शहीदों की भूमि है मानगढ़ धाम
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शहीदों की भूमि है मानगढ़ धाम
–इन्द्रेश कुमार, सदस्य, अ.भा. कार्यकारी मंडल, रा.स्व.संघ
विगत दिनों बांसवाड़ा (राजस्थान) में मानगढ़ धाम बलिदान शताब्दी समारोह समिति के तत्वावधान में आयोजित शहीदों के श्रद्धाञ्जलि कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल के सदस्य श्री इंद्रेश कुमार की उपस्थिति में गोविन्द गुरु द्वारा स्थापित 1500 धूणी धाम के संत-महन्तों ने 4 प्रस्ताव पारित किये। सभा में उपस्थित साधु-संतों ने मानगढ़ धाम के नरसंहार में शहीद हुए तथा जिन्होंने जेल यातनाएं सहीं उन्हें स्वतंत्रता सेनानी मान, उनके परिवारों को स्वतंत्रता आजीवन पेंशन सुविधा, मानगढ़ धाम को राष्ट्रीय स्मारक घोषित करने व ब्रिटिश सरकार द्वारा 1913 में किए नरसंहार पर खेद व्यक्त करने तथा जनजाति बाहुल्य क्षेत्र में मतांतरण रोकने के प्रस्ताव पारित किये।
श्री इन्द्रेश कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि मानगढ़ धाम शहीदों की भूमि है। मानगढ़ धाम का महाबलिदान तथा स्वतंत्रता संग्राम के महानायक गोविन्द गुरु का अनुकरणीय जीवन युगों-युगों तक हमें गौरवान्वित करता रहेगा। आज गोविन्द गुरु का संदेश घर-घर तक पहुंचाने की आवश्यकता है। कार्यक्रम को मानगढ़ धाम के महन्त नाथूराम महाराज, गुजरात संजेली धाम के दलसुख महाराज, विहिप के रामस्वरूप महाराज आदि ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन श्री भुवन मुकुन्द पंड्या ने किया।
दिल्ली में छात्रा से सामूहिक बलात्कार की घटना से देश उद्वेलित
देशभर में विरोध प्रदर्शन एवं तीखी प्रतिक्रिया
विगत दिनों नई दिल्ली में चलती बस में छात्रा से सामूहिक बलात्कार की घटना के बाद इसके विरोध में देशभर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। अनेकों ने इस घटना पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की तथा बलात्कारी को सख्त सजा दिए जाने की मांग की। साथ ही पीड़ित लड़की के स्वास्थ्य लाभ के लिए भी जगह-जगह प्रार्थना सभाएं हो रही हैं।
विवेकानंद यूथ फोरम और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के तत्वावधान में गत 20 दिसंबर को बलात्कार की घटना के विरोध में फरीदाबाद (हरियाणा) में सैकड़ों छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने बाटा चौक पर मोमबत्तियां जलाकर पीड़ित लड़की के स्वास्थ्य सुधार की कामना भी की। प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे विवेकानंद यूथ फोरम के संयोजक श्री संदीप ने कहा कि इस प्रकार की घटनाएं निंदनीय हैं तथा यह पूरे देश की महिलाओं की अस्मिता पर हमला है। इस घिनौने सत्य ने पूरे पुरुष समाज को शर्मसार कर दिया है। प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि आरोपियों को सख्त से सख्त सजा दी जाए।
वहीं 25 दिसंबर को नई दिल्ली में बजरंग दल द्वारा घटना के विरोध में प्रदर्शन किया गया। साथ ही पीड़ित लड़की के स्वास्थ्य लाभ के लिए हनुमान मंदिर में सामूहिक हनुमान चालीसा का पाठ एवं 121 महामृत्युंजय मंत्रों द्वारा यज्ञ में आहुति दी गई। इस अवसर पर विहिप दिल्ली के प्रान्त संगठन मंत्री श्री करुणा प्रकाश ने कहा कि पीड़िता के बयानों व पुलिसकर्मी की मृत्यु संबंधी असमंजस ने यह स्पष्ट कर दिया है कि दिल्ली पुलिस काम कम और मुकदमों के काम तमाम करने पर ज्यादा ध्यान देती है। इसी कारण राजधानी में आपराधिक तत्वों का खुला राज है।
