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चंडीगढ़ में 23 जुलाई को 'डॉ. भीमराव अम्बेडकर और उनकी राष्ट्र-दृष्टि' विषय पर एक संगोष्ठी आयोजित हुई। 'हिमाचल रिसर्च इंस्टीट्यूट' द्वारा आयोजित इस संगोष्ठी के मुख्य वक्ता थे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह डॉ. कृष्ण गोपाल। संगोष्ठी को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि डॉ. अम्बेडकर को भारत का सामान्य जन सिर्फ संविधान निर्माता के रूप में जानता है तथा उनकी विचारधारा को लेकर भी कई भ्रांतियां फैलाई गई हैं। इस कारण भारत के निर्माण में उनकी बहुआयामी प्रतिभा और उनकी दूर दृष्टि के अहम योगदान का पक्ष प्रकाश में नहीं आ सका। अर्थशास्त्र पर उनके मौलिक और प्रभावी अध्ययन को कभी राष्ट्र के समक्ष नहीं रखा गया। उनकी दृष्टि में राष्ट्र ही प्रमुख था। वे सामाजिक सामंजस्य और राष्ट्रीय एकता के पक्षधर थे, न कि जातिवाद के। डॉ. अम्बेडकर ने पाकिस्तान बनने के विषय में मुसलमानों की जनसंख्या के सम्पूर्ण स्थानांतरण की नितांत आवश्यकता बताई थी। उनके द्वारा राष्ट्र की एकता के लिए तमाम भाषाओं के सम्मान के साथ-साथ एक राष्ट्रभाषा की वकालत करना, आर्य सभ्यता के विदेशी होने की ब्रिटिश शासन की साजिश को भांप लेना, राजनीतिक सुधारों के आधार के रूप में सामाजिक सुधारों की अनिवार्यता बताना, स्वतंत्रता-समानता और बंधुत्व, तीनों बातें समाज के प्रत्येक वर्ग में होने से ही आजादी का सही अथार्ें में आनंद आना उन्हें राष्ट्रवादियों, राष्ट्रभक्तों और भारतीय समाज सुधारकों की सूची में अग्रणी रखता है।
इससे पूर्व विषय की प्रस्तावना रखते हुए पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड के उपाध्यक्ष डॉ. कुलदीप चंद अग्निहोत्री ने कहा कि भारत में ईसाई मिशनरियों के मतान्तरण की साजिश को सर्वप्रथम डॉ. अम्बेडकर ने ही बेनकाब किया था। गोष्ठी के अध्यक्ष और पंजाब टेक्नीकल यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. रजनीश अरोड़ा ने कहा कि राजनीतिक हितों के लिए अब तक डॉ. अम्बेडकर को सिर्फ आरक्षण से जोड़कर प्रस्तुत किया गया है, जबकि उन्होंने यह व्यवस्था सीमित समय के लिए की थी। गोष्ठी में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचारक श्री किशोर कांत, प्रांत बौद्धिक प्रमुख श्री विजय सिंह नड्डा, विद्यार्थी परिषद् के प्रांत संगठन मंत्री श्री सूरज भारद्वाज, भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष श्री कमल शर्मा सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। इस अवसर पर डॉ. कृष्ण गोपाल ने 'स्वामी विवेकानंद और डॉ. बाबा साहब अम्बेडकर' पुस्तक के पंजाबी संस्करण का लोकार्पण भी किया। प्रतिनिधि
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