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मेष🙁चू,चे,चो,ला,ली,लू,ले,लो,आ)सालभर बृहस्पति अपने पराक्रम स्थान से ही भ्रमण करने वाला है। शनि तुला और मेष राशि के भार्या स्थान से ही भ्रमण करने वाला है। रोजगार में लाभ, व्यापार में वृद्धि एवं शत्रु पराजित होंगे। नौकरी, व्यवसाय तथा राजनीतिक-सामाजिक क्षेत्र में मान और प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी।
चैत्र–वैशाख: व्यापार क्षेत्र में वृद्धि तथा बड़े-बुजुर्ग मदद करेंगे। कला-साहित्य क्षेत्र में सम्मान तथा पुरस्कार संभव। यात्रा में सावधानी रखें।
ज्येष्ठ–आषाढ़ : नौकरी तथा करोबार के संबंध में विदेश की यात्रा हो सकती है। संतान से सुख व आनंद मिलेगा। विद्या में उन्नति। कुटुम्ब सुख एवं राजनीतिक जीवन में सफलता मिलेगी।
श्रावण–भाद्रपद: कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा। यात्रा में चौकन्ने रहने की जरूरत। प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। निर्णय में जल्दबाजी न करें। खर्चा बढ़ेगा। व्यवसाय में मुनाफे की आशा रहेगी।
आश्विन–कार्तिक : व्यवसाय में विस्तार तथा यश मिलेगा। यात्रा में नए परिचय से उत्साह में वृद्धि होगी। राजनीति में घनिष्ठता की कमी रहेगी। पेट की परेशानी हो सकती है।
मार्गशीर्ष–पौष : राजनीति में महत्वपूर्ण निर्णय दूसरों के भरोसे न करें। तनाव व असमंजस की स्थिति रहेगी। व्यवसाय में मामूली खटपट हो सकती है। कला-क्रीड़ा क्षेत्र में प्रगति होगी।
माघ–फाल्गुन : व्यवसाय-नौकरी में आर्थिक लाभ होगा। राजनीतिक क्षेत्र में मान और घनिष्ठता में वृद्धि होगी। महीने के अंत में विरोधी दिक्कत पैदा कर सकते हैं।
वृष: (इ,उ,ए,ओ,वा,वू,वी,वे,वो) शुरुआत में बृहस्पति अपनी राशि से ही भ्रमण कर रहा है। यह वर्ष आमदनी बढ़ाने वाला है। शनि नूतन संवत्सर में अपने शत्रु स्थान से राहू के साथ भ्रमण कर रहा है। हर्षल सालभर लाभ स्थान से भ्रमण कर रहा है। नेपच्यून सालभर व्यवसाय, रोजगार के स्थान में भ्रमण कर रहा है। नए कारोबार की रूपरेखा बनेगी।
चैत्र–वैशाख: सभी क्षेत्रों में मान-प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। व्यवसाय तथा राजनीतिक क्षेत्र में योजनाबद्ध बदलाव भी आपके इरादों को सफल बनाने में सहायक सिद्ध होगा।
ज्येष्ठ–आषाढ़ : आत्मविश्वास बढ़ेगा। राजनीति में संयम और शांति से कार्य करें। अपना मत प्रदर्शित करते समय जल्दबाजी न करें। व्यवसाय में विस्तार तथा लाभ संभव है।
श्रावण–भाद्रपद: राजनीति में वृद्धि। परिवार में नई वस्तु आने की संभावना तथा शेयर बाजार में लाभ होगा। व्यवासय में सफलता मिलेगी।
आश्विन–कार्तिक : खर्च बढ़ेगा। अच्छे व्यवसाय की उम्मीद है। सब कुछ होते हुए भी गुप्त शत्रु का भय रहेगा। पूजा-पाठ से शांति मिलेगी।
मार्गशीर्ष–पौष : कानून से कष्ट की संभावना। निरन्तर प्रयास से व्यवसाय में बनी रुकावट दूर हो सकती है। संतान से दुख एवं पेट की परेशानी हो सकती है।
माघ–फाल्गुन : व्यवसाय में चिंता तथा तनाव की संभावना है। जल्दबाजी में महत्वपूर्ण निर्णय न करें। परिवार में खर्चा बढ़ेगा। मित्र-परिवार से कष्ट होने की संभावना।
मिथुन: (का,की,कू,के,को,की,घ,ड़,छा,हा) शनि सालभर पंचम स्थान में विद्या तथा संतति स्थान में राहू के साथ भ्रमण कर रहा है। नवविवाहिताओं को संतति लाभ होने की संभावना है। हर्षल व्यवसाय, रोजगार के स्थान से सालभर भ्रमण कर रहा है। नेपच्यून भाग्य स्थान से तथा प्लूटो भार्या स्थान से भ्रमण कर रहा है। नूतन संवत्सर जुलाई से काफी लाभदायक है।
चैत्र–वैशाख: राजनीति में उतार-चढ़ाव की स्थिति रहेगी। नौकरी में वरिष्ठों से प्रशंसा मिलेगी। व्यवसाय में बनी रुकावट निरन्तर प्रयास से दूर हो सकती है।
ज्येष्ठ–आषाढ़ : सभी क्षेत्रों में प्रगति के अच्छे अवसर हैं। पारिवारिक जीवन में अनुकूलता की स्थिति रहेगी एवं व्यवसाय, नौकरी में उन्नति का मौका मिलेगा।
श्रावण–भाद्रपद: संतान संबंधी समस्या तथा चिंता खत्म होगी। वैवाहिक रिश्ते अच्छे होंगे। नौकरी में बदलाव तथा व्यवासय में मुनाफे की आशा है। राजनीति में मौका मिलेगा, वरिष्ठ मदद करेंगे।
आश्विन–कार्तिक : आर्थिक लेन-देन में सावधानी रखें। संतान की प्रगति से सुख मिलेगा। मित्र- परिवार सहयोग देंगे।
मार्गशीर्ष–पौष : खर्च बढ़ेगा। राजनीति में मान-सम्मान मिलेगा। जीवन साथी का सहयोग मिलेगा। व्यवसाय तथा नौकरी में आर्थिक बदलाव संभव। यात्रा में चौकन्ने रहें।
माघ–फाल्गुन : राजनीतिक-सामाजिक क्षेत्र में उन्नति। व्यवसाय तथा नौकरी में शुभ फल। यात्रा में सुख मिलेगा। विवाह निश्चित हो सकता है। विदेश यात्रा तथा अध्ययन में सफलता मिलेगी।
कर्क: (ही,हू,हे,हो,डा,डे,डी,डू,डो) शनि तथा राहू सुख स्थान से पूरे संवत्सर भ्रमण कर रहे हैं। हर्षल भाग्य स्थान से, नेपच्यून अष्टम स्थान से, प्लूटो शत्रु स्थान से पूरे संवत्सर भ्रमण कर रहे हैं। संवत्सर में वाक्पटुता से कार्य सिद्ध नहीं होंगे। व्यर्थ के वाद-विवाद से बचें। नजदीक के रिश्तेदार या मित्र का जून के बाद विरह संभव। हनुमान चालिसा पढ़ें।
चैत्र–वैशाख : वरिष्ठों का सहयोग रहेगा। व्यवसाय में सोच-समझकर कदम उठाएं। राजनीति में अच्छे कार्य से ही आपका पद बना रहेगा। परिवार में खुशखबरी मिलेगी। यात्रा से सुख मिलेगा।
ज्येष्ठ–आषाढ़ : राजनीति में आपके खिलाफ षड्यंत्र रचा जा सकता है। व्यवसाय में विश्वासघाती खतरा हो सकता है। आषाढ़ मास में थोड़ी राहत मिलेगी। आत्मघात करने का विचार न करें।
श्रावण–भाद्रपद: निरन्तर अभ्यास से व्यवसाय, नौकरी तथा राजनीति में बनी रुकावट दूर हो सकती है। गुस्से पर काबू रखें। उच्च रक्तचाप से कष्ट हो सकता है।
आश्विन–कार्तिक : परिवार में तनाव रहेगा। गलत लगने वाला कार्य न करें। आंखों की परेशानी हो सकती हैं। खान-पान पर ध्यान दें। प्रतिष्ठा में कमी रहेगी।
मार्गशीर्ष–पौष : मृत्यु जैसा कष्ट होने की संभावना है। प्रिय व्यक्ति से विरह संभव। कला क्षेत्र में संघर्ष। जीवनसाथी का सहयोग एकमात्र आधार रहेगा।
माघ–फाल्गुन : गुप्त चिंता तथा गुप्त शत्रुओं से परेशानी संभव। भय और विवाद की स्थिति परिवार में रहेगी। सभी क्षेत्रों में सम्पर्क रहेगा। न्यायालयीन मामलों में सहयोग नहीं मिलेगा।
सिंह: (मा,मी,मू,मे,मो,ट,टा,टी,टे,टु) शनि तथा राहू नूतन संवत्सर में पराक्रम स्थान से भ्रमण कर रहे हैं। स्वतंत्र व्यवसाय करने वालों की लाभ की आशा पूर्ण हागी। हर्षल अष्टम स्थान से, नेपच्यून भार्यास्थान से तथा प्लूटो विद्या-संतति स्थान से भ्रमण कर रहा है। जीवनसाथी, पारिवारिक जनों तथा वरिष्ठों का सहयोग मिलेगा।
चैत्र–वैशाख : नौकरी-व्यवसाय एवं राजनीतिक क्षेत्र में मान और प्रतिष्ठा की वृद्धि होगी। कला, क्रीड़ा, साहित्य क्षेत्र में पुरस्कार एवं आर्थिक लाभ मिलेगा। नए अवसर मिलेंगे।
ज्येष्ठ–आषाढ़ : नौकरी में वरिष्ठों से प्रशंसा मिलेगी। बड़े-बुजुर्ग मदद करेंगे। राजनीति में वर्चस्व बढ़ेगा। पारिवारिक समस्या कम होगी। सुख बढ़ेगा। व्यापार का विस्तार होगा।
श्रावण–भाद्रपद: नए कारोबार की रूपरेखा बनेगी। राजनीति में संघर्ष की स्थिति रहेगी। आत्मविश्वास बढ़ेगा। यश मिलेगा। विदेश में शिक्षा या यात्रा संभव। नौकरी में अच्छे परिवर्तन की संभावनाएं।
आश्विन–कार्तिक : गुस्से पर काबू रखें। अच्छे व्यवसाय की संभावना। शेयर बाजार में लाभ होने की संभावना। नए परिचय में सावधानी रखें। यात्रा से सुख मिलेगा।
मार्गशीर्ष–पौष : अध्ययन में सफलता मिलेगी। उच्च शिक्षा प्राप्ति हेतु विदेश जा सकेंगे। राजनीति में सफलता के साथ-साथ मान-सम्मान भी प्राप्त होगा। परिवार का खर्चा बढ़ेगा। संगति से सुख मिलेगा।
माघ–फाल्गुन : प्रतिष्ठा में कमी महसूस होगी। जीवनसाथी का सहयोग मिलेगा। व्यवसाय में मुनाफे की संभावना। आध्यात्मिक क्षेत्र में रुचि बढ़ेगी।
कन्या🙁टो,पा,पी,पु,पे,पो,षा,णा,ठा)शनि धन स्थान से भ्रमण कर रहा है। साढ़ेसाती का अंतिम ढैया चल रहा है। राहू भी धन स्थान से भ्रमण कर रहा है। हर्षल भार्या स्थान से, नेपच्यून शत्रु स्थान से, प्लूटो सुख स्थान से भ्रमण कर रहा है। नूतन वर्ष में सफल राजनीति से सम्मान प्राप्ति तथा विशेष सफलता से सुख की अनुभूति होगी। शत्रु पराजित होंगे।
चैत्र–वैशाख : संतान तथा परिवार के प्रति ध्यान देना नितान्त आवश्यक है। गुस्से पर काबू रखें। राजनीति में आपके खिलाफ षड्यंत्र रचा जाएगा। संयम और शांति से संकट टल सकता है।
ज्येष्ठ–आषाढ़ : हिम्मत बनाए रखें। राजनीति में राहत मिलेगी। व्यवसाय, नौकरी एवं कारोबार में उन्नति का अवसर। प्रतिष्ठा में बनी रुकावट दूर हो सकती है।
श्रावण–भाद्रपद: राजनीति में अचानक विरोधी कठिनाई पैदा करने की कोशिश करेंगे। संघर्ष करना पड़ेगा। व्यवसाय में सतर्क रहें। यात्रा में चौकन्ने रहें। मित्र-परिवार में मामूली खटपट की संभावना।
आश्विन–कार्तिक : व्यवसाय में मुनाफे की आशा रहेगी। खर्च बढ़ेगा। व्यापार का विस्तार हो सकता है। सामाजिक क्षेत्र में अच्छा परिवर्तन संभव है। न्यायालयीन मामलों में राहत मिलेगी।
मार्गशीर्ष–पौष : आत्मविश्वास के साथ-साथ अहंकार बढ़ने की संभावना। विरोध खत्म करने का मौका मिलेगा। यात्रा में चौकन्ने रहें। उच्च रक्तचाप से परेशानी हो सकती है।
माघ–फाल्गुन : जरूरत से ज्यादा किसी के साथ मैत्री खतरनाक हो सकती है। फाल्गुन मास में वरिष्ठ मदद करेंगे। जीवनसाथी के सहयोग से प्रोत्साहन मिलेगा।
तुला: (रा,री,रू,रे,रो,ता,ती,तू,ते) 31 मई को सुबह 9 बजकर 47 मिनट पर बृहस्पति अपने भाग्य स्थान में प्रवेश कर रहा है। शनि की साढ़ेसाती की तीव्रताएं कम करेगा। राहू अपनी राशि में ही भ्रमण कर रहा है। हर्षल शत्रु स्थान से, नेपच्यून विद्या तथा संतति स्थान से, प्लूटो पराक्रम स्थान से भ्रमण कर रहा है। नया संवत्सर गत संवत्सर से अच्छा, प्रगतिकारक, मान-सम्मान में वृद्धि करने वाला है।
चैत्र–वैशाख : निरन्तर अभ्यास से सभी क्षेत्रों में सफलता मिल सकती है। तनाव व चिंता कम हो सकती है। गुस्से पर काबू रखें। राजनीति में संघर्ष। वरिष्ठ मदद करने की कोशिश करेंगे।
ज्येष्ठ–आषाढ़ : आर्थिक स्थिति उतार-चढ़ाव की रहेगी। आमदनी व खर्च बराबर रहेगा। राजनीति में आरोप की संभावना। मैत्री बढ़ाने में जल्दबाजी न करें। यात्रा में चौकन्ने रहें।
श्रावण–भाद्रपद: परिवार में खुशखबरी मिलेगी। पूजा-पाठ में ध्यान रहेगा। व्यापार में वृद्धि तथा नौकरी में बदलाव की संभावना।
आश्विन–कार्तिक : राजनीति में अधिकार प्राप्ति की संभावना है। कला-क्रीड़ा क्षेत्र में पुरस्कार एवं लाभ की संभावना
मार्गशीर्ष–पौष : यात्रा में चौकन्ने रहें। संयम व शांति से महत्वपूर्ण कार्य में यश मिलेगा। आर्थिक लेन-देन में लाभ होगा, परिवार में शुभ कार्य होगा, संतति की चिंता खत्म होगी।
माघ–फाल्गुन : परिवार, व्यवसाय तथा राजनीति में मामूली खटपट की संभावना। गुस्से पर काबू रखें। तनाव रहेगा। महत्वपूर्ण निर्णय में जल्दबाजी करना उचित नहीं।
वृश्चिक🙁तो,ना,नी,नू,ने,नो,या,यी,यू) साढ़ेसाती का पहला ढैया चल रहा है। राहू हानि स्थान में ही भ्रमण कर रहा है। हर्षल विद्या तथा संतति स्थान से भ्रमण कर रहा है। नेपच्यून सुख स्थान से, प्लूटो संपूर्ण वर्ष धन स्थान से भ्रमण कर रहा है। व्यापार में अच्छा आर्थिक लाभ होगा। नए संवत्सर में शत्रुओं का प्रभाव रहेगा, पारिवारिक कलेश, चोरी का भय, मानसिक अशांति रहेगी लेकिन अच्छा आर्थिक लाभ होगा।
चैत्र–वैशाख : यात्रा होगी, भारी खर्च का बोझ झेलना पड़ेगा। पुरानी देनदारियां वसूल करने का यत्न करें। गुस्से पर काबू रखें। समयसारिणी बनाकर कार्य करें, समय की कमी हो सकती है।
ज्येष्ठ–आषाढ़ : महत्वपूर्ण कार्य शांति से निपटा लें। राजनीति में अचानक बदलाव की संभावना। व्यवसाय में बड़ा लाभ हो सकता है। परिवार में मामूली खटपट की संभावना।
श्रावण–भाद्रपद: यात्रा में चौकन्ने रहें। आत्मविश्वास बढ़ेगा। व्यवसाय में मामूली खटपट रहेगी। परिवार का खर्च बढ़ेगा। न्यायालयीन मामलों में सतर्क रहें।
आश्विन–कार्तिक : पारिवारिक निर्णयों में जल्दबाजी न करें। शेयर बाजार में लाभ होगा। कड़ी मेहनत से सुनहरे सपने पूरे हो सकते हैं। सोच-समझकर सभी क्षेत्रों में कार्य करें।
मार्गशीर्ष–पौष : कारोबार एवं आर्थिक स्थिति उतार-चढ़ाव की रहेगी। हनुमान चालीसा पढ़ें। प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। कला-क्रीड़ा क्षेत्र में अच्छा मौका मिलेगा। पैसा संभालने की जरूरत है।
माघ–फाल्गुन : व्यवसाय में बनी रुकावट दूर करना मुश्किल होगा। यात्रा में चौकन्ने रहें। स्वास्थ्य पर ध्यान दें। गुस्से पर काबू रखें। राजनीति तथा नौकरी, कारोबार में बाधा आने की संभावना है।
धनु: (ये,यो,भा,भी,भू,धा,फा,ढा,भे) राशि स्वामी बृहस्पति 31 मई से अपने भार्या स्थान में प्रवेश कर रहा है। शनि तथा राहू लाभ स्थान से भ्रमण कर रहे हैं। हर्षल सुख स्थान से, नेपच्यून पराक्रम स्थान से तथा प्लूटो अपने राशि से भ्रमण कर रहा है। नए कारोबार की रूपरेखा बनेगी। व्यापार में वृद्धि, रोजगार में लाभ, सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। कुछ समय तनाव भी रहेगा।
चैत्र–वैशाख : राजनीति-सामाजिक कार्य में बाधाएं दूर होने का समय शुरू हो रहा है। अभी आप सफलता की ओर बढ़ रहे हैं। शांति और संयम से निर्णय लें और विनम्रता रखें।
ज्येष्ठ–आषाढ़ : परिवार-संतान की चिंता कम करने का मौका मिलेगा। बड़ेे-बुजुर्ग मदद करेंगे। राजनीति में स्थान मिलेगा। परिवार में खुशी मिलेगी। नौकरी-व्यवसाय में बनी रुकावट दूर होगी।
श्रावण–भाद्रपद: राजनीति में प्रभाव वाले लोग आपकी सहायता करेंगे। कला-क्रीड़ा के क्षेत्र में मान-प्रतिष्ठा मिलेगी। पुरस्कार तथा आर्थिक लाभ मिलेगा। यात्रा में चौकन्ने रहें।
आश्विन–कार्तिक : विवाह के संयोग हैं। संतान के प्रति चिंता खत्म होगी। परिवार-व्यवसाय का खर्चा बढ़ेगा। नौकरी में परिवर्तन संभव है। आत्मविश्वास बढ़ेगा। कारोबार का विस्तार संभव।
मार्गशीर्ष–पौष : मान-प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। सभी क्षेत्रों में बड़े-बुजुर्ग के सहयोग से कुछ अच्छा परिवर्तन हो सकता है। रोजगार मिलेगा। पारिवारिक तनाव शांति से सुलझाने का मौका मिलेगा।
माघ–फाल्गुन : महत्वपूर्ण कार्य पूरा हो सकता है। संतान के प्रति आपका योगदान पूर्ण हो सकता है। व्यवसाय-नौकरी एवं राजनीति में सफलता मिलेगी। कला-क्रीड़ा क्षेत्र में मान-सम्मान व लाभ मिलेगा।
मकर🙁भो,जा,जी,खी,खू,खे,खो,गा,गी)जून से विरोधी दिक्कत पैदा कर सकते हैं। मुकदमे आदि में परेशानी तथा कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा। शांति से काम निपटा लें। गलत लगने वाला काम किसी के आग्रह पर न करें। राशि स्वामी शनि पूरे संवत्सर अपने नौकरी, व्यवसाय, राजनीतिक स्थान से राहू के साथ भ्रमण कर रहा है। बड़े-बुजुर्ग, आपके पक्ष के लोग कठिन समय में मदद करेंगे। हर्षल पराक्रम स्थान में, नेपच्यून धन स्थान में तथा प्लूटो हानि स्थान में भ्रमण कर रहा है।
चैत्र–वैशाख : सभी क्षेत्रों में प्रगति का अच्छा अवसर है। नौकरी में अच्छा परिवर्तन हो सकता है। यात्रा में चौकन्ने रहें। आत्मविश्वास बढ़ेगा। व्यवसाय में मुनाफा होगा।
ज्येष्ठ–आषाढ़ : विरोधी अचानक दिक्कत पैदा करने की कोशिश करेंगे। संतान से तनाव की संभावना। पेट की परेशानी हो सकती है। कारोबार में रुकावट आने की संभावना है।
श्रावण–भाद्रपद: राजनीति में आपके खिलाफ बड़ा षड्यंत्र रचा जा सकता है। प्रतिष्ठा मिलेगी। पुरस्कार व आर्थिक लाभ में विलंब हो सकता है। जीवनसाथी के साथ मामूली खटपट संभव।
आश्विन–कार्तिक : विश्वासघात की संभावना है। अपरिचित व्यक्ति से सावधानी रखें। लेन-देन में नुकसान हो सकता है। स्वास्थ्य कुछ ठीक नहीं रहेगा। वाहन से कष्ट संभव।
मार्गशीर्ष–पौष : अनेकानेक चिंता व शत्रुओं से परेशानी हो सकती है। प्रतिष्ठा में कमी रहेगी। आय और व्यय का तालमेल बिगड़ सकता है। गलत लगने वाला कार्य किसी के आग्रह पर न करें। गुस्सा बढ़ेगा।
माघ–फाल्गुन : निरन्तर परिश्रम से राजनीति में राहत मिलेगी। व्यवसाय में नई सोच की आवश्यकता है। उत्साह पर नियंत्रण रखें। न्यायालयीन मामलों में बड़ेे-बुजुर्ग मदद करेंगे। परिवार में तनाव रहेगा।
कुंभ: (गू,गे,गो,सा,सी,सू,से,सो,दा) सभी क्षेत्रों में आशा रहेगी। मान और प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। रोजगार में लाभ होगा। कार्य क्षेत्र में प्रगति होगी। स्वास्थ्य में सुधार, सभी योजनाएं सफल होगी। 14 मई से 25 जून तक शांति से काम निपटाएं। शनि भाग्य स्थान से राहू के साथ पूर्ण संवत्सर भ्रमण कर रहा है। हर्षल धन स्थान से, नेपच्यून अपनी राशि से ही तथा प्लूटो लाभ स्थान से भ्रमण कर रहा है। अभी से ही सतर्क रहने से सम्मान की प्राप्ति, विरोधियों की पराजय, पत्रकारिता में मान-प्रतिष्ठा तथा विशेष सफलता से सुख की अनुभूति होगी।
चैत्र–वैशाख : नए साल से ही व्यवसाय में बनी रुकावट दूर हो सकती है। 13 मई से सभी क्षेत्रों में चौकन्ने रहें। विरोधी नौकरी-व्यवसाय में दिक्कत पैदा कर सकते हैं।
ज्येष्ठ–आषाढ़ : रोजगार में वृद्धि, दाम्पत्य जीवन सुखमय व्यतीत होगा। व्यापार में सफलता मिलेगी। राजनीतिक-सामाजिक क्षेत्र में मान और प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। खेती में सफलता मिलेगी।
श्रावण–भाद्रपद: नौकरी में अच्छे बदलाव के संकेत, सफलता मिलेगी। श्रीकृष्ण जयंती, गणेश चतुर्थी से कार्य आरम्भ कीजिए।
आश्विन–कार्तिक : नवरात्र-विजयादशमी से राजनीतिक-सामाजिक क्षेत्र में सफलता के अवसर। नौकरी में वरिष्ठों का प्रोत्साहन मिलेगा। लक्ष्मी कुबेर पूजन के दिन उत्तर दिशा में कुबेर का पूजन अवश्य करें।
मार्गशीर्ष–पौष : शरीर स्वस्थ्य एवं मन प्रसन्न रहेगा। शत्रु पराजित होंगे। परिश्रम से लाभ। मकर संक्रांति से थोड़े तनाव की संभावना है। धार्मिक कार्यों में अरुचि होगी। गलत लगने वाला काम न करें।
माघ–फाल्गुन : महाशिवरात्रि के दिन शिव का पूजन करना लाभप्रद होगा। राजनीतिक-सामाजिक क्षेत्र में मान और प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी।
मीन: (दी,दू,झा,ञा,था,दे,दो,चा,ची)बृहस्पति 31 मई तक मीन राशि एवं पराक्रम स्थान में भ्रमण करने वाला है। लेकिन उसके बाद बृहस्पति सुख स्थान से सालभर भ्रमण करने वाला है। हर्षल अपनी राशि में ही भ्रमण कर रहा है। नेपच्यून हानि स्थान से लेकिन प्लूटो व्यवसाय के स्थान से भ्रमण कर रहा है।
चैत्र–वैशाख : मान और प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। नए कारोबार की रूपरेखा बनेगी। रामनवमी से आत्मविश्वास बढ़ेगा। हनुमान जयंती के दिन थोड़े तनाव की संभावना है।
ज्येष्ठ–आषाढ़ : महत्वाकांक्षाओं में वृद्धि की संभावना, शत्रु पराजित होंगे। पारिवारिक जनों का सहयोग मिलेगा और आय-व्यय में समानता रहेगी।
श्रावण–भाद्रपद: नौकरी-व्यवसाय, राजनीतिक सभी क्षेत्रों में थोड़े तनाव की संभावना है। नागपंचमी, रक्षाबंधन और हरितालिका तीज महिलाओं का उत्साह बढ़ाने वाले हैं।
आश्विन–कार्तिक : शारदीय नवरात्र, विजयादशमी नवचैतन्य निर्माण करने वाले हैं। सभी क्षेत्रों में आशा रहेगी। अविवाहित युवक-युवतियों का विवाह तय होने की संभावना है।
मार्गशीर्ष–पौष : यात्रा में चौकन्ने रहें। गलत लगने वाला काम न करें। घर में जीवनसाथी तथा किसी छोटे सदस्य के कारण चिंता का वातावरण बना रहेगा।
माघ-फाल्गुन : सभी क्षेत्रों में कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा। वृद्ध व्यापारियों की सेवा करनी पड़ेगी।
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