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अनूप जलोटा और विपिन सचदेवा के भक्ति गीतों ने बांधा समांष्ट्र ऋ
ऋषि नाना जी देशमुख की 97 वीं जयंती पर दीनदयाल शोध संस्थान, चित्रकूट में शरदोत्सव के अंतर्गत गत 18-21 अक्तूबर को चार दिवसीय सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के पहले दिन प्रसिद्ध गायक विपिन सचदेवा के भक्तिगीतों को सुनकर लोग भाव विभोर हो उठे। पुरुनिया छऊ नृत्य मंडली ने मां दुर्गा द्वारा महिषासुर वध किए जाने को नृत्य नाटिका के माध्यम से प्रस्तुत किया। हजारों की संख्या में लोग कार्यक्रम देखने पहुंचे। लोगों को प्रसाद के रूप में अमृतमयी खीर दी गई।
कार्यक्रम के दूसरे दिन विभिन्न जगहों से आए कलाकारों ने मध्य प्रदेश और ओडिशा के लोकनृत्य प्रस्तुत किए। प्रसिद्ध लोक नृत्यागंना डोली दत्ता के नेतृत्व में कलाकारों ने नृत्य की सुंदर प्रस्तुति दी। कार्यक्रम के तीसरे दिन पश्चिम बंगाल से आए कलाकारों ने नृत्य कार्यक्रम प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का अंतिम दिन प्रसिद्ध भजन गायक अनूप जलोटा के नाम रहा। उन्होंने अपने चिर परिचित अंदाज में लोगों को भक्ति गीत सुनाकर उन्हें भक्ति रस में डुबा दिया। इस समारोह में स्थानीय लोगों के अलावा बड़ी संख्या में दूर-दूर से भी लोग आए। कार्यक्रम के अंत में दीनदयाल शोध संस्थान की निदेशक डा. नंदिता पाठक ने अगले वर्ष शरद पूर्णिमा पर दोबारा कार्यक्रम आयोजित करने का आश्वासन दिया और वहां आए लोगों को धन्यवाद किया। चार दिवसीय इस कार्यक्रम का आयोजन मध्य प्रदेश के संस्कृति मंत्रालय और सतना जिला प्रशासन ने किया था। प्रतिनिधि
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