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गत 14 जुलाई को नई दिल्ली स्थित हिन्दी भवन में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सहसरकार्यवाह भैयाजी जोशी ने “शापित सतसईव् पुस्तक का लोकार्पण किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि रचनाकार संवेदनशील होता है और इस कारण वह हर चीज पर पारखी नजर रखता है। राष्ट्रीय कवि संगम द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम की अध्यक्षता सुप्रसिद्ध कवि डा. बल्देव वंशी ने की।पुस्तक के लेखक स्व. मुरारीलाल गोयल “शापितव् हैं। उनके पुत्र एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, पंजाब के प्रान्त प्रचारक श्री किशोरकान्त ने बताया कि इस पुस्तक में पिताजी द्वारा लिखित दोहों को संकलित किया गया है।इस अवसर पर क्षेत्रीय प्रचारक श्री दिनेश चन्द्र, दिल्ली प्रान्त संघचालक श्री रमेश प्रकाश, सह प्रान्त प्रचारक डा. कृष्ण बवेजा, राष्ट्रीय कवि संगम के संयोजक श्री जगदीश मित्तल, अक्षरम् के महामंत्री श्री नरेश शांडिल्य, श्री किशोरकान्त की माता जी श्रीमती कान्ता देवी, श्री रोशन कंसल आदि उपस्थित थे। मंच संचालन श्री राजेश जैन “चेतनव् ने किया। प्रतिनिधि30
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