भारतीय मजदूर संघ के राष्ट्रीय महामंत्री श्री बैजनाथ राय ने प्रैस वक्तव्य जारी कर कहा कि देश के सांसद यदि इस विषय पर गम्भीर हैं तो वे दिल्ली जैसे सामूहिक बलात्कार या किसी भी बलात्कार के लिए संसद में मृत्युदण्ड का कानून बनाने का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि भारतीय अपराध दण्डसंहिता और आपराधिक दण्ड प्रक्रिया जैसे कानूनों में प्रावधान किया जाए ताकि बलात्कार के मामलों में मृत्युदण्ड का निर्णय मात्र तीन दिन के अन्दर हो। साथ ही उस पर न उच्च न्यायालय, न उच्चतम न्यायालय, न ही राष्ट्रपति के पास क्षमा याचना के किसी आवेदन का प्रावधन हो। उन्होंने कहा कि वर्तमान में बढ़ रहे अपराधों पर रोक लगाने के लिए न्याय प्रक्रिया कठोर होनी चाहिए। आपराधिक मनोवृत्ति को अविलम्ब कुचलने का कानून बनना चाहिए।
नई दिल्ली में राष्ट्र सेविका समिति ने घटना की निंदा करते हुए महिलाओं के लिए 'हैल्प लाइन' शुरू करने की आवश्यकता पर जोर दिया। दिल्ली में सम्पन्न हुई विभिन्न महिला संगठनों की बैठक में राष्ट्र सेविका समिति की अ.भा. सह कार्यवाहिका श्रीमती आशा शर्मा ने कहा कि परिवार और समाज में भारतीय संस्कारों को पुर्नस्थापित कर महिलाओं की समर्थ शक्ति खड़ी करने से ऐसी घटनाओं पर लगाम लगाई जा सकती है। प्रतिनिधि
नागपुर में पूर्वांचल छात्रावास का रजत महोत्सव
दूसरों को खुशी देने में प्रसन्नता महसूस करें
–शांता अक्का, प्रमुख संचालिका, राष्ट्र सेविका समिति
गत दिनों देवी अहिल्याबाई स्मारक समिति द्वारा संचालित पूर्वांचल कन्या छात्रावास का तीन दिवसीय रजत महोत्सव नागपुर में धूमधाम से मनाया गया। 23-25 दिसंबर तक चले तीन दिवसीय आयोजन के दौरान छात्रावास की पूर्व छात्राओं के अनुभव कथन के कार्यक्रम सहित विभिन्न कार्यक्रम सम्पन्न हुए।
समापन कार्यक्रम में सूर्य कन्या साधना कुटीर आश्रम की प्रमुख साध्वी सवितानंद, राष्ट्र सेविका समिति की प्रमुख संचालिका सुश्री शांता अक्का तथा पूर्व प्रमुख संचालिका सुश्री प्रमिला ताई मेढ़े विशेष रूप से उपस्थित थीं।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सुश्री शांति अक्का ने कहा कि जिस प्रकार दीप स्वयं जलकर औरों को आलोकित करता है और सूरज निरंतर बिना किसी अपेक्षा से प्रकाश देता है उसी प्रकार हमें दूसरों को आनंद देने में आनंद की अनुभूति करनी चाहिए। हिन्दू चिंतन में इसी को प्राथमिकता प्रदान की गई है। स्वामी विवेकानंद के संकल्प का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि स्वामीजी के जीवन से प्रेरणा लेकर छोटे-छोटे कामों से भारत को जोड़ने का कार्य संपन्न करने की आवश्यकता है। साध्वी सवितानंद ने कहा कि जीवन में सफलता की अपेक्षा सार्थक जीवन जीने की प्राथमिकता पर ध्यान देना जरूरी है। उन्होंने कहा कि वर्तमान युग में मातृभूमि की सेवा ही परमात्मा की सच्ची सेवा है।
महोत्सव के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए विद्या भारती के संरक्षक श्री ब्रह्मदेव शर्मा 'भाईजी' ने कहा कि छात्रावास की छात्राएं भारत के पूर्वांचल में स्वाभिमान जगाने के कार्य में सफल होंगी। सुश्री प्रमिला ताई मेढ़े ने कहा कि छात्रावास की बालिकाओं में भारतमाता के प्रति समर्पण का भाव जगाया जाता है। इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार श्री विराग पाचपोर ने 'आसमान को छूने की आस' स्मारिका का लोकार्पण किया। ºÉֹɨÉÉ पाचपोर
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