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सोनीपत (हरियाणा) में 13 अक्तूबर को पूर्व राष्ट्रपति स्व़ डॉ़ ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के 84वें जन्मदिन को युवा प्रेरणा दिवस के रूप में मनाया गया। स्थानीय गेटवे स्कूल ऑफ आर्किटेक्चर में आयोजित इस समारोह के मुख्य वक्ता थे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय कार्यकारी मण्डल के सदस्य श्री इंद्रेश कुमार। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि नैतिकता और देशभक्ति के मिश्रण से देश के लिए जिम्मेदार नागरिक तैयार किए जा सकते हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को खेल-खेल में जहां जीवनदर्शन का ज्ञान दिया, तो वहीं शिक्षा में आगे बढ़ने के लिए उपयोगी नुस्खे भी दिए।
उन्होंने युवाओं से कहा कि आज प्यार पर भटकाव हावी है, जिसे वेलेंटाइन कहा जाता है। प्यार को वेलेंटाइन का नाम देकर व्यापार किया जा रहा है। जबकि प्रेम में पवित्रता होती है, जिसे मनाने की जरूरत नहीं होती। उन्होंने कहा कि प्यार तो वैसा होना चाहिए जैसा राधा-कृष्ण ने किया था। उनके प्यार की महिमा को गाया या जिया जा सकता है, वेलेंटाइन को गाया नहीं जा सकता। समारोह के मुख्य अतिथि और केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री श्री कृष्णपाल गुर्जर ने डॉ. कलाम द्वारा सफलता के लिए सुझाए गए सिद्धांत 'मेहनत इतनी करो कि व्यक्ति का हस्ताक्षर आटोग्राफ में तब्दील हो जाए' की पालना करने की प्रेरणा दी। कार्यक्रम के प्रमुख संयोजक प्रो़ आर.के. गर्ग ने कहा कि डॉ. कलाम सांस्कृतिक धरोहर के प्रतीक थे। -प्रतिनिधि
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