिए संगठन की आवश्यकता है। इसी कारण 'शिव शक्ति संगम' जैसे कार्यक्रम समय की मांग हैं। कार्यक्रम में संघ के प्रांत संघचालक श्री नाना जाधव, पुणे महानगर संघचालक श्री बापू घाटपांडे, इस्कॉन के श्री गोपती दास, देहू संस्थान के श्री शिवाजी राव मोरे आदि उपस्थित थे।
संगम एक दृष्टि में
अब तक शिव शक्ति संगम के लिए 45,475 स्वयंसेवकों ने ऑनलाइन पंजीकरण कराया है। पश्चिम महाराष्ट्र के कुल 7 सरकारी जिलों से स्वयंसेवक उपस्थित रहेंगे। कुल 450 एकड़ परिसर में कार्यक्रम होगा, जिसमें से 150 एकड़ भूमि पर पार्किंग का प्रबंध, 2000 स्वयंसेवकों के लिए एक मंडप जैसी रचना, जिसका कुल क्षेत्रफल 12 लाख वर्ग फीट होगा। प्रसाधन गृह, भोजन गृह के साथ 200 डॉक्टर, 20 एम्बुलेंस, 40 एलईडी स्क्रीन, 21 मीटर ऊंचा ध्वज स्तंभ, 50,000 लोगों के बैठने की सुविधा, 2000 से अधिक घोष वादकों का घोष दल होगा। ल्ल प्रतिनिधि
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