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स्नोडेन ने खोला एनएसए का कच्चा चिट्ठा
अमरीका 29 साल के एडवर्ड स्नोडेन की सरगर्मी से खोज कर रहा है। वह हांगकांग के अपने ठिकाने से गायब है। कहां गया, कोई नहीं जानता। अमरीका में हवाई के अपने घर से दूर चीन के शासन तले हांगकांग के एक होटल में गार्जियन अखबार के जरिए अमरीका की 'टॉप सीक्रेट' राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (एनएसए) के अहम राज उजागर करने वाले इस शख्स ने अमरीका के राजनीतिक इतिहास में भूचाल ला दिया है। गुप्तचर संस्था सीआईए का तकनीकी सहायक रहा स्नोडेन इस वक्त ठेके पर रक्षा से जुड़े कुछ काम देखने वाली कंपनी बूज एल्लेन हैमिल्टन के लिए पिछले चार साल से एनएसए में काम कर रहा था। इस दौरान उसने इस अमरीकी सुरक्षा संस्था की ऐसी ऐसी जानकारियां इकट्ठी कर लीं जो इंटरनेट के जरिए हो रही अमरीकी दादागिरी की पोल खोलने वाली हैं। पता चला है कि एनएसए अमरीकियों के फोन रिकार्ड जमा करने और दुनिया की सबसे बड़ी इंटरनेट सेवाओं से उनकी कथित रजामंदी से डाटा निकालने में लगी है। इस कार्यक्रम को उसने 'प्रिज्म प्रोग्राम' नाम दिया हुआ है। जिन इंटरनेट सेवाओं से यह ईमेल, चैट, वीडियो, डाटा, फाइल वगैरह लिया करती है वे हैं-माइक्रोसॉफ्ट, गूगल, याहू!,फेसबुक, पालटॉक, यूट्यूब, स्काइप, एओएल और एप्पल। अपनी जिस महिला दोस्त के साथ स्नोडेन हांगकांग के होटल में 20 मई से टिका था, उसे बिना बताए वह वहां से गायब हो चुका है और अमरीका तथा हांगकांग की पुलिस उसकी तलाश में जुटी है।
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