|
देशभर में जारी है राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संघ शिक्षा वर्गों का क्रम
पिछले कई दिनों से देशभर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संघ शिक्षा वर्ग चल रहे हैं। 50 से अधिक स्थानों पर आयोजित वर्गों में हजारों की संख्या में स्वयंसेवक प्रशिक्षण प्राप्त कर समाज कार्य के लिए तैयार हो रहे हैं।
पूर्वी उ.प्र. क्षेत्र और काशी प्रांत
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र के क्षेत्र कार्यवाह श्री राम कुमार ने कहा कि देश के जिम्मेदार एवं दिग्भ्रमित लोगों द्वारा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रशिक्षण वर्गों में आतंकवाद का प्रशिक्षण देने तथा संघ को आतंकी संगठन कहकर समाज में हिन्दू आतंकवाद का हौव्वा खड़ा कर हिन्दू समाज को बदनाम किया जा रहा है। देश का हिन्दू समाज इसे कभी स्वीकार नहीं कर सकता। वे गत 9 जून को सुल्तानपुर (उत्तर प्रदेश) में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र के प्रथम वर्ष (विशेष) और द्वितीय वर्ष (सामान्य) संघ शिक्षा वर्ग के संयुक्त समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे। श्री राम कुमार समारोह में मुख्य वक्ता थे।
समारोह में प्रशिक्षणार्थियों ने दण्डयोग, व्यायाम योग, नि:युद्ध, खेल तथा घोष का सुंदर प्रदर्शन किया। वर्ग कार्यवाह श्री कमलाकान्त ने वर्ग की जानकारी देते हुए कहा कि द्वितीय वर्ष (सामान्य) में 212 एवं प्रथम वर्ष (विशेष) में 55 शिक्षार्थियों ने भाग लिया। मंचासीन अतिथियों का परिचय सह वर्ग कार्यवाह डा. देवेन्द्र अस्थाना ने कराया। कार्यक्रम का संचालन क्षेत्र बौद्धिक प्रमुख श्री मिथलेश नारायण ने किया तथा आभार प्रकट किया सुल्तानपुर के विभाग कार्यवाह श्री रमा शंकर पाण्डेय ने। मंच पर श्री नरेन्द्र बहादुर सिंह तथा द्वितीय वर्ष के सर्वाधिकारी श्री ज्ञानेन्द्र सिंह सचान भी आसीन थे।
वहीं 10 जून को इलाहाबाद में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के काशी प्रांत के संघ शिक्षा वर्ग (प्रथम वर्ष) का भी समापन हो गया। यहां भी मुख्य वक्ता श्री राम कुमार ही थी। समारोह की अध्यक्षता प्रो. आरपी मिश्र ने की। कार्यक्रम का संचालन प्रान्त बौद्धिक प्रमुख डा. सतपाल ने किया, जबकि आभार व्यक्त किया विभाग सम्पर्क प्रमुख श्री शिवकुमार पाल ने। समारोह में प्रशिक्षणार्थियों ने व्यायाम योग, दण्डयोग, नि:युद्ध, खेलकूद, दण्डयुद्ध तथा घोष का सुंदर प्रदर्शन कर उपस्थित लोगों का दिल जीत लिया। वर्ग में प्रांत के 321 शिक्षार्थियों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। मंच पर प्रान्त संघचालक डा. विश्वनाथ लाल निगम भी आसीन थे।
मालवा प्रांत
मध्य प्रदेश के मंदसौर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मालवा प्रांत का संघ शिक्षा वर्ग (प्रथम वर्ष) गत 7 जून को संपन्न हो गया। वर्ग के समापन पर आयोजित समारोह में प्रशिक्षणार्थी स्वयंसेवकों ने विभिन्न प्रकार के शारीरिक कार्यक्रमों का प्रदर्शन किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता व्यवसायी श्री नरेन्द्र मेहता ने की। जबकि मुख्य वक्ता थे मालवा प्रांत के सह प्रांत प्रचारक डा. श्रीकांत जोशी। मंच पर मंदसौर के विभाग संघचालक श्री विष्णुसेन कछावा एवं वर्गाधिकारी श्री प्रमोद पारिख भी आसीन थे।
समापन समारोह को संबोधित करते हुए डा. श्रीकांत जोशी ने कहा कि स्वामी विवेकानन्द का सपना था 'कोई ऐसी संस्था हो जो देश के बारे में सोचे'। संघ स्वामीजी की इसी कल्पना के अनुरूप कार्य कर रहा है। जब दक्षिण भारत में सुनामी आया तब सर्वप्रथम संघ के स्वयंसेवक उस स्थान पर पहुंचे और बिना धर्म, जाति, भेदभाव को जाने मानव सेवा कर लोगों की जान बचाई। संघ सामाजिक समरसता का भाव व विचार लेकर कार्य कर रहा है। डा. जोशी ने कहा कि जिस प्रकार चीन और पाकिस्तान द्वारा बार-बार देश की सीमाएं लांघी जा रही हैं और देश के मुखिया सब कुछ जानकर अनजान बने हुए हैं, यह देश के लिये घातक है।
वर्ग में मालवा प्रांत के 12 जिलों से आए 300 स्वयंसेवकों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। वर्ग की खास बात यह रही कि यहां प्रशिक्षणार्थियों के लिए रोटियां नहीं बनाई गईं। पूरे 20 दिन रोटियां मंदसौर के स्थानीय लोगों द्वारा भेजी गईं। 20 दिनों में 1140 कार्यकर्ताओं द्वारा 11560 परिवारों से 1 लाख 15 हजार रोटियां संग्रहित की गईं।
छत्तीसगढ़ प्रांत
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के छत्तीसगढ़ प्रांत का संघ शिक्षा वर्ग गत 8 जून को कांकेर में संपन्न हुआ। समापन समारोह में मुख्य वक्ता के रूप में क्षेत्र प्रचारक श्री रामदत्त थे।
प्रशिक्षणार्थियों को संबोधित करते हुए श्री रामदत्त ने कहा कि हिन्दुत्व के विचार से ही देश-दुनिया में सुख-शांति आ सकती है। हिन्दुत्व मजबूत होगा तो देश मजबूत होगा।
समारोह के मुख्य अतिथि मांझी चौरासी परगना के श्री मानसाय दरर्ा थे, जबकि विशिष्ट अतिथि थे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत सघचालक श्री बिसराराम यादव। वर्ग कार्यवाह श्री कांति कुमार सोनी ने वर्ग प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। वर्गाधिकारी श्री भास्कर राव किन्हेकर ने अतिथियों का स्वागत किया। वर्ग में प्रांत के 182 स्थानों से आए 243 स्वयंसेवकों ने भाग लिया। वर्ग के दौरान शहर में स्वयेंसेवकों का पथ-संचलन भी निकला। n प्रतिनिधि
टिप्पणियाँ