'जमीन सरकी' तो 'क्रीक' पर दावा
July 15, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम Archive

'जमीन सरकी' तो 'क्रीक' पर दावा

by
May 12, 2012, 12:00 am IST
in Archive
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

दृष्टिपात

दिंनाक: 12 May 2012 17:31:26

दृष्टिपात

आलोक गोस्वामी

पाकिस्तान ने भारत के साथ अपनी मई 2011 में हुई दो-तरफा बातचीत के दौरान एक नया शिगूफा छोड़ा था कि 'सर क्रीक' के भूगोल में बदलाव आ गया है, लिहाजा साथ लगती 'पीर सनाई क्रीक' (भारत की सीमा में) के मुहाने पर उसका दावा बनता है। अब उसी बातचीत के अगले दौर में यह मुद्दा उठने की पूरी संभावना है। भारतीय पक्ष ने तब भी पाकिस्तान के नए दावे का पुरजोर विरोध किया था। दरअसल 2007 में हुए सर्वे का कहना था कि 'सर क्रीक' पूरब की तरफ एक से डेढ़ किमी. खिसक गई है। यह भी कहा गया था कि 'पीर सनाई' को 'सर क्रीक' से अलग करने वाला जमीनी टुकड़ा भी वक्त के साथ गायब हो गया है। नतीजा यह कि 'सर क्रीक' और 'पीर सनाई' के मुहाने तकरीबन घुलमिल गए हैं। इसके चलते, पाकिस्तान के अनुसार, उसका हक बनता है कि उसके इलाके की रेखा पूरब में 'पीर सनाई क्रीक' के नजदीक तक बढ़ा दी जाए।

नई दिल्ली ने पाकिस्तानी दावे पर कड़ा एतराज जताया, कहा कि इस्लामाबाद का दावा भारत की नावों/जहाजों की पीर सनाई क्रीक तक पहुंच को रोक देगा। यह 'क्रीक' भारत के लिहाज से अहम है, क्योंकि वहां भारत की नावें वगैरह आती- जाती रहती हैं। उधर, पाकिस्तानी कहते हैं कि उनके अधिकारी भारत की नावों को 'क्रीक' से आने-जाने की इजाजत दे देंगे। भारत ने इस पर एतराज करते हुए कहा है कि बांटने की रेखा तो जलधारा के बीच होनी चाहिए न कि सर क्रीक का पूर्वी किनारा और साथ लगता 2 नॉटिकल मील का हिस्सा, जैसा कि पाकिस्तानी कहते हैं। नई दिल्ली को लगता है कि पाकिस्तान राजनीतिक समझ दिखाएगा और धारा के बीच को ही सीमा मान लेगा। पर विशेषज्ञों को इस बात पर संदेह बना हुआ है।

मलेशिया में फतवा

प्रदर्शनों से दूर रहें मुसलमान

मलेशिया के बड़े वाले मुल्ला-मौलवियों ने अभी हाल में एक नया फतवा छोड़ा है कि मुसलमानों के लिए ऐसे प्रदर्शनों में भाग लेना 'हराम' है जो देश में उथल-पुथल मचाते हों। फतवा 28 अप्रैल, 2012 को उस बड़े प्रदर्शन के कुछ दिनों बाद आया है जिसमें हजारों की तादाद में लोगों ने सरकार विरोधी रैली में भाग लिया था।

कुछ साल पहले मलेशिया की इसी राष्ट्रीय फतवा कमेटी ने मुसलमानों को योग करने से भी मना करते हुए फतवा जारी किया था। कमेटी का कहना था कि 'इसमें दूसरे मत-पंथों की चीजें हैं, जो मुसलमानों को भ्रष्ट कर सकती हैं।' बहरहाल अबकी बार फतवा कमेटी का कहना है कि मुसलमान ऐसी किसी भीड़ का हिस्सा न बनें जिससे कुछ हासिल न होता हो, जो कानून के खिलाफ हो या गड़बड़ी फैलाती हो। मलेशिया में अभी कुछ दिन पहले ही विपक्ष के समर्थन से चुनाव सुधारों की मांग करते हुए प्रदर्शन किए गए थे, जिसमें कुछ लोग हिंसा पर उतर आए थे। इसी के चलते, फतवा कमेटी के अध्यक्ष अब्दुल शुकोर हुसिन के अनुसार, मामले पर काफी सोच-विचार किया गया था। हुसिन कहते हैं, इस्लाम में दंगे भड़काने, गड़बड़ी फैलाने और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की मनाही है। इसमें चुनी हुई सरकार को कुर्सी से हटाने के लिए ऐसे प्रदर्शन आयोजित करने से बाज आना भी शामिल है। नुकसान, परेशानी या मुसलमानों में बेचैनी पैदा करने की कोशिशों को कोई समर्थन नहीं दे सकता। मलेशिया की फतवा कमेटी समय-समय पर अपने मुल्क के मुसलमानों के लिए फतवे जारी करती रहती है।

फिर उपजेंगे अंग!

