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राजनीति है हो रही, ले दंगों का नाम
हिन्दू का जीना हुआ, मानो मुश्किल काम।
मानो मुश्किल काम, न कोई सुनने वाला
वोटों के लालच ने पीट दिया दीवाला।
कह ह्यप्रशांतह्ण जो देते वोट थोक में जाकर
सभी हो रहे खुश उनकी दाढ़ी सहलाकर॥
-प्रशांत
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राजनीति है हो रही, ले दंगों का नाम
हिन्दू का जीना हुआ, मानो मुश्किल काम।
मानो मुश्किल काम, न कोई सुनने वाला
वोटों के लालच ने पीट दिया दीवाला।
कह ह्यप्रशांतह्ण जो देते वोट थोक में जाकर
सभी हो रहे खुश उनकी दाढ़ी सहलाकर॥
-प्रशांत
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