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गंगा की अविरलता व निर्मलता को लेकर 'गंगा समग्र यात्रा' पर निकलीं सुश्री उमा भारती गत 2 दिसम्बर को कानुपर पहुंचीं। इसी दिन गोमुख से गंगा सागर तक गंगा घाटों पर मानव श्रृंखला बनायी गयी। गंगा भक्तों की भारी भीड़ ने 'हर हर गंगे' का उद्घोष करते हुए घाटों में प्रवेश किया।
कानपुर
कानपुर में सुश्री उमाभारती ने 'अवरिल गंगा, निर्मल गंगा' की अगुआई में एक मोटरचालित नाव (स्टीमर) द्वारा गंगा बैराज से अपनी यात्रा का शुभारम्भ किया। राजी घाट, भैंरो घाट, अस्पताल घाट, परमट घाट से होते हुये जाजमउ के सिद्धनाथ घाट, उन्नाव के शुक्लागंज के शिवघाट, मिश्रा घाट, बालू घाट होते हुए महाआरती घाट पर उन्होंने अपनी यात्रा समाप्त की। हर घाट पर उनके स्वागत के लिये गंगा भक्तों की भारी भीड़ थी।
इस दौरान सुश्री उमा भारती ने गंगा भक्तों के साथ संकल्प लिया कि गंगा हमारी सनातन संस्कृति की जननी है, इसे सदैव अविरल व निर्मल रखने के साथ ही प्रदूषण मुक्त करने के लिए तन,मन व धन से एकजुट होकर कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि हिन्दुत्व गंगा, गाय और गायत्री से रचित है तथा वेद और पुराणों में भी इसका महत्व बताया गया है। उन्होंने सभी सामाजिक संगठनों व छात्रों से अपील की कि वे गंगा की सफाई के लिए आगे आएं।
सुश्री उमा भारती ने बताया कि यह गंगा रक्षा आन्दोलन का पहला चरण है। जल्द ही संतों के साथ मिलकर दूसरे चरण की शुरूआत की जायेगी। उन्होंने कहा कि 2013 में होने वाले प्रयाग महाकुम्भ में वे स्वयं जाकर केन्द्र व राज्य सरकार से गंगा को निर्मल व स्वच्छ रखने का प्रस्ताव रखेंगी तथा गंगा में गिरने वाले नालों के पानी को रोकने की भी मांग करेंगी। उन्होंने कहा कि प्रयाग में 'ट्रीटमेंट प्लांट' लगाकर पानी स्वच्छ रखा जाये, जिससे महाकुम्भ में लोगों को स्वच्छ व निर्मल गंगा जल मिल सके।
उल्लेखनीय है कि गंगा की अविरलता व निर्मलता के लिए अक्तूबर माह से सुश्री भारती के नेतृत्व में गंगा सागर से गोमुख तक एक यात्रा चली। उसी गंगा समग्र यात्रा के अर्न्तगत गोमुख से गंगासागर तक गत 2 दिसम्बर को एक ही समय पर, यानी 1 बजकर 5 मिनट से 1 बजकर 25 मिनट तक मानव श्रृंखला बनाकर गंगा की अविरलता व निर्मलता को लेकर संकल्प लेने का कार्यक्रम हुआ। पूरे प्रदेश में गंगा भक्तों ने मानव श्रृंखला बनाकर उसकी अविरलता व निर्मलता का संकल्प लिया।
भाजपा नेताओं ने लिया संकल्प
गंगा समग्र अभियान के अन्तर्गत 2 दिसम्बर को लखनऊ स्थित विधानसभा भवन के सामने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डा.लक्ष्मीकांत बाजपेई के नेतृत्व में हजारों भाजपा कार्यकर्ताओं ने मानव श्रृंखला बनाकर गंगा को अविरल व निर्मल बनाने का संकल्प लिया। इस अवसर पर श्री बाजपेई ने कहा कि गंगा भारत की सांस्कृतिक पहचान है, इसको बचाने के लिए सामूहिक प्रयास की आवश्यकता है। कार्यक्रम में उपस्थित कार्यकर्ताओं ने 'हर-हर गंगे, निर्मल गंगे' का उद्घोष कर गंगा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की।
लखनऊ में आयोजित मानव श्रृंखला कार्यक्रम में प्रदेश के सहप्रभारी राधामोहन सिंह, राष्ट्रीय मंत्री संतोष गंगवार, पूर्व सांसद अशोक प्रधान, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डा. रमापतिराम त्रिपाठी, पूर्व मंत्री ओमप्रकाश सिंह, वरिष्ठ नेता व सांसद लालजी टण्डन, सांसद योगी आदित्य नाथ, पूर्व सांसद डा. राम विलास दास वेदान्ती और लखनऊ महापौर डा.दिनेश शर्मा ने मुख्य रूप से भाग लिया।
वाराणसी
