|
रांची में राष्ट्रीय सेवा भारती का सेवा संगम
सेवा संस्थाओं ने किया चिंतन
रांची (झारखंड) में गत दिनों राष्ट्रीय सेवा भारती के तत्वावधान में तीन दिवसीय सेवा संगम का आयोजन किया गया। सेवा संगम में राज्य की 70 सामाजिक संस्थाओं के लगभग 230 प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इनमें 30 महिलाएं भी थीं।
सेवा संगम में शिक्षा, स्वास्थ्य, संस्कार, स्वावलंबन आदि के क्षेत्र में कार्यरत संस्थाओं की उनके कार्य क्षेत्र के अनुसार बैठकें सम्पन्न हुईं। बैठकों में कार्य क्षेत्र के अनुभव तथा कार्य करते हुए आने वाली समस्याओं के बारे में विस्तृत चर्चा हुई। रात्रि कार्यक्रमों में चलचित्र के जरिए विभिन्न सेवा संस्थाओं के कार्य को प्रदर्शित किया गया। सेवा संगम के एक सत्र में राष्ट्रीय सेवा भारती के बारे में भी विस्तृत जानकारी दी गई। संगम के अंत में 22 गैर सरकारी संगठन राष्ट्रीय सेवा भारती के सदस्य बने। संगम में उपस्थित 70 में से 33 संस्थाएं पहले से ही राष्ट्रीय सेवा भारती से जुड़ी हुई हैं।
सम्मेलन के दूसरे दिन आयोजित सार्वजनिक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय सेवा भारती के सचिव श्री ऋषिपाल डडवाल ने कहा कि राष्ट्रीय सेवा भारती से अभी तक 430 गैर सरकारी स्वयंसेवी संगठन जुड़े हुए हैं। जिन्हें सेवा भारती समय-समय पर प्रशिक्षण तथा आवश्यकता पड़ने पर सहयोग देती है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सेवानिवृत पुलिस महानिरिक्षक श्री मनोज कुमार मिश्र थे। इस अवसर पर रा.स्व.संघ के प्रांत प्रचारक श्री मिथिलेश नारायण, क्षेत्र सेवा प्रमुख श्री अजय कुमार सहित बड़ी संख्या में रांची के गण्यमान्य नागरिक उपस्थित थे। प्रतिनिधि
दिल्ली में 4 स्थानों पर हितचिंतक सम्मेलन
हिन्दू हितों पर कुठाराघात असहनीय
–डा. सुरेन्द्र जैन, केन्द्रीय मंत्री, विहिप
हिन्दू समाज पर हो रहे चहुंमुखी हमलों पर सख्त नाराजगी व्यक्त करते हुए विश्व हिन्दू परिषद के केन्द्रीय मंत्री डा. सुरेन्द्र जैन ने कहा कि चाहे बाबा अमरनाथ की यात्रा को षड्यंत्र पूर्वक रोकने का मामला हो या हिन्दू मन्दिरों पर हमले। पाकिस्तान, बंगलादेश व कश्मीर में हिन्दुओं का उत्पीड़न हो या गोहत्या अथवा गंगा की अविरल धारा को रोकने का षड्यंत्र। इन सभी मुद्दों पर हमारी सरकारें चुप क्यों हैं? वे गत 6 दिसंबर को नई दिल्ली में इन्द्रप्रस्थ विश्व हिन्दू परिषद द्वारा आयोजित हितचिन्तक सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
डा. जैन ने कहा कि मुस्लिम तुष्टीकरण की नीति ने देश की राजनीति को आज दूषित कर दिया है जिसे तुरन्त शुद्ध किए जाने की आवश्यकता है। अयोध्या के सदर्भ में उन्होंने कहा कि श्रीराम मन्दिर के साथ में या अयोध्या की सांस्कृतिक सीमा में इस्लामिक सेंटर बनाए जाने की किसी भी कोशिश को हिन्दू समाज एक चुनौती के रूप में देखता है।
6 दिसम्बर को विहिप द्वारा दिल्ली में 4 स्थानों पर हितचिंतक सम्मेलन सम्पन्न हुए। सम्मेलनों में हिन्दू समाज के विविध वर्गों- जैन, बौद्ध, सिख आदि के प्रमुख पदाधिकारियों के साथ-साथ क्षेत्र के 100 प्रमुख मन्दिरों की प्रबन्ध समिति के लोगों को उनकी उत्कृष्ट सेवा के लिए सम्मानित किया गया। सम्मेलनों में सभी ने एकस्वर से न सिर्फ गोहत्या बन्दी व हिन्दू मानबिन्दुओं पर हो रहे कुठाराघात के विरुद्ध आवाज बुलंद की, बल्कि अपने-अपने स्तर पर सत्संगों व गोसेवा हेतु गोग्रास सेवा केन्द्र चलाने पर सहमति भी व्यक्त की।
सैकड़ों की उपस्थिति वाले इन सम्मेलनों को विहिप के केन्द्रीय मंत्री डा. सुरेन्द्र जैन व श्री कोटेश्वर शर्मा के अलावा क्षेत्रीय संगठन मंत्री श्री कैलाश सिंहल, प्रान्त संगठन मंत्री श्री करुणा प्रकाश, प्रान्त महामंत्री श्री सत्येन्द्र मोहन, उपाध्यक्ष श्री अशोक कुमार व श्री महावीर गुप्ता, दिल्ली संत महामंडल के महामंत्री महंत नवलकिशोर दास, मातृशक्ति की क्षेत्रीय संयोजिका श्रीमती मालती शर्मा, विहिप पश्चिमी दिल्ली के मंत्री श्री शान्तिस्वरूप, विहिप दिल्ली के मीडिया प्रमुख श्री विनोद बंसल सहित अनेक वक्ताओं ने संबोधित किया। उल्लेखनीय है कि गत माह समाप्त हुए विहिप के हितचिंतक अभियान में दिल्ली के एक लाख से अधिक हिन्दुओं को संगठन ने अपना नया सदस्य बनाया है जिसे हितचिंतक नाम दिया गया है।प्रतिनिधि
भारतीय मजदूर संघ का अ.भा. प्रशिक्षण वर्ग
वनवासी एवं ग्रामीण कार्यकर्ताओं ने की सहभागिता
भारतीय मजदूर संघ के 6 दिवसीय वनवासी एवं ग्रामीण कार्यकर्ताओं के अखिल भारतीय प्रशिक्षण वर्ग का शुभारम्भ गत 10 दिसम्बर को उद्यमिता विद्यापीठ दीनदयाल शोध संस्थान, चित्रकूट में स्वामी विवेकानन्द एवं भगवान विश्वकर्मा के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ। वर्ग का उद्घाटन भारतीय मजदूर संघ के अ.भा. संगठन मंत्री श्री के.सी. मिश्रा, उपाध्यक्ष श्री एस.एन. देशपांडे, सह वित्त सचिव श्री बसंतराव पिम्पलापुरे एवं उद्यमिता विद्यापीठ, चित्रकूट की निदेशक डा. नंदिता पाठक के आतिथ्य में सम्पन्न हुआ। उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए श्री बसंत पिम्पलापुरे ने कहा कि चित्रकूट राष्ट्रऋषि नानाजी देशमुख की कर्मभूमि है। जिन्होंने स्वावलम्बन के कार्य की शुरुआत कर स्वर्ग को भूतल पर लाने का कार्य किया है। इस भूमि पर भारतीय मजदूर संघ का प्रशिक्षण कार्यक्रम सौभाग्य का विषय है। उन्होंने कहा कि हमारे देश में जो वर्तमान उद्योग हैं वह सक्षम नहीं हैं इसलिए दूसरे प्रकार के उद्योग लगाने की आवश्यकता है ताकि आय की क्षमता बढ़े तथा विदेशी मुद्रा संग्रहीत कर आर्थिक विकास में सहयोग मिले। भारतीय मजदूर संघ 1991 से इस प्रकार के उद्योगों की संरचना कर रहा है। हमें ऐसा उद्योग चाहिये जिससे ज्यादा से ज्यादा लोगों को रोजगार मिले, दरिद्रता दूर हो तथा हमारी मूलभूत आवश्यकता रोटी, कपड़ा और मकान की पूर्ति हो सके। 6 दिन तक चले प्रशिक्षण वर्ग में कार्यकर्ताओं का भारतीय मजदूर संघ के अनेक अखिल भारतीय स्तर के पदाधिकारियों ने मार्गदर्शन किया। प्रतिनिधि
टिप्पणियाँ