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दिल्लीस्व.ओंकार भावे की स्मृति में अनेक स्थानों पर श्रद्धाञ्जलि सभा का आयोजनकुशल संगठनकर्ता, श्रेष्ठ विचारक और पूर्ण स्वयंसेवक–अशोक सिंहल, अन्तरराष्ट्रीय अध्यक्ष, विहिपगत 26 जुलाई को विश्व हिन्दू परिषद् के उपाध्यक्ष रहे स्व.ओंकार भावे की स्मृति में विश्व हिन्दू परिषद् केन्द्रीय कार्यालय, रामकृष्ण पुरम, नई दिल्ली में श्रद्धाञ्जलि सभा का आयोजन किया गया। श्री भावे का 23 जुलाई को परिषद् कार्यालय में देहांत हो गया था। सभा का संचालन करते हुए विहिप के संयुक्त महामंत्री श्री चंपतराय ने उनका सम्पूर्ण जीवन परिचय व संघ कार्य का वृत्त प्रस्तुत करते हुए कहा कि भावे जी कभी बीमार नहीं हुए, उन्हें सामान्य खांसी जुकाम तक हमने कभी होते नहीं देखा।भावे जी को श्रद्धाञ्जलि अर्पित करते हुए विश्व हिन्दू परिषद् के अन्तरराष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अशोक सिंहल ने कहा कि वे कोई सामान्य प्रचारक नहीं थे। 1945-46 में जो प्रचारक निकले वे पूरा जीवन समर्पित करने वाले थे। जिन कठिनाइयों व अभाव में कार्य करके उन स्वयंसेवकों ने आदर्श प्रस्तुत किया, आज की पीढ़ी उसकी कल्पना भी नहीं कर सकती। मैं स्वयं एक दिन में 60-65 किमी. साइकिल चलाता था, जहां जाएंगे वहां खाने को मिलेगा या भूखा ही रहना पड़ेगा, लोग तिरस्कृत करेंगे या पुरस्कृत। ऐसा सोचे बिना कठिनाइयों का सामना करते हुए नींव का पत्थर बनकर जिन कार्यकर्ताओं ने काम किया, भावे जी उनमें से एक थे। वे श्रीराम जन्मभूमि आन्दोलन के सूत्रधारों में से एक थे। गंभीर विषयों को भी वे विनोदपूर्ण तरीके से सुलझा देते थे। वह एक ऐसे उदाहरण हैं जिनसे प्रेरणा लेकर कार्यकर्ता पूर्ण तेजस्विता के साथ देश सेवा कर सकता है।विहिप के महामंत्री डा. प्रवीण भाई तोगड़िया ने स्व.भावे जी का स्मरण करते हुए कहा कि विहिप में वे मेरी प्रेरणा के रुाोत थे। अशोक जी, आचार्य गिरिराज जी व भावे जी ने मुझे दिल्ली बुलवाया, मैं तो मेडिकल सर्जन था। भावे जी की तरह सभी मोहों को त्यागकर मनसा, वाचा, कर्मणा जैसा आदर्श हम सभी का बना रहे, हम यही प्रयत्न करेंगे। इस पुण्य आत्मा को यही सच्ची श्रद्धाञ्जलि होगी। विहिप के परामर्शदाता आचार्य गिरिराज किशोर ने कहा कि वे अत्यंत मेधावी, कर्मठ, अजातशत्रु और पूर्ण कार्यकर्ता थे। बेशक आज भावे जी हमारे बीच नहीं हैं लेकिन उनसे प्रेरित होकर हम उनके कार्य को आगे बढ़ाएंगे।राष्ट्रधर्म के पूर्व संपादक श्री वीरेश्वर द्विवेदी ने कहा कि भावे जी शारीरिक क्षमताओं के मर्मज्ञ से लेकर बौद्धिक मनीषी भी थे। उनका बहुआयामी स्नेहिल व्यक्तित्व प्रत्येक कार्यकर्ता को सम्मोहित करता था।श्रद्धाञ्जलि सभा में जयपुर से पधारे विहिप के शीर्ष नेता आचार्य धर्मेन्द्र, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ दिल्ली के प्रांत संघचालक श्री रमेश प्रकाश, पूर्व राज्यपाल श्री केदारनाथ साहनी, रा.स्व.संघ के वरिष्ठ प्रचारक श्री ओमप्रकाश, श्री दिनेश त्यागी एवं श्री ओमप्रकाश गर्ग तथा भारतीय जनता पार्टी दिल्ली के अध्यक्ष श्री ओमप्रकाश कोहली ने भी अपने श्रद्धासुमन अर्पित किए। इस अवसर पर संघ, विहिप मातृशक्ति, दुर्गावाहिनी, विद्यार्थी परिषद्, के कार्यकर्ताओं सहित अनेक लेखक व पत्रकार भी उपस्थित थे।द सूर्यप्रकाश सेमवाल30
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