वाराणसी में भी निर्मल व अविरल गंगा के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए राष्ट्रवादी संगठनों व गंगा भक्तों ने 2 दिसम्बर को घाटों पर मानव श्रृंखला बनाकर सहभागिता की। राष्ट्रवादी संगठनों, गंगा भक्तों, सामाजिक संस्थाओं, शैक्षणिक संस्थाओं तथा काशी के संत- महात्माओं व विद्वत् समाज के सान्निध्य में वरुणा संगम से सामने घाट तक दोपहर 1.05 से 1.25 बजे तक मानव श्रृंखला निर्माण कर अविरल व निर्मल गंगा बनाने का संकल्प लिया गया।
इस अवसर पर शहर उत्तरी के भाजपा विधायक रवीन्द्र जायसवाल ने कहा कि हम गंगा के लिए हर कुर्बानी देने को तैयार हैं। शहर (दक्षिणी) के विधायक श्याम देव राय चौधरी ने कहा कि हमारी आस्था का प्रतीक हमारे खेत-खलिहानों को अपने पवित्र जल से सिंचित व अपनी उवर्रक मृदा से समृद्ध करती मां गंगा हमारी आध्यात्मिक जीवन शक्ति का स्रोत है। इसकी रक्षा के लिए हम कुछ भी कर सकते हैं।
छात्रों ने अस्सी घाट पर लिया गंगा को बचाने का संकल्प
गंगा समग्र अभियान के अन्तर्गत रविवार (2 दिसम्बर) को काशी के घाटों पर जहां गंगा भक्तों ने मानव श्रृंखला बनायी, वहीं अस्सी घाट पर बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय के छात्रों और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के प्रांतीय अधिवेशन से आये कार्यकर्ताओं ने गंगा की अविरलता और निर्मलता को बनाये रखने के लिए गंगा को वचन दिया। अस्सी घाट से लेकर तुलसी घाट तक 'छात्र आर्मी' के रूप में खड़े बनारस विश्वविद्यालय के छात्रों और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के अधिवेशन से आये छात्रों ने गंगा के प्रति सरकार को जागरूक करते हुए नारा लगाया और जयघोष भी किया। वहां छात्रों की उपस्थिति ने स्थानीय लोगों को भी गंगा समग्र अभियान के मानव श्रृंखला कार्यक्रम से जोड़ा, साथ ही गंगा की धारा के अविरल प्रवाह और स्वच्छता एवं निर्मलता के लिए सभी को जागरूक भी किया। छात्रों ने घाटों पर फैले कूड़ा-करकट भी हटाया।
उन्नाव
कानपुर के निकट उन्नाव में शुक्लागंज के शिवघाट पर राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के क्षेत्र प्रचारक शिवनारायण तथा अवध प्रान्त संघचालक प्रभु चन्द्र श्रीवास्तव के नेतृत्व में हजारों गंगा भक्तों ने मानव श्रृंखला बनाकर उनकी स्वच्छता व प्रदूषण मुक्त रखने का संकल्प लिया। घर पर हर-हर गंगे के नारे से पूरा वातावरण गंगामय हो गया था। इस दौरान भक्तों ने सुन्दर काण्ड के पाठ का भी आयोजन किया था। गंगाभक्तों का उत्साह बढ़ाने के लिए कानपुर से स्टीमर पर सवार होकर आयीं सुश्री भारती ने हाथ में भगवाध्वज लहराकर गर्मजोशी से उनका उत्साहवर्धन किया। गंगा की अविरलता व निर्मलता के लिए जनपद के नायामऊ घाट, सैंग घाट, रोधन घाट, सरैयां घाट, पेरियार, चन्दन घाट, कोलुहागढ़ा, सरसैया घाट, बक्सर तथा हरदोई के राज घाट, मेंहदी घाट, बेरिया घाट, सढिया घाट तथा घटिया घाट पर हजारों गंगा भक्तों ने मानव श्रृंखला बनायी।हिन्दुस्थान समाचार
गंगा हित में बढ़े
मेहमानों के भी हाथ
वाराणसी में पर्यटन के लिए आने वाले विदेशी मेहमानों ने भी गंगा समग्र के लिए तैयार मानव श्रृंखला के विषय को समझने के बाद अपना हाथ बढ़ाया और मानव श्रृंखला कार्यक्रम में शामिल हुए। प्राचीन दशाश्वमेध घाट सहित वाराणसी के कई घाटों पर विदेशी गंगा भक्तों को मानव श्रृंखला के शामिल होते हुए देखा गया। विदेशी मेहमानों से इसका कारण पूछने पर उन्होंने कहा कि हम काशी में गंगा की महिमा सुनने के बाद आये हैं और इसके लिए होने वाले किसी भी कार्यक्रम में भाग लेना हमारा कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि विदेशों में कई नदियां हैं, पर पुस्तकों में गंगा का विशेष महत्व हमने पढ़ा है और आज उसकी रक्षा के लिए मानव समूह बनाने वाले कार्यक्रम में शामिल होकर हमें खुशी हो रही है।
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