यूनिवर्सिटी कालेज ऑफ लंदन में जारी है शोध

अब इंसान के शरीर के अंग फिर से उगेंगे, बिगड़े या बदशक्ल हुए अंग फिर से सुधर जाएंगे? लगता तो यही है। यूनिवर्सिटी कालेज ऑफ लंदन की प्रयोगशाला में ब्रिटेन के वैज्ञानिक प्रो. अलेक्जेंडर सीफालियान की अगुआई में एक दल इंसानी अंगों को फिर से उपजाने का प्रयोग कर रहा है, जिसमें बहुत हद तक सफलता भी मिल रही है। नेनोटेक्नोलॉजी एंड रीजनेरेटिव मेडिसिन विभाग के इन वैज्ञानिकों का दावा है कि वे शरीर के अंगों को फिर से उपजाने और बिगड़े अंगों को सही सूरत में लाने पर काम कर रहे हैं। इस प्रक्रिया के लिए मरीज की ही कोशिकाओं का इस्तेमाल किया जाता है, जिसके चलते शरीर को नए उपजे अंग को अपनाने में दिक्कत नहीं होती। ये वैज्ञानिक दुनिया में पहली बार एक मरीज की नाक फिर से उपजा रहे हैं। विकसित की जाने वाली नाक सीधे मरीज के चेहरे पर नहीं लगा दी जाएगी बल्कि उसकी बाजू की खाल के नीचे रोपे जाने वाले एक गुब्बारे में रखी जाएगी। चार हफ्तों में इस पर खाल और खून की नसें उपज आएंगी, जिसके बाद उसे चेहरे पर लगाया जाएगा। दरअसल यह नाक पॉलीमर से बनाई जाएगी, जो पतले लेटैक्स रबर जैसा अरबों कणों से बना होता है, जिसमें हर कण एक नैनोनीटर (मीटर का एक अरबवां भाग) से कुछ ही ज्यादा आकार का होता है। यानी चौड़ाई में आदमी के एक बाल से 40 हजार गुना छोटा। कणों के अंदर हजारों छोटे-छोटे छेद होते हैं, इन्हीं में ऊतक उपजेंगे और इनका हिस्सा बन जाएंगे। फिर ये असली नाक जैसी ही दिखेगी और वैसी ही महसूस होगी। नाक के अलावा सांस की नली और धमनी भी बनाई जा रही है। उन नए उपजे अंगों-उपांगों को मरीजों के शरीर में जोड़ने के बाद ही असली परीक्षा होगी।

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

सुशांत कुमार मजूमदार  (File Photo)

अपहरणकर्ता मजहबियों से कैसे मुक्त हुए सुशांत मजूमदार? क्यों बांग्लादेश में आएदिन हिन्दुओं को किया जा रहा अगवा!

anand mahindra

आनंद महिंद्रा ने अपने करियर के 44 साल पूरे होने पर बताया सफलता का मूल मंत्र

Bihar Voter List Verification

बिहार में फर्जी वोटर्स का भंडाफोड़, चुनाव आयोग ने 35.69 लाख नाम वोटर लिस्ट से हटाए

Supreme Court

अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर कुछ भी पोस्ट नहीं कर सकते, SC ने कार्टूनिस्टोंं और स्टैंडअप कॉमेडियनों पर की सख्त टिप्पणी

प्रतीकात्मक तस्वीर

नाम बदलकर, टीका लगाकर और कलावा बांधकर हिंदू लड़कियों को फंसाने की चल रही साजिश, लव जिहादियों से सतर्क रहने की जरूरत

CM Yogi

29.6 लाख करोड़ की ओर बढ़ी यूपी की अर्थव्यवस्था, CM योगी आदित्यनाथ ने बताया आत्मनिर्भरता का मार्ग

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

सुशांत कुमार मजूमदार  (File Photo)

अपहरणकर्ता मजहबियों से कैसे मुक्त हुए सुशांत मजूमदार? क्यों बांग्लादेश में आएदिन हिन्दुओं को किया जा रहा अगवा!

anand mahindra

आनंद महिंद्रा ने अपने करियर के 44 साल पूरे होने पर बताया सफलता का मूल मंत्र

Bihar Voter List Verification

बिहार में फर्जी वोटर्स का भंडाफोड़, चुनाव आयोग ने 35.69 लाख नाम वोटर लिस्ट से हटाए

Supreme Court

अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर कुछ भी पोस्ट नहीं कर सकते, SC ने कार्टूनिस्टोंं और स्टैंडअप कॉमेडियनों पर की सख्त टिप्पणी

प्रतीकात्मक तस्वीर

नाम बदलकर, टीका लगाकर और कलावा बांधकर हिंदू लड़कियों को फंसाने की चल रही साजिश, लव जिहादियों से सतर्क रहने की जरूरत

CM Yogi

29.6 लाख करोड़ की ओर बढ़ी यूपी की अर्थव्यवस्था, CM योगी आदित्यनाथ ने बताया आत्मनिर्भरता का मार्ग

ईडी कार्यालय में पूछताछ के लिए जाते रॉबर्ट वाड्रा (फाइल फोटो)

मनी लॉन्ड्रिंग: ED ने रॉबर्ट वाड्रा से की लंबी पूछताछ, हथियार बिचौलिये संजय भंडारी मामले में भेजा था समन

Supreme Court

सुप्रीम कोर्ट ने RSS और PM मोदी पर अपमानजनक कार्टून मामले में दिखाई सख्ती, कार्टूनिस्ट हेमंत मालवीय की जमानत खारिज

सरदार फौजा सिंह

Turban Tornado: विश्व के सबसे उम्रदराज एथलीट फौजा सिंह का सड़क हादसे में निधन, 100 साल की उम्र में बनाए 8 रिकॉर्ड

क्या आप मेथी दाना खाने के ये फायदे जानते हैं?